राजस्थान में वायु परिवहन(Air transport in Rajasthan)

राजस्थान में वायु परिवहन(Air transport in Rajasthan)


भारतीय संविधान (Indian Constitution) में विमानपत्तन को संघ सूची का विषय बनाया गया है अतः राज्य में वायु मार्गो व आवश्यक सुविधाओं के विकास- विस्तार का दायित्व केंद्र सरकार के नियंत्रण में है

1 अगस्त 1953 को वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया राष्ट्रीय विमान सेवा (National airline)का संचालन इंडियन एयरलाइंस (Indian Airlines) द्वारा किया जाता है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं का संचालन एयर इंडिया कंपनी (Air India Company) द्वारा किया जाता था जिसका मुख्यालय मुंबई में है

नेशनल एविएशन कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड 24 अगस्त 2007 को इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया का विलय कर इस नई विमानन कंपनी का गठन किया गया एम एस सी आई एल का ब्रांड नाम एयर इंडिया शुभंकर महाराजा है पांच हवाई अड्डों को मिला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ वाराणसी दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली मंगलूर और कोयंबटूर समेत देश के पांच हवाई अड्डों को पूर्ण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा 4 अक्टूबर 2012 को प्रदान किया गया        

 राजस्थान मे वायु परिवहन
राजस्थान में वायु परिवहन का विकास अति सीमित हुआ है राज्य के केवल तीन नगर अर्थात जयपुर जोधपुर उदयपुर मे ही नियमित वायु सेवाओं से जुड़े हुए हैं वायुदूत की सेवाओं के अंतर्गत जैसलमेर बीकानेर कोटा के मध्य वायु सेवा प्रदान करने के प्रयत्न किए गए किंत वअभी भी नियमित वायुसेवा इन नगरो के मध्य प्रारंभ नहीं हो पायी कोटा और बीकानेर से शीघ्र वायु सेवा प्रारंभ होने की संभावना है जयपुर के हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्वरुप दिया जा चुका है अजमेर के लिए वायु सेवा प्रारंभ करने हेतु किशनगढ़ में हवाई अड्डा बनाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है वास्तव में राजस्थान जैसे बड़े राज्य में पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र वायु सेवा का विस्तार आवश्यक राज्य में पर्यटन उद्योग आदि को बढ़ावा देने हेतु वायु सेवा  प्रारंभ होना आवश्यक है क्योंकि इसी की सहायता से राज्य का आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी और राज्य का देश और विदेश के अन्य भागों से सर संपर्क संभव हो सकेगा

राजस्थान में सर्वप्रथम 1929 में जोधपुर के महाराजा श्री उम्मेदसिह ने फ्लाइंग क्लब खोला था

राजस्थान में जुलाई 1950 में 2 वायु सेवाएं कार्य कर रही थी एक एयर इंडिया जो मुंबई अहमदाबाद जयपुर दिल्ली मार्ग पर और दूसरी इंडियन नेशनल एयरवेज कंपनी दिल्ली जोधपुर कराची मार्ग पर अपनी सेवाएं क्रमशः जयपुर और जोधपुर को प्रदान कर रही थी

1 अगस्त 1953 में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया अब राज्य में जयपुर उदयपुर कोटा और जोधपुर दिल्ली अहमदाबाद और मुंबई हवाई सेवाओं से जुड़े हुए हैं यह सब स्थान इंडियन एयरलाइंस कारपोरेशन से संबंधित है इसके अंदर वायु सेवा उपलब्ध कराने वाली दूसरी कंपनी वायु दूत की नियमित सेवाओं के अंतर्गत अब जोधपुर जैसलमेर व बीकानेर भी देश के अन्य मार्गों से जुड़ गए हैं उदयपुर अहमदाबाद के बीच इंडियन एयरलाइंस में 1 अप्रैल 1993 से और जयपुर दिल्ली के बीच सिटी लिंक एयरवेज ने 18 अक्टूबर 1992 से अपनी-अपनी विमान सेवाएं प्रारंभ कर दी है इस प्रकार राज्य देश की वायु सेवा में उचित स्थान पा गया है अजमेर को भी शीघ्र ही वायु सेवाओं मानचित्र मैं उचित स्थान पा गया है  अजमेर को भी शीघ्र ही वायु सेवाओं से  जोड़ने का प्रावधान है
नागरिक उड्डयन गतिविधियों के संचालन हेतु राज्य में नागरिक उड्डयन विभाग के नियंत्रणाधीन निदेशालय नागरिक विमान स्थापित है जिसका गठन 1 अप्रैल 2012 को किया गया था इससे पहले राजस्थान में 20 दिसंबर 2006 को नागर विमानन निगम लिमिटेड की स्थापना की गई थी इसका उद्देश्य राजस्थान सरकार के पास उपलब्ध हेलीकॉप्टर और वायुयान का वाणिज्यिक उपयोग करने के लिए प्रस्ताव तैयार करना है राजस्थान में वर्तमान में कुल 18 एयरपोर्ट हवाई पट्टियां हैं वर्तमान में राजस्थान में 8 हवाई अड्डे हैं जिनमें से तीन हवाई अड्डे भारतीय विमान पतन प्राधिकरण के अधीन  एयरपोर्ट सांगानेर (जयपुर) डबोक (उदयपुर)कोटा है पांच हवाई अड्डे भारतीय वायुसेना के अधीन है बीकानेर जैसलमेर सूरतगढ़ बाड़मेर रातानाडा फलोदी हैं राजस्थान में उपस्थित एयरपोर्ट पट्टियों में से काकरोली राजसमंद पट्टी जे के ग्रुप के अधीन है पिलानी झुंझुनू हवाई पट्टी बिरला ग्रुप के अधीन है राज्य सरकार के अधीन 16 हवाई  पट्टियां है
जैसलमेर में राज्य का पांचवा सिविल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है बाड़मेर में उत्तरलाई वायुसेना हवाई अड्डा और बीकानेर में नाल हवाई अड्डा है जो भूमिगत सैनिक हवाई अड्डा है किशनगढ़ में भी हवाई अड्डे का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है
जोधपुर और बीकानेर के हवाई अड्डे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बीकानेर और सूरतगढ़ की हवाई अड्डे भूमिगत हैं बीकानेर भारत के सर्वश्रेष्ठ सैनिक हवाई अड्डों में से एक है जोधपुर अंतरराष्ट्रीय महत्व का वायुसेना का हवाई अड्डा है जहां प्रशिक्षण सुविधा भी उपलब्ध है इंडियन एयरलाइंस और वायु दूत की हवाई सेवाओं के कारण राज्य में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है      

विमान विकास प्राधिकरण हवाई अड्डे

सांगानेर हवाई अड्डा( Sanganer Airport)
सांगानेर जयपुर राजस्थान का प्रथम व देश का 14 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है इससे 7 फरवरी 2002 को दुबई के लिए वायु सेवा शुरू की गई थी केंद्र सरकार द्वारा 29 दिसंबर 2005 को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिया गया इससे संबंधित अधिसूचना फरवरी 2006 में जारी की गई सांगानेर जयपुर हवाई अड्डा अंतर्राष्ट्रीय महत्व का हवाई अड्डा है राज्य का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है

महाराणा प्रताप हवाई अड्डा डबोक उदयपुर 

दक्षिण राजस्थान का एकमात्र हवाई अड्डा है अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रारूप भेजा जा चुका है परंतु अभी स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है

कोटा हवाई अड्डा

हाडोती अचल का एकमात्र हवाई अड्डा है

भारतीय वायुसेना के अधीन हवाई अड्डे
रातानाडा हवाई अड्डा (जोधपुर) यह सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह सुरक्षा कारणों की दृष्टि से वायु सेना के नियंत्रण में है यहां पर प्रशिक्षण सुविधाएं भी उपलब्ध हैं
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर जोधपुर में नया सिविल एयरपोर्ट स्थापित किया जा रहा है
मरुप्रदेश का एकमात्र हवाई अड्डा है
नाल हवाई अड्डा (बीकानेर) यह भूमिगत हवाई अड्डा है यह हवाईअड्डा एशिया का सबसे बड़ा भूमिगत हवाई अड्डा है
उत्तरलाई हवाई अड्डा (बाड़मेर) यह भूमिगत हवाई अड्डा जैसलमेर हवाई अड्डा जैसलमेर
सूरतगढ़ हवाई अड्डा- सूरतगढ़ गंगानगर
ख्यार अजमेर हवाई अड्डायह हवाई अड्डा कंक्रीट के स्थान पर कांच से बनाया जाएगा

ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट
भारतीय विमान प्राधिकरण द्वारा निर्माणाधिन हवाई अड्डे

सार्वजनिक सहभागिता के आधार पर बनने वाले एयरपोर्ट परियोजनाओं को ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की संज्ञा दी गई है ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट में निजी क्षेत्र को हिस्सेदारी दी गई है  ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट में निजी क्षेत्र को हिस्सेदारी 74% और राज्य सरकार एवं भारतीय विमान प्राधिकरण की सहित हिस्सेदारी 26% होगी  ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट में शत-प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की अनुमति मिल चुकी है  शमशाहाबाद हैदराबाद में निर्मित राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट जो जीएमआर ग्रुप द्वारा बनाया गया है 2470 करोड कि इस परियोजना में निजी क्षेत्र का हिस्सा 63 प्रतिशत है

किशनगढ़ हवाई अड्डा (अजमेर)-Kishangarh Airport
भारतीय विमान प्राधिकरण द्वारा किशनगढ़ अजमेर में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के लिए प्लान मंजूर हो गया है इसके लिए 150 करोड़ का मंजूर किया है और जैसलमेर भी मीना सिविल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है किशनगढ़ एयरपोर्ट की घोषणा राज्य सरकार ने बजट 2013-14 में नीमराना के बाद में की थी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जून में किशनगढ़ में एयरपोर्ट का शिलान्यास किया था

नीमराणा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट अलवर
राजस्थान देश का पहला राज्य जिसने औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति के तहत ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का विकास करने का निर्णय लिया है राज्य में पहला ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट जयपुर दिल्ली हाईवे पर नीमराना में बनाया जाएगा इस प्रोजेक्ट में दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कारपोरेशन और राज्य सरकार एवं भारतीय विमान प्राधिकरण की संयुक्त हिस्सेदारी होगी

राज्य में दो स्थानों पर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की जाएगी
1-अलवर जिले में निजी क्षेत्र में एक ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है जो राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के पास कोटकासिम में स्थापित किया जाएगा

2-दूसरा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट ( Green Field Airport) जोधपुर जिले के भोपालगढ़ तहसील के मेलावार टप्पूकड़ा और गगांणी में स्थापित किया जाएगा

विमान सेवाएं इंडियन एयरलाइंस इसका मुख्यालय नई दिल्ली में यह घरेलू उड़ानों के लिए है
एयर इंडिया इसका मुख्यालय मुंबई में है यह अंतरराष्ट्रीय उड़ाने भरने के लिए है यह दोनों सरकारी विमान सेवा हैं

पवन हंस हेलीकॉप्टर लिमिटेड(Pawan Hans Helicopter Limited)
तेल और प्राकृतिक गैस निगम और ऑयल इंडिया लिमिटेड सहित पेट्रोलियम क्षेत्र को हेलीकॉप्टर सहायता सेवाएं प्रदान करता है सुदूरवर्ती और उत्तरी पूर्वी क्षेत्र के अगम्य क्षेत्रों के साथ साथ देश के दीप समूह से संपर्क स्थापित करता है

वायु दूत सेवा

20 जनवरी 1981 को निगम के रूप में स्थापित किया ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र की हवाई सेवाओं की आवश्यकता को पूरा किया जा सके

नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा ( Netaji Subhash Chandra Bose Airport) दमदम कोलकाता में
इंदिरा गांधी हवाई अड्डा( Indira Gandhi Airport )नई दिल्ली में स्थित है

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण

इसका गठन 1 अप्रैल 1955 को भारतीय अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण और राष्ट्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण को मिलाकर किया गया इसके द्वारा और संरचनात्मक सुविधाओं की देखभाल की जाती है

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी

फुर्सतगंज उत्तर प्रदेश स्थित यह कंपनी रेल मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्तशासी संस्था है इसकी स्थापना व्यवसाई पायलट को उड़ान हुआ जमीन प्रशिक्षण में उच्च मानदंड को प्राप्त करने के लिए की गई थी

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