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संस्कृत उपसर्ग

Comprehensive study materials and practice resources for संस्कृत उपसर्ग

1- जि धातु से पहले किस उपसर्ग के होने पर वह आत्मनेपदी धातु हो जाती है ?

(1) वि

(2) परा

(3) अप

(4) वि औऱ परा✔


2- उपसंहरति का तात्पर्य है ?

(1) भूखा रहना

(2) उपहार देना

(3) समीप जाना

(4) इकट्ठा करना✔


3- णत्व और षत्व प्रक्रिया में कौन सा उपसर्ग नहीं माना जाता है ?

(1) अधि

(2) दुर्✔

(3) नि

(4) अति


4- विचिनोति का अर्थ होगा ?

(1) खंडन करना

(2) चुनाव करना

(3) अनुकरण करना

(4) तलाशी लेना✔


5- अभ्यवहरति में कितने उपसर्ग हैं ?

(1) एक

(2) दो✔

(3) तीन

(4) नास्ति


6- परिभवति का तात्पर्य है ?

(1) अनुभव करना

(2) उत्पन्न होना

(3) तिरस्कार करना✔

(4) दूर हटाना


7- संस्कृत में अजादि उपसर्ग कितने है ?

(1) 12

(2) 7

(3) 22

( 4) 15✔


8- बहाना बनाना अर्थ है ?

(1) उपदिशति

(2) अध्यादिशति

(3) प्रत्यादिशति

(4 ) व्यपदिशति✔


9- अनु पाणिनि मन्ये वैयाकरणाः में अनु उपसर्ग का अर्थ होता है ?

(1) लक्षणार्थ

(2) हीनार्थ ✔

(3) वीप्सा अर्थ

(4) पीछे अर्थ


10- आ पारितोषाद् विदुषाम् न साधू मन्ये प्रयोग विज्ञानम् में आ उपसर्ग का अर्थ होगा ?

(1) ईषद् अर्थ

(2) मर्यादा अर्थ✔

(3) अभिविधि अर्थ

(4) हेतु अर्थ


11- उप हरिम् सुराः में उप उपसर्ग का अर्थ है ?

(1) हीन✔

(2) लक्षण

(3) प्रतिदान

(4) अधिक


12- प्रद्युमनो वासुदेवतः प्रति वाक्य में प्रति उपसर्ग का अर्थ होगा ?

(1) प्रतिनिधि✔

(2) भाग

(3) इत्थभूताख्यान

(4) अभिमुख्य


13- अति देवास्ते मनुजा: परार्धे ये तनुत्यज इस वाक्य में अति उपसर्ग का अर्थ होगा ?

(1) अतिश्य

(2) अतिक्रमण✔

(3) अभिविधि


14 - अधि पांचालेषु ब्रह्मदत्त: इस वाक्य में अधि उपसर्ग का अर्थ होगा ?

(1) मर्यादा

(2) साथ- साथ

(3) हिस्सा

(4) स्व स्वामीभाव✔


15- विगायति का अर्थ होगा ?

(1) निन्दा करना✔

(2) पूजा करना

(3) प्रस्थान करना

(4) वापस लौटना

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