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Comprehensive study materials and practice resources for Leadership : Management ( नेतृत्व )
नेतृत्व दूसरों को अनुसरण करने के लिए प्रभावित करने की क्षमता है। नेतृत्व केवल आदेश, सत्ता प्राप्त करना, भय या अन्य माध्यमों से प्रभावित करना नहीं है बल्कि नेतृत्व में अनुयायियों की सहमति तथा स्वीकृति नेता के आदेशों के पालन के लिए आवश्यक होती है। एक नेता अनुयायियों को प्रोत्साहन देखकर सांगठनिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुयायियों का सफल मार्गदर्शन करता है। इस क्रम में वह सामूहिक प्रयत्नों में क्रमबद्धता एवं एकरूपता का व्यवस्थापन करवाता है।
1. निर्देशात्मक या निरंकुश शैली ( Instructional or Autocratic style ) - इस शैली में संपूर्ण सत्ता नेता में ही केंद्रित रहती है। नेता ही सभी नीतियां तय करता है और अधीनस्थ को आदेश देता है। निर्णय निर्माण में नेता अधिनस्थ की भागीदारी नहीं लेता है। नेतृत्व की यह शैली आपातकालीन परिस्थितियों एवं अति समयबद्ध कार्यक्रमों में उपयुक्त होती है जहां निर्णय शीघ्र लिए जाते हैं। लेकिन अधिकतर परिस्थितियों में यह शैली अस्वीकार्य है।
2. लोकतांत्रिक या भागीदारी शैली ( Democratic or partnership style ) - इस शैली के अंतर्गत निर्णय निर्माण में अधीनस्थ की भागीदारी ली जाती है। संचार प्रक्रिया द्विमार्गी और बहु निर्देशात्मक होती है। यह शैली प्रशासन के मानव संबंध के उपागम में लोकप्रिय हुई। इस शैली की कमी निर्णयों में देरी और निर्णय गुणवत्ता का कम होना है।
3. अहस्तक्षेप यामुक्त व्यापार शैली ( Non-trafficking or free trade style ) - इस शैली में नेता अधीनस्थ को उनके द्वारा मांगी गई सूचना एवं सामग्री उपलब्ध करवाता है तथा अधीनस्थ को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और अपने तरीके से उनको प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह शैली अव्यवस्था, अनुशासनहीनता एवं अराजकता को जन्म देती है। यह शैली तभी सफल हो सकती है जब अधीनस्थ पूर्णतः समझदार एवं कर्तव्यनिष्ठ हो।
Specially thanks to Post Author - P K Nagauri