काव्यशास्त्र(अभिव्यंजनावाद व क्रोचे)

1 क्रोचे के अनुसार आत्मा की मूलभूत क्रियाये हैं?
अ 2
ब 3
स 4✔
द 5

2 क्रोचे के अनुसार कला रचना की अवस्थायें है?
अ 3
ब 4✔
स 5
द6

3 क्रोचे का कलाकार है-?
अ स्वतन्त्र
ब पराधीन✔
स कार्यक्रम में लीन
द कोई नही

4 क्रोचे के अनुसार ज्ञान कितने तरह का होता है?
अ 2✔
ब 3
स 4
द 5

5 कला रचना प्रक्रिया के चरण मानते है?
अ 1
ब 2
स 3
द 4✔

6 क्रोचे मूलतः-----चिंतक है?
अ दार्शनिक
ब कला
स अ व ब✔
द अ

7 क्रोचे के अभिव्यंजनावाद का विरोध किया?
अ शुक्ल✔
ब मम्मट
स विश्वनाथ
द द्विवेदी

8 अभिव्यंजनावाद को हिन्दी मे व्यापक चर्चा का विषय बनाने का श्रये है-?
अ क्रोचे
ब शुक्ल✔
स चिंतामणि
द भट्टलोलल्लत

9 क्रोचे का अभिव्यंजनावाद एक प्रकार का वक्रोक्तिवाद है किसने कहा-?
अ कुंतक
ब शुक्ल✔
स मम्मट
द विश्वनाथ

10 भारतीय काव्यशास्त्र में रस,अलंकार, ध्वनि,रिति सिद्धान्त की तरह भी---किसे महत्ववपूर्ण स्थान दिया-?
अ छंद
ब काव्य
स वक्रोक्ति✔
द कोई नही

11कुंतक के अनुसार कथन कर प्रकार होते है?
अ 2✔
ब 3
स 4
द 5

12 वक्रोक्ति को काव्य की आत्मा किसने माना?
अ रुद्रट
ब भामह
स कुंतक✔
द शंकुक

13 रचना प्रक्रिया की आंतरिक अवस्थाएं होती है?
अ 1
ब 2
स 3✔
द 4

14 आचार्य शुक्ल ने चिंतामणि के किस भाग में रहस्यवाद में भी अभिव्यंजनावाद का उल्लेख किया?
अ चिंतामणि भाग एक
ब चिंतामणि भाग दो✔
स दोनों
द कोई नही

15आचार्य शुक्ल ने किस हिन्दी साहित्य सम्मेलन की साहित्य परिषद के सभापति पर से इंदौर में व्याख्यान दिया?
अ 22
ब 23
स 24✔
द 25


PART 02

1रस को काव्य की आत्मा किसने माना है?
अ विश्वनाथ
ब रुद्रट
स भामह
द जगन्नाथ✔

2रीति को काव्य की आत्मा माना?
अ वामन✔
ब रुद्रट
स जगन्नाथ
द भामह

3 रस सिद्धान्त के प्रवर्तक है?
अ भरतमुनि✔
ब पाणनि
स शंकुक
द विश्वनाथ

4 रामायण के बालकांड में कितने रसो का संकेत प्राप्त होता है?
अ 8
ब 9✔
स 10
द11

5 ट्रेगास शब्द का अर्थ है-?
अ ट्रेजडी
ब अजागीत✔
स मनोवेग
द शमन

6 अरस्तू ने विरेचन शब्द का प्रयोग कितने स्थानों पर किया?
अ 2✔
ब 3
स 4
द 5

7 टी एस इलियट को नोबल पुरस्कार से कब सम्मानित किया?
अ 1945
ब 1948✔
स 1951
द 1954

8राजशेखर ने रस सिद्धान्त के संदर्भ में किस का उल्लेख किया?
अ नन्दकिशोर✔
ब भरतमुनि
स भामह
द विश्वनाथ

9 अलंकारों को काव्य का प्राण तत्व किसने बताया?
अ भामह✔
ब भरतमुनि
स रुद्रट
द विश्वनाथ

10 रस को ब्रह्मास्वाद सहोदर क्यो माना?
अ अनुभूति मृण्मय
ब चिन्मय✔
स इंद्रियों का विषय
द अनिवचरनिय

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