भारत के द्वीप ( Part 01 )-Islands of India (Part 01)

भारत के द्वीप ( Part 01 )-Islands of India (Part 01)


द्वीप किसे कहते है 
चारो ओर से जल से घिरे हुए स्थान अर्थात जल के बीच के स्थल को द्वीप कहा जाता है। यह चारों ओर समुद्र से घिरा हुआ कोई प्रदेश या भू-भाग होता है। द्वीप कई प्रकार के होते है और कई प्राकृतिक कारणों से बनते हैं। बहुत-से छोटे-छोटे द्वीपों के समूह की 'द्वीपपुंज' और बहुत बड़े द्वीप को महाद्वीप कहते हैं।

भारत के सब से बड़े द्वीपों के समूह का नाम, अण्डमान व निकोबार है तथा उस से ठिक नीचे है, लक्षद्वीप। अण्डमान व निकोबार की अवस्थिति, बंगाल की खाड़ी में है !

भारत के पश्चिम में अरब सागर में तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी में अनेक द्वीप हैं। बंगाल की खाड़ी के द्वीप अरब सागर के द्वीपों से अपेक्षाकृत बहुत बड़े हैं। वस्तुतः इसका कारण अरब सागर के द्वीपों का मुंगे के निक्षेपों से निर्माण होना तथा बंगाल की खाड़ी के द्वीपों का समुद्री पर्वतों के पानी से बाहर निकले शिखरों से निर्माण होता है।

तट के निकटवर्ती द्वीप अधिकांशतः गंगा के डेल्टा में पाये जाते हैं। हुगली के निकट सागर द्वीप 24 किमी. लम्बा है। महानदी-ब्राह्मणी के डेल्टा में शौर्ट द्वीप तथा नदी के मुहाने पर व्हीलर द्वीप स्थित है। चिल्का झील के उत्तर-पश्चिम में स्थित भासरा-मांडला एक चट्टानी द्वीप है। मन्नार की खाड़ी के निकट भी क्रोकोडाइल अंडा तथा कोटा नामक चट्टानी द्वीप पाये जाते हैं।

पश्चिमी तट पर भटकल के निकट पिजन द्वीप, हरनोई के निकट जंजीरा तथा मुंबई के निकट हैजरे, कैनरे, बुचर, एलीफेंटा एवं अरनाला आदि द्वीप स्थित हैं। काठियावाड़ तट पर घोघा के पास पीरम तथा दक्षिण की ओर भैंसला द्वीप स्थित है।

 नर्मदा व ताप्ती के चौड़े भुहानों के निकट खड़ियाबेट, अलियाबेट जैसे कई छोटे-छोटे द्वीप पाये जाते हैं। खंभात की खाड़ी के निकट दीव तथा कच्छ की खाड़ी में वैद, नोरा, पिरटान तथा कारम्भर आदि द्वीप स्थित हैं।

भारत के सीमा क्षेत्र के भीतर कुल 247 द्वीप समूहशामिल हैं जिनमें 204 बंगाल की खाड़ी तथा शेष अरब सागर एवं मन्नार की खाड़ी (भारत व श्रीलंका के मध्य) में फैले हुए हैं। संरचना की दृष्टि से खाड़ी के द्वीप सागरीय द्वीपों से भिन्न हैं। अरब सागरीय द्वीप प्रवाल निर्मित हैं जबकि बंगाल की खाड़ी के द्वीप टर्शियरी पर्वतीकरण से सम्बद्ध हैं।

अण्डमान और निकोबार द्वीप
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेशहै। ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागरमें स्थित है।Image result for अण्डमान और निकोबार द्वीप

अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है जिनमें से सिर्फ कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं। यहाँ की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है।

भारत का यह केन्द्र शासित प्रदेश हिंद महासागर में स्थित है और भौगोलिक दृष्टि से दक्षिण पूर्व एशिया का हिस्सा है।
इस द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर एक अंडमानी शहर है। 2001 की भारत की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या 356152 है। पूरे क्षेत्र का कुल भूमि क्षेत्र लगभग 6496 किमी² या 2508 वर्ग मील है।

यह इंडोनेशिया के आचेह के उत्तर में 150 किमी पर स्थित है तथा अंडमान सागर इसे थाईलैंड और म्यांमार से अलग करता है। इस द्वीपसमूह के पूर्व में अंडमान सागर और पश्चिम में बंगाल की खाड़ी स्थित है।

अंडमान एवं निकोबार दो मुख्य समूहों से बना है। अंडमान के अंतर्गत उत्तरी, मध्य तथा दक्षिणी अंडमान तीन द्वीप समूह शामिल हैं, जो निकोबार से 121 किमी. चौड़े दस डिग्री चैनल द्वारा पृथक् किये जाते हैं। निकोबार समूह में 19 द्वीप शामिल हैं, जिनमें ग्रेट निकोबार सबसे बड़ा है।

ये द्वीप समूह टर्शियरी सामुद्रिक वलित पर्वतों के समुद्र में उभरे हुए भाग हैं। द्वीप समूहों की ये श्रृंखला वास्तव में म्यांमार की अराकानयोमा श्रृंखला का विस्तार है, जो आगे चलकर सुमात्रा द्वीप से जुड़ जाती है।

द्वीप समूह की निम्न पहाड़ियों की सबसे प्रमुख चोटियां सैडलपीक (उत्तरी अंडमान, 788 मी.) तथा माउंट थुलियर (ग्रेट निकोबार, 642 मी.) है। ये द्वीप समूह टर्शियरी युग के बालुका पत्थर, चूना-पत्थर तथा शैल चट्टानों से बने हैं। नदियों की संख्या बहुत है, किंतु ये अत्यंत छोटी होती हैं तथा शीघ्र ही संकरी खाड़ियों में लुप्त हो जाती हैं।

अंडमान में स्वच्छ जल की बारहमासी धाराएं अत्यंत कम हैं। पहाड़ियों से गिरने वाली ये धाराएं गहरी बारहमासी तथा नौचालन योग्य हैं। कुछ द्वीप प्रवाल भित्तियों द्वारा आवृत्त हैं। पोर्ट ब्लेयर के उत्तर में स्थित बैरन तथा नारकोंडम द्वीप ज्वालामुखी द्वीप हैं।

द्वीप समूह कुल क्षेत्रफल का 86.4 प्रतिशत भाग सघन उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों तथा कच्छ वनस्पतियों से आवृत्त है। निकोबार की जलवायविक परिस्थितियां रबड़ की खेती के लिए उपयुक्त हैं।

बैरेन द्वीप
बैरेन आइलैंड अंडमान सागर में स्थित एक द्वीप है, बैरेन ज्वालामुखी का वर्चस्व है, जो दक्षिण एशिया में एकमात्र पुष्टि वाला ज्वालामुखी है, और सुमात्रा से म्यांमार में ज्वालामुखी की एक श्रृंखला के साथ एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है।

अंडमान द्वीप के बाकी हिस्सों के साथ, यह भारतीय केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का हिस्सा है, और क्षेत्र की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के 138 किमी (86 मील) पूर्वोत्तर स्थित है।

यह द्वीप भारतीय और बर्मीस टेक्टोनिक प्लेटों के किनारे पर एक ज्वालामुखीय बेल्ट के बीच में स्थित है। नर्ककोंडम द्वीप क्षेत्र में एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है,

द्वीप पर उच्चतम ऊंचाई 354 मीटर है, जिसमें अधिकांश आदिम ज्वालामुखी जल समुद्री तल से नीचे समुद्र तल पर 2,250 मीटर पर खड़े हैं। यह द्वीप 3 किमी व्यास के साथ 8.34 किमी की कुल सतह क्षेत्र मे फेला है।

ज्वालामुखी का पहला रिकॉर्ड विस्फोट 1787 की तारीख को हुआ था तब से यहा कई बार ज्वालामुखी बिस्फोट हुए ! 2017 में किये गये सर्वे मे यहाँ 1787 में पहले रिकॉर्ड विस्फोट के बाद, 1789, 1795, 1803-04 और 1852 में अधिक विस्फोट दर्ज किए गए थे। लगभग 1895 में निष्क्रियता के बाद, द्वीप में एक और विस्फोट हुआ था, जो 1991 में छह महीने तक चला और काफी नुकसान हुआ।

तेरेस्सा द्वीप
तेरेस्सा द्वीप जिसे निकोबारी भाषाओं में लुरू कहते हैं, भारत के निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। यह पड़ोसी कमोर्ता द्वीप से पश्चिम में और कत्चल द्वीप से पश्चिमोत्तर में स्थित है।

तेरेस्सा से छोटा चौरा द्वीप इस से उत्तर में और बोमपोका द्वीप पूर्व में स्थित है। तेरेस्सा द्वीप के उत्तरी भाग में 87 मीटर तक की ऊँचाई वाली भूमि है।

सन् 2001 की भारतीय जनगणना के अनुसार यहाँ 2043 लोग रह रहे थे। यहाँ की चार सबसे बड़ी बस्तियाँ बंगाली, कलासी, मिनयुक और अलूरंग हैं। यहा कि भाषा हिन्दी है ! इसका जिला निकोबार है !

ग्रेट निकोबारद्वीपImage result for ग्रेट निकोबार द्वीप

ग्रेट निकोबार सुमात्रा के उत्तर भारत के निकोबार द्वीप समूह के सबसे दक्षिणी और सबसे बड़े हैं। ग्रैट निकोबार द्वीप.का क्षेत्र 921 किमी (356 वर्ग मील).व तटरेखा 202 किमी है इसकी उच्चतम ऊंचाई 642 मीटर (2,106 फीट) है !

यह द्वीप सुमात्रा के दक्षिण में 180 किमी (110 मील) स्थित है। द्वीप 921 किमी 2 (356 वर्ग मील) को शामिल करता है, यह 8063 की आबादी के साथ लोग बसे हुए बसे हुए हैं, इसके विविध वन्य जीवन के लिए जाना जाता है।

ग्रेट निकोबार द्वीप को 2004 के हिंद महासागर के भूकंप सूनामी द्वारा कई मौतों के साथ गंभीर रूप से प्रभावित किया गया था, और एक दिन से भी अधिक समय के लिए बाहर के संपर्क से काट दिया गया था

इस द्वीप में कई नदियां हैं, जिनमें एलेक्जेंड्रा, अमृत कौर, डॉगमर और गैलाथा शामिल हैं। वास्तव में सभी नदियों दक्षिणी या दक्षिण-पश्चिमी दिशा में प्रवाह करती हैं, जो पूरे द्वीप के इलाके के सामान्य ढलान का संकेत है। पूरे द्वीप में पहाड़ियों को ढंकना पड़ता है, उत्तर-दक्षिण दिशा में चलने वाली मुख्य सीमा के साथ। माउंट थुलीयर, जो इस श्रेणी का हिस्सा है,

कार निकोबार द्वीप(स्थानीय भाषा में पु)
निकोबार द्वीप समूह का उत्तरी भाग है। यह निकोबार के भारतीय जिले के तीन स्थानीय प्रशासनिक डिवीजनों में से एक है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के भारतीय संघ राज्यक्षेत्र का हिस्सा है ! इसका क्षेत्रफल 126.9 KM है और इसकी लंबाई 15 km तथा चोडाई 12 km हैं ! इसका समुद्र तट 51 किमी (31.7 मील) तथा सर्वोच्च ऊंचाई10 मीटर (30 फीट) हैं ! यहा कि जनसंख्या 17841 ( 2014 के अनुसार) है !

इस क्षेत्र के समुद्र वाइजर्स ने द्वीप को "नाक की उत्तरी भूमि" के रूप में संदर्भित किया है, अर्थात कार नक्कड़, जो शायद वर्तमान नाम "कार निकोबार" का प्रत्यक्ष प्रधानाधीन है। इस द्वीप को सूनामी द्वारा बुरी तरह प्रभावित किया गया था जो कि 2004 हिंद महासागरीय भूकंप, जिसके कारण कई मौतों और क्षतिग्रस्त हुआ !

उत्तर प्रहरी द्वीप
उत्तर प्रहरी द्वीप बंगाल की खाड़ी में स्थित अंडमान द्वीप समूह का एक द्वीप है। यह द्वीप, भाग के भारतीय संघ राज्य क्षेत्र के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण अंडमान प्रशासनिक जिले के अंतर्गत आता है !

मिनिकाय द्वीप 
स्थानीय तौर पर मलिकाय द्वीप भारत के लक्षद्वीप में एक द्वीप है। विरिंगिली के साथ, यह लक्ष्द्वीप द्वीपसमूह केImage result for मिनिकाय द्वीप दक्षिणी तट पर स्थित मलिकु एटोल पर है। प्रशासक, यह भारतीय संघ राज्यक्षेत्र लक्षद्वीप में एक जनगणना शहर है।,मिनीकॉय द्वीप का क्षेत्र 4.801 किमी है !

मिनिकॉय द्वीप, लक्षद्वीप द्वीपसमूह के द्वीपों के बीच दूसरा सबसे बड़ा और दक्षिणी भाग है। यह नौ डिग्री चैनल के दक्षिणी छोर पर और आधा डिग्री चैनल के उत्तरी छोर पर मालकिवों के थुराकुनु से 125 किमी दूर स्थित है। मिनिकॉय में पूरे वर्ष गर्म तापमान के साथ एक उष्णकटिबंधीय जलवायु (कोपेन जलवायु वर्गीकरण) है।

हैवलॉक द्वीप
भारत के अण्डमान व निकोबार द्वीप.समूह. के बृहत अण्डमान द्वीपों से पूर्व में स्थित रिची द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप है। यह द्वीप अण्डमान व निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर  है।

हैवलॉक के कई निवासी सन् 1971 के बांग्लादेश स्वाधीनता युद्ध के दौरान आये शरणार्थी और उनके वंशज हैं, जिन्हें भारत सरकार ने यहाँ बसाया था।

 इस द्वीप पर पाँच गाँव हैं: गोविन्दा नगर, विजय नगर, श्याम नगर, कृष्ण नगर और राधा नगर। भारत सरकार ने यहाँ पर्यावर्णीय पर्यटन विकसित करने का निर्णय लिया और अब यहाँ के तट विश्वप्रसिद्ध हो चुके हैं। 2004 में छपे एक अंक में पश्चिमी तट को 7 नम्बर एशिया का सर्वोत्तम तट घोषित किया था।

रॉस द्वीप
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर के निकट स्थित एक द्वीप है|

यह द्वीप ब्रिटिश वास्तुशिल्प के खंडहरों के लिए प्रसिद्ध है। रॉस द्वीप 200 एकड़ में फैला हुआ है। फीनिक्स उपसागर से नाव के माध्यम से चंद मिनटों में रॉस द्वीप पहुंचा जा सकता है। सुबह के समय यह द्वीप पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है।

बंगाराम द्वीप
बंगाराम लक्षद्वीप द्वीप-समूह का एक अडल है।

रामेश्वरम द्वीप 
रामेश्वरम द्वीप या पम्बन द्वीप  भारत के प्रायद्वीपीय भाग और श्रीलंका के मध्य स्थित एक द्वीप है। द्वीप भारत का हिस्सा है और इसका प्रशासन तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम् जिले के अधीन आता है।

रामेश्वरमनामक हिन्दु तीर्थ स्थान इस द्वीप पर ही स्थित है ! इसकी उँचाई 10.मिटर है और यहा कि जन संखयआ 50000 से अधिक है !

होप द्वीप
बंगाल की खाड़ी में काकीनाडा, भारत के तट पर स्थित एक छोटा तपेदना वाला द्वीप है। राज्य आंध्र प्रदेश जिले पूर्व गोदावरी जिले अतिरिक्त जानकारी समय क्षेत्र पर स्थित है।

बंगाल की खाड़ी मे इसका क्षेत्र 8.04 किमी (3.10 वर्ग मील) लंबाई 16.2 किमी (10.07 मील) प्रशासन से मान्य है !

एक अपेक्षाकृत युवा द्वीप, यह 18 वीं सदी के अंत में गोदावरी का एक वितरण, कोरिंगा नदी के पानी से निकलने वाली तलछटी बहुलता से उत्पन्न हुआ था।

यह छोटी खाड़ी को कोरिंग्स के बाहर का घाट, गोदावरी का उत्तरी सबसे अधिक वितरण होता है। बंगाल की खाड़ी के नमकीन पानी की बैठक में नदी के कम खारा पानी की बैठक के कारण रेत और जलोढ़ की गाद के उत्कीर्ण होने के चलते रेत बारों की स्थापना हुई है।

काकीनाडा तट और होप आइलैंड के बीच का क्षेत्र काकीनाडा खाड़ी के रूप में जाना जाता है, जिसमें लगभग 146 किमी 2 (56 वर्ग मील) का क्षेत्र शामिल है। आशा द्वीप बंगाल की खाड़ी से आने वाले मजबूत तूफान से बढ़ने से काकीनाडा शहर को बचाता है।

?होप द्वीप तूफान बढ़ता है और संभावित सुनामी घटनाओं के लिए प्राकृतिक बाधा के रूप में काम करता है और काकीनाडा खाड़ी में लंगर डालने वाले जहाजों को शांति प्रदान करता है जो भारत के पूर्वी तट के सबसे सुरक्षित प्राकृतिक बंदरगाहों का काकिनड़ा पोर्टोन बनाती है।

होप के उत्तरी सिरे को "गोदावरी प्वाइंट" कहा जाता है, जो काकीनाडा खाड़ी और काकीनाडा बंदरगाह में प्रवेश बिंदु को नजरअंदाज करते हैं।

होप द्वीप के रेतीले समुद्र तटों, साथ में निकटवर्ती कोरिंगा वन्यजीव अभ्यारण्य के साथ, लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुए का घोंसले का मैदान हैं ! संरक्षणवादी, वन्यजीव और वन अधिकारियों ने मछली पकड़ने वाली मछली पकड़ने और लुप्तप्राय सरीसृपों की चोटों को रोकने के लिए "कछुआ अपवर्जन उपकरणों" के साथ संवेदनशीलता कार्यक्रमों का आयोजन और रेट्रो फिटिंग के संबंध में चिंता जताई है !

होप द्वीप के बारे में 400 परिवारों के बारे में पुतिया पकाललू और सोरलगोंडु पाकलु नामक मछुआरों के दो छोटे बस्तियां हैं। कुछ सरकारी भवन भी हैं !

ट्रिन्केट द्वीप
ट्रिन्केट द्वीप भारत के निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। यह पड़ोसी कमोर्ता द्वीप से पूर्व में स्थित है।

सन् 2001 की भारतीय राष्ट्रीय जनगणना में यहाँ चार गाँवों में 436 लोग बसे हुए थे ! ट्रिन्केट (244 लोग), सफ़ेबालू (126 लोग), तापिअंग (42 लोग) और होककूक (23 लोग)। 2004 की सुनामी ने इस द्वीप को तबाह कर दिया। 81 लोगों की जानें गई या वे लापता हो गये।

सुनामी उत्पन्न करने वाले भूकम्प के भी भयंकर असर हुए। द्वीप का एक भाग सागर के नीचे धकेल दिया गया और द्वीप का क्षेत्रफल 36 वर्ग किमी से कम होकर 29,किमी रह गया।

द्वीप की बची आबादी की सुरक्षा के लिये सरकार ने उन्हें नन्कोव्री द्वीप और कमोर्ता द्वीप ले जाकर बसा दिया और वहाँ "विकास नगर" नामक बस्तियाँ निर्माण की। 2013 में ट्रिन्केट पर केवल 2 लोग वापस जा कर रह रहे,हैं !

बैरन द्वीप
बैरन द्वीप भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। यह द्वीप लगभग 3 किलोमीटर में फैला है। यहां का ज्वालामुखी 28 मई 2005 में फटा था। तब से अब तक इससे लावा निकल रहा है।

यह अंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 500 किलोमीटर उत्तर पूर्व में बंगाल की खाडी में स्थित है|

बैरन द्वीप अंडमान द्वीपों में सबसे पूर्वी द्वीप है। यह भारत ही नहीं अपितु दक्षिण एशिया का एक मात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। ज्वालामुखी हर किसी पहाड़ से नहीं निकलते हैं; यह ज्यादातर वहां पाये जाते है जहाँ टेकटोनिक प्लाटों में तनाव हो या फिर पृथ्वी का भीतरी भाग बहुत गर्म हो। यह द्वीप भारतीय व बर्मी टेकटोनिक प्लाटों के किनारे एक ज्वालामुखी श्रृंखला के मध्य स्तिथ है।

इस द्वीप का ज्वालामुखी का पहला रिकॉर्ड सन 1787 का है। तब से अब तक यहाँ दस बार ज्वालामुखी फ़ट चुके है। आज भी यहाँ धूवाँ निकलता देख जा सकता है। 'बैरन' शब्द का मतलब होता है - बंजर, जहाँ कोई रहता नहीं हो। यह द्वीप अपने नाम पर गया है, यहाँ कोई मनुष्य नहीं रहता।

साल्सेट द्वीप
साल्सेट द्वीप  भारत के महाराष्ट्र प्रदेश में पश्चिमी तट पर स्थित एक द्वीप है। मुंबई का महानगर (भूतपूर्व बंबई) और ठाणे शहर इस द्वीप पर स्थित हैं, जिससे यह केन्या के मिजिंगो द्वीप, हांगकांग, चीन के ऐप ली चाऊ और मालदीव के माले द्वीप के बाद विश्व का 7 वां सबसे घनी बस्ती वाला और 13वां सर्वाधिक जनसंख्या वाला द्वीप बन गया है।

यह द्वीप पहले कई छोटे द्वीपों से मिलकर बना था, जिन्हें 19वीं और 20वीं सदी के प्रारंभ में जोड़ कर एक द्वीप में बदल दिया गया। इस द्वीप के उत्तर में वसई खाड़ी, उत्तरपूर्व में उल्हास नदी, पूर्व में ठाणे खाड़ी और बंबई बंदरगाह, तथा दक्षिण और पश्चिम में अरब सागर हैं। मुंबई शहर इस द्वीप के दक्षिणी छोर पर एक प्रायद्वीप पर बसा है !

द्वीप के कुछ भाग पहाड़ी हैं, हालांकि कई पहाड़ियों को काट कर छिछले स्थानों को भरकर द्वीप को बढ़ाने और द्वीपों को आपस में जोड़ने के काम में लाया गया है। द्वीप का सर्वोच्च बिंदु द्वीप के उत्तरी भाग में बोरीवली नेशनल पार्क में लगभग 450 मीटर की ऊंचाई पर है। यह नेशनल पार्क विश्वभर में शहरी दायरे में स्थित सबसे बड़ा पार्क है।

इस द्वीप पर तीन मुख्य झीलें हैं – पवई झील, तुलसी झील और विहार झील. पवई झील को छोड़ कर शेष दोनो झीलें शहर की जल की आवश्यकता के एक हिस्से को पूरा करती हैं।

 ठाणे क्षेत्र में असंख्य अन्य छोटे तालाब और झीलें भी हैं। बम्बई का मशहूर भारतीय प्राद्यौगिकी संस्थान पवई झील के किनारे स्थित है !

?तीन छोटी नदियां, मिठी (माहिम), ओशिवाड़ा और दहीसार, नेशनल पार्क से शुरू होकर अरब महासागर में मिल जाती हैं। मिठी नदी पवई झील से प्रारंभ होती है। वसई और ठाणे खाड़ियां उल्हास नदीके मुहाने की वितरक हैं।

श्री हरिकोटा द्वीपImage result for श्री हरिकोटा द्वीप
श्रीहरिकोटा  भारत के दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश के तट पर बसा एक द्वीप है, भारत का एकमात्र उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र जो सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (जिसे SHAR के रूप में भी जाना जाता है) में है !

जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान द्वारा प्रयोग किया जाता है जहाँ बहुचरण रॉकेट जैसे ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान और भूतुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण यान न का उपयोग कर उपग्रहों के प्रक्षेपण किया जाता है !

श्रीहरिकोटा पुलीकट झील को बंगाल की खाड़ी से अलग करती है और पुलीकट के शहर के लिए घर है। यह आंध्र प्रदेश में श्री अमराजीवी पोट्टी श्री रामुलु नेल्लोर जिले में है। इससे निकटतम शहर सुल्लुर्पेता है जो कि निकटतम रेलवे स्टेशन भी है।

चेन्नई से इसकी दूरी 80 किलोमीटर है। निकटतम व्यापारिक शहर श्री शहर है। यह चेन्नई एक्सप्रेसवेज़ से भी जुड़ा हुआ है।

माजुली द्वीप
माजुली या माजोली असम के ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य में बसा एक बड़ा नदी द्वीप है। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी के ए.जे. मिफेट मिल्स के सर्वेक्षण अनुसार 1853 में इसका कुल क्षेत्रफल 1246 वर्ग किमी था परन्तु प्रतिवर्ष बाढ़ और भूकटाव के चलते यह सिमट कर मात्र 421.65, वर्ग किमी रह गया है। सच्चाई ये है की माजुली प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से दिन प्रतिदिन सिकुड़ रहा है और इसके अस्तित्व पर सवालिया निशान लगा हुआ है।

माजुली द्वीप के दक्षिण में ब्रह्मपुत्र नदी और उत्तर में खेरकुटिया खूटी नामक धारा अवस्थित है। खेरकुटिया खूटी ब्रह्मपुत्र नदी से निकलती है और आगे चलकर फिर उसी में प्रवेश करती है।

उत्तर में सुबनसिरी नदी खेरकुटिया खूटी से जुड़ जाती है। माजुली द्वीप कालांतर में ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों विशेषकर लोहित नदी के दिशा और क्षेत्र परिवर्तन की वजह से बनी है।

माजुली का जिला मुख्यालय जोरहाट शहर है जो यहाँ से 20 किमी की दूरी पर है। माजुली जाने के लिए जोरहाट से नियमित परिवहन सेवाएँ उपलब्ध हैं। माजुली जाने के लिए फेरी लेना जरुरी है क्योंकि यहाँ नदी पर पुल नहीं है। असम की राजधानी गुवाहाटी से माजुली द्वीप लगभग 200 किलोमीटर पूर्व में है।

सागर द्वीप
सागर द्वीप गंगा के डेल्टा का सुदूर पश्चिमी द्वीप है, जो पश्चिम बंगाल राज्य, पूर्वोत्तर भारत में हुगली नदीके मुहाने पर स्थित है, जिसकी एक शाखा इसे मुख्य भूमि से पूर्व दिशा में पृथक् करती है।
यह द्वीप ऐसे बिंदु पर स्थित है, जहां कभी गंगा'बंगाल की खाड़ी' में मिलती थी। 'गंगासागर' के नाम से विख्यात इस स्थान को विशेष तौर पर पवित्र माना जाता है।

यह एक प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ केंद्र है। यहां प्रतिवर्ष तीन दिवसीय स्नानोत्सव व एक बड़ा मेला आयोजित होता है।सागर द्वीप पर भयंकर चक्रवात आते हैं।इसके दक्षिण-पश्चिम तट पर हुगली नदी में यातायात को निर्देशित करने के लिए एक प्रकाश स्तंभ स्थापित है।

छोटा अण्डमान
छोटा अण्डमान, जो ओन्गी भाषा में गऊबोलाम्बे कहलाता है, भारत के अण्डमान व निकोबार द्वीपसमूह के अण्डमान द्वीपसमूह भाग का सबसे दक्षिणी द्वीप है। यह सभी अण्डमान द्वीपों में चौथा सबसे बड़ा द्वीप है।

यह अपने से उत्तर में स्थित बृहत अण्डमान द्वीपों के दक्षिणतम रटलैण्ड द्वीप से 55 किमी चौड़ी डंकन जलसन्धि द्वारा विभाजित है। छोटे अण्डमान से दक्षिण में दस डिग्री जलसन्धि के पार कार निकोबार द्वीप स्थित है।

नर्कोन्दम द्वीप
नर्कोन्दम द्वीप  या नर्कोन्दुम अंडमान सागर में स्थित एक ज्वालामुखी द्वीप है। इसकी मुख्य चोटी समुद्र स्तर से लगभग 710 मीटर की उंचाई पर है।

इस द्वीप को अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह का हिस्सा माना जाता है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के द्वारा इसे शान्त ज्वालामुखी की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया था।

व्हीलर द्वीप
व्हीलर द्वीप, भारतीय राज्य ओडिशा के सागर तट से परे और राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक द्वीप है, जिसका प्रयोग भारत अपने प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम के परीक्षण केन्द्र के रूप में करता है।

व्हीलर द्वीप भारत के पूर्वी तट से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बंगाल की खाड़ी में और चाँदीपुर के दक्षिण में लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। द्वीप की लम्बाई 2 किलोमीटर और क्षेत्रफल 390 एकड़ है। निकटतम पत्तन धमर है।

वाइपर द्वीप
भारत के केंद्र शासित प्रदेश अंदमान एवं निकोबार द्वीप समूह के अनेकों द्वीपों में से है। यह अंदमान एवं निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी अंदमान जिले का भाग है। यह पोर्ट ब्लेयर से 4 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।

ब्रिटिश काल में भारत के अन्य भागों से लाये गये 'खतरनाक' बन्दियों बंदियों को इसी द्वीप पर उतारा जाता था। अब यह द्वीप एक पिकनिक स्थल के रूप में विकसित हो चुका है।

यहां के टूटे-फूटे फांसी के फंदे निर्मम अतीत के साक्षी बनकर खड़े हैं।.,यहां पर इस द्वीप की सबसे पहली अंग्रेजों द्वारा बनाई गई जेल थी। इसके ऊपर ही तब का बना फांसी घर भी है। यहीं पर शेर अली को भी फांसी दी गई थी, जिसने 1872 में भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड मेयो की हत्या की थी।

उत्तर अण्डमान द्वीप
उत्तर अण्डमान द्वीप भारत के अण्डमान व निकोबार द्वीपसमूह के बृहत अण्डमान उपभाग का उत्तरी द्वीप है। इसका मुख्य नगर दिगलीपुर है। पूरे अण्डमान व निकोबार द्वीपसमूह का सर्वोच्च बिन्दु सैडल पर्वत इसी द्वीप पर स्थित है।

यह अपने समुद्री जीवजगत के लिये जाना जाता है। यहाँ के मुख्य उद्योग चावल की खेती और संतरे उगाना है। इसका क्षेत्रफल 1375 किमी है !

पूर्वी बहन द्वीप
पूर्वी बहन द्वीप भारत के अण्डमान व निकोबार द्वीपसमूह में रटलैण्ड द्वीप और छोटे अण्डमान के बीच डंकन जलसन्धि में स्थित दो बहन द्वीपों में से एक है।

दूसरा टापू पश्चिमी बहन द्वीप हैं और वह इस द्वीप से थोड़ा छोटा है। यह दोनों 250 मीटर दूर हैं लेकिन एक कोरल रीफ़ द्वारा जुड़े हुए हैं। यह पैसेज द्वीप से 6 किमी दक्षिणपूर्व और उत्तरी भाई द्वीप से 18,किमी उत्तर में हैं।

द्वीप का आकार आयत (चकोर) है। पूर्वोत्तर-दक्षिणपश्चिम दिशा में लम्बाई 750 मीटर और चौड़ाई 550 मीटर है। इसका अधिकांश हिस्सा वन से ढका है। तट हर ओर पथरीला है लेकिन पश्चिमोत्तर में रेतीला है। इसका सर्वोच बिन्दु समुद्रतल से 13 मीटर ऊँचा है।

कमोर्ता द्वीप
?कमोर्ता द्वीपभारत के निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। यह पड़ोसी तेरेस्सा द्वीप से पूर्व में स्थित है। द्वीप पर एक कालाटापू नामक बस्ती स्थित है ! इसकी कुल जनसंख्या 1885 है यहा कि.भाषा.कमोर्ता और.हिंदी.है !

नन्कोव्री द्वीप
नन्कोव्री द्वीप भारत के निकोबार द्वीपसमूहका एक द्वीप है, हालांकि उसके साथ-साथ कुछ अन्य द्वीपों के समूह को भी नन्कोव्री कहा जाता है।

छोटा निकोबार
छोटा निकोबार जिसे दक्षिण निकोबारी भाषा में ओंग कहा जाता है ! भारतके निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। इसके पास कुछ नन्हे द्वीप भी स्थित हैं, मसलन, पुलोमिलो, त्राक,मफ़ूया और मेरो है । कत्चल द्वीप से इस से 70 किमी उत्तर में स्थित है।,इसकी ऊँचाई 475 km है !

बारातांगद्वीप.
यह भारत के अण्डमान द्वीपसमूह का एक द्वीप है। इसका क्षेत्रफल लगभग 238 वर्ग किलोमीटर है।

विष्णु गौर
जिला :-सीहोर, मध्यप्रदेश

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