करणी माता देशनोक बीकानेर(Karani Mata Deshnok Bikaner)
करणी माता देशनोक बीकानेर
(Karani Mata Deshnok Bikaner)
⚔➡ राजस्थान पूरे विश्व में वीरो की भूमि देवी देवताओं की
भूमि सूफी संतो की भूमि के नाम से मशहूर है| यह ऐसी कर्म भूमि है यहां पर कई वीर सपूतों ने और देवी
देवताओं ने जन्म दिया यही कारण है कि राजस्थान में बीकानेर
को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है|
➡ बीकानेर जिले के देशनोक मे माता का भव्य मंदिर बना हुआ है जो बीकानेर से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर हैदेशनोक जाने के लिए बीकानेर से हम ट्रेन बस टैक्सी या किसी भी निजी वाहन से भी जा सकते हैं|
... करणी माता को करणी जी महाराज चूहों वाली देवीआदि नामों से जाना जाता है|
➡ चारणी देवियों में सर्वाधिक पूज्य लोकप्रिय करणी जी जी का जन्म 1444 विक्रमी मैं वर्तमान जोधपुर जिले मे शुआप गांव में कीनिया गोत्रके नेहा जी चारण के घर हुआ था|
➡ इनकी बचपन का नाम RIDU BAI था| बाल्यकाल से ही चमत्कार दिखाने के कारण RIDU BAI करनी कहलाए|
➡ करणी जी का विवाहसाठिका बीकानेर के दीपा जी बिट्टूके साथ हुआ उनके वंशज देपावत कहलाते हैं |
➡ एक जनश्रुति के अनुसार एक बार करनी जी का पुत्र कोलायत सरोवर में डूब कर मर गयातो करनी जी यमराज को उसे अपने पुत्र को वापस जीवित करने के लिए कहा यमराज के मना करने पर करणी जी ने अपनी चमत्कारी शक्ति से पुत्र को जीवित किया और यमराज से कहा कि आज के बाद मेरा कोई भी बंसज तुम्हारे पास नहीं आएगा |
➡ देशनोक में आज भी यह मान्यता है कि करनी के बंसज देपावत की मृत्यु होने पर वह काबा (चूहा) बनता है |?
➡ देशनोक करणी माता मंदिर में आज भी सैकड़ों चूहे दौड़ते रहते हैं इसी कारण करणी जी को चूहों वाली देवी The Goddess with Mice कहलाई इन चूहों में सफेद चूहे को करनी जी का रूप माना जाता है इस का दर्शन करना शुभ माना जाता है वहां पर चूहों को काबा कहा जाता है ( *काबा वाली करनाल)
➡ करणी माता का मंदिर MADH कहलाता है | इनका मूल मंदिर देशनोकबीकानेर में है |
➡ कर्णी माता बीकानेर के राठौड़ राजवंश के शासकों की कुलदेवी है तथा ऐसा माना जाता है कि जोधपुर के मेहरानगढ़ दुर्ग की नीव भी करनी माता के आशीर्वाद से राव जोधा द्वारा लगाई गई थी |
➡ राव शेखा जी को इन्होंने मुल्तान से छुड़ा कर लाया तथा उनकी पुत्री का विवाह बीकाजी के साथ करवाया शेखावत राजपूतो में करणी जी के प्रति अत्यधिक आस्था है |
➡ YouTube करणी जी राजस्थान के जन जन की लोकदेवी है फिर भी चारण शेखावत राठौड़ राजपूत वर्णिक वर्ग एवं खाती लोग करणी माता में विशेष आस्था रखते हैं |
➡ ऐसा माना जाता है देशनोक करणी जी द्वारा बसाया गया था करणी जी को Aabad ji ( TEMDERAY ) का अवतार माना जाता है |
➡ देशनोक से 1 किलोमीटर दूर Nehdi jiनामक स्थान है जहां पर करनी जी अपनी गाय के साथ सर्वप्रथम आ कर रहे थे |
➡ जनश्रुति के अनुसार यहां के अत्याचारी शासक राव कान्हा का वध करके करनी जी ने रिडमल को यहां का राज दिया था
➡ पत्नी जी का वर्ष में दो बार मेला लगता है जिसमें श्रद्धालु दूर-दूर से पैदल आते हैं |
1 Comments
Sohan meena
5 years ago - ReplyLike your stuide matters And thank you