अधिगमकर्ता का विकास : Questions

अधिगमकर्ता का विकास 


किशोर अधिगमकर्ता में शारीरिक, सामाजिक संवेगात्मक एवं नैतिक विकास के प्रतिमान एवं वैशिष्ट्य


प्रश्न=01. बालक के समाजीकरण का प्राथमिक घटक है?
(अ) परिवार
(ब) विद्यालय
(स) राजनीतिक दल
(द) क्रीडा स्थल

(अ)

प्रश्न=02. बालकों के विकास की किस अवस्था को सबसे कठिन काल के रूप में माना जाता है ?
(अ) शैशवावस्था
(ब) बाल्यावस्था
(स) किशोरावस्था
(द) उपर्युक्त सभी

(स)

प्रश्न=03. निम्नांकित में से खेल पर आधारित विधि है?
(अ) समस्या समाधान विधि
(ब) वाद विवाद विधि
(स) व्याख्यान विधि
(द) किण्डर गार्टन विधि

(द)

प्रश्न=04. कौन सा संवेग है?
(अ) प्रेम
(ब) क्रोध
(स) आश्चर्य
(द) सभी

(द)

प्रश्न=05. किशोरावस्था में सामाजिक विकास पर जिसका प्रभाव नहीं पड़ता है वह निम्न में से कौन सी है?
(अ) रुचियां
(ब) आवश्यकताएं
(स) असुरक्षा
(द) अभिवृत्ति

(स)

प्रश्न=06. मानसिक विकास का संबंध नहीं है?
(अ) शिक्षार्थी का वजन एवं ऊंचाई
(ब) स्मृति का विकास
(स) तर्क एवं निर्णय
(द) अवबोध की क्षमता

(अ)

प्रश्न=07. एक शिक्षक शिक्षार्थी के मानसिक विकास का ज्ञान प्राप्त करके जिस की योजना नहीं बना सकता ,वह है ?
(अ) पाठ्यक्रम
(ब) शिक्षण विधि
(स) विषय वस्तु का चयन
(द) शारीरिक विकास

(द)

प्रश्न=8. "किशोरावस्था बड़े संघर्ष ,तनाव, तूफान और विरोध की अवस्था है "यह कथन है?
(अ) स्किनर का
(ब) स्टेनले हॉल का
(स) किलपैट्रिक का
(द) थार्नडाइक

(ब)

प्रश्न=09. निम्नलिखित में से कौन-सी संज्ञानात्मक प्रक्रिया है?
(अ) खेलना
(ब) प्रतिवर्ती क्रियाएं
(स) चिंतन
(द) दौड़ना

(स)

प्रश्न=10. बच्चे का किस प्रकार का विकास विद्यालय और शिक्षक द्वारा प्रभावित होता है?
(अ) मानसिक
(ब) सामाजिक
(स) संवेगात्मक
(द) उपरोक्त सभी

(द)

प्रश्न=11. फ्रायड ने अनुसार मन की किस दशा में व्यक्ति की दमित इच्छाएं विधामान रहतीं हैं
(अ) चेतन
(ब) अचेतन
(स) अर्द्धचेतन
(द) कोई नहीं

(ब)

प्रश्न=12. फ्रायड ने मनोलैगिंक विकास सिद्धांत की कितनी अवस्थायो का उल्लेख किया है
(अ) 3
(ब) 4
(स) 5
(द) 6

(स)

प्रश्न=13. एरिक्सन के मनोसामाजिक सिद्धांत के अनुसार पहचान- भूमिका द्वन्द्व की अवस्था है
(अ) 13-18
(ब) 12-15
(स) 7-12
(द) 18-20

(अ)

प्रश्न=14. एरिक्सन के मनोसामाजिक सिद्धांत की कुल अवस्थाएं हैं
(अ) 5
(ब) 6
(स) 7
(द) 8

(द)

प्रश्न=15. कोहलबर्ग के नैतिक विकास सिद्धांत के अनुसार जब कोई बालक के नैतिक चिंतन का आधार सामाजिक हो तो वह किस स्तर का चिंतन होता है
(अ) प्रीकन्वेंशनल
(ब) कन्वेंशनल
(स) पोस्ट कन्वेंशनल
(द) कोई नहीं

(ब)

प्रश्न=16. जीन पियाजे के मानव संज्ञान विकास की कुल अवस्थाएं होती है
(अ) 3
(ब) 4
(स) 5
(द) 6

(ब)

प्रश्न=17. अतार्किक चिंतन की अवस्था है
(अ) 1-5 वर्ष
(ब) 2-7 वर्ष
(स) 7-12 वर्ष
(द) 12-18 वर्ष

(ब)

प्रश्न=18. मूर्त चिंतन की अवस्था है
(अ) 2-7
(ब) 7-12
(स) 12-18
(द) कोई नहीं

(ब)

प्रश्न=19. जीवन का निर्माणकारी काल है
(अ) शैशवास्था
(ब) बाल्यावस्था
(स) किशोरावस्था
(द) कोई नहीं

(ब)

प्रश्न=20. Spring season है
(अ) शैशवास्था
(ब) बाल्यावस्था
(स) किशोरावस्था
(द) कोई नहीं

(स)

प्रश्न=21. किसने सामाजिक निर्मितवाद के सिद्धांत पर अधिक बल दिया?
(अ) पियाजे
(ब) कोहलबर्ग
(स) वाइगोत्सकी
(द) कोहलर

(स)

प्रश्न=22. किस आयु काल में मानसिक विकास अपनी उच्चतम सीमा पर पहुंच जाता है?
(अ) 10 से 15 वर्ष
(ब) 15 से 20 वर्ष
(स) 20से25 वर्ष
(द) 5 से 10 वर्ष

(ब)

प्रश्न=23. निम्न में से कौन सी अवस्था संप्रत्ययो के संपूर्ण विकास की अवस्था है प्याजे के अनुसार निम्न है?
(अ) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(ब) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(स) इंद्रिय जनित गामक अवस्था
(द) पूर्व सक्रियात्मक अवस्था

(अ)

Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )

कोमल शर्मा, ज्योति वाधवा,  नेहा शर्मा झालावाड़, धर्मवीर शर्मा अलवर


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