Start Q.1 'चंपा काले- काले अक्षर नहीं चीन्हती' कविता के लेखक त्रिलोचन का मूल नाम क्या था गिरिराज सिंह वासुदेव सिंह वासुदेव राव कुमार त्रिलोचन Q.2 "उस दिन चंपा आई मैंने कहा कि चंपा, तुम भी पढ़ लो हारे गाढ़े काम सरेगा" कविता में हारे गाढ़े काम सरेगा से तात्पर्य है- काम पूरा होगा कठिनाई में काम आएगा कटनी में काम आएगा जीवन अच्छा गुजरेगा Q.3 "चंपा काले काले अक्षर नहीं चीन्हती" कविता में चंपा क्या देखकर अचरज करती है - काले चीन्हें अचरज भरे होते हैं काले अक्षरों से क्या हासिल होता है काले अक्षरों से कैसे स्वर निकलते हैं काले चीन्हें कैसे बने होते हैं Q.4 कवि गिरिजा कुमार माथुर की निम्नलिखित में से कविता है काले बादल पानी दो मेघ आए छाया मत छूना चंद्र गहना से लौटती बेर Q.5 "तन सुगंध शेष रही, बीत गई यामिनी, कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी1" कविता में "कुंतल" शब्द से क्या तात्पर्य है- लंबे बागवान से लंबे केश से फूलों की क्यारी से इनमें से कोई नहीं Q.6 युग की गंगा, नींद के बादल, फूल नहीं रंग बोलते हैं, आग का आईना समय-समय पर कविताएं किसकी है नागार्जुन गिरिजाकुमार माथुर केदारनाथ अग्रवाल हजारी प्रसाद द्विवेदी Q.7 'चंपा काले काले अक्षर नहीं चीन्हती' कविता में शादी के बाद चंपा अपने पति को कहां रखने के लिए कहती है अपने गांव अपने घर अपने साथ अपने देश Q.8 कवि केदारनाथ अग्रवाल को सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार किस कविता पर मिला - आग का आईना समय-समय पर अपूर्वा मार प्यार की थापे फूल नहीं रंग बोलते हैं Q.09 "यह हरा ठिगना चना, बाँधे मुरैठा शीश पर, छोटे गुलाबी फूल का, सज कर खड़ा है" पंक्तियों में अलंकार है- दृष्टान्त उपमा मानवीकरण समासोक्ति Q.10 "फाग गाता मास फागुन आ गया है आज जैसे "पद में निहित अलंकार हैं- श्लेश मानवीकरण यमक उत्प्रेक्षा Q.11 'देह की पतली, कमर की है लचीली' विशेषण किस प्रकृति के पौधे के रूप में कवि ने चुना हैं- अलसी सरसों चने गेहू Q.12 "प्रभुता का शरण बिंब केवल मृगतृष्णा है, हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा हैं" कविता में कवि ने यहां 'हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है' ऐसा क्यों कहा - परिवर्तन संसार का नियम है सुख के बाद दुख आता है संसार उल्टा पुल्टा होता रहता है सांसारिक जीवन ही जीवन Q.13 गिरिजा कुमार माथुर की कविता "छाया मत छूना" के संबंध में निम्न में से असत्य है- छायावादी काव्य शैली का प्रयोग माधुर्य गुण की प्रधानता हास्य व व्यंग्य मनोभाव की अभिव्यक्ति लक्षणा शब्द शक्ति का प्रयोग Q.14 'यह है या न वैभव हैं, मान है न सरमाया; जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया'"छाया मत छूना" कविता में कवि ने "जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया" क्यों कहा- संभावनाओं की आशा में दौड़ना व्यर्थ है असीमित के पीछे सीमित को छोड़ना मूर्खता है अपना महान काम दूसरों के भरोसे छोड़ना व्यर्थ है महत्वाकांक्षाओं के पीछे दौड़ना भ्रम को बढ़ाना है Q.15 "चंद्र गहना से लौटती बेर" कविता के लेखक हैं- गिरीज कुमार माथुर नागार्जुन केदारनाथ अग्रवाल यशपाल Q.16 " है कई पत्थर किनारे पी रहे चुपचाप पानी" पंक्तियों में अलंकार है- मानवीकरण विशेषोक्ति विभावना विशेषण विपर्यय Q.17 'चंद्र गहना से लौटती बेर' कविता में कवि ने "गुलाबी फूल" को किसके समान बताया है हृदय रूपी गगन के समान दुल्हे के समान वन के समान उपरोक्त सभी Q.18 त्रिलोचन की कविता 'चंपा काले-काले अक्षर नहीं चीन्हती' में चंपा पढ़ाई को कैसा मानती है- अच्छा . बुरा गंदा बेकार Q.19 कवि गिरिजाकुमार माथुर का प्रसिद्ध गीत कौन सा है- मेरे वतन के लोगों हम होंगे कामयाब होंगे कामयाब हम ही हैं कामयाब Q.20 इस विजन में, दूर व्यापारिक नगर से, प्रेम की प्रिय भूमि उपजाऊ अधिक है पंक्ति में "इस विजन में" का अर्थ है- विचार भाव दृष्टि आकाश Name Email Phone Submit
Q.1 'चंपा काले- काले अक्षर नहीं चीन्हती' कविता के लेखक त्रिलोचन का मूल नाम क्या था
Q.2 "उस दिन चंपा आई मैंने कहा कि चंपा, तुम भी पढ़ लो हारे गाढ़े काम सरेगा" कविता में हारे गाढ़े काम सरेगा से तात्पर्य है-
Q.3 "चंपा काले काले अक्षर नहीं चीन्हती" कविता में चंपा क्या देखकर अचरज करती है -
Q.4 कवि गिरिजा कुमार माथुर की निम्नलिखित में से कविता है
Q.5 "तन सुगंध शेष रही, बीत गई यामिनी, कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी1" कविता में "कुंतल" शब्द से क्या तात्पर्य है-
Q.6 युग की गंगा, नींद के बादल, फूल नहीं रंग बोलते हैं, आग का आईना समय-समय पर कविताएं किसकी है
Q.7 'चंपा काले काले अक्षर नहीं चीन्हती' कविता में शादी के बाद चंपा अपने पति को कहां रखने के लिए कहती है
Q.8 कवि केदारनाथ अग्रवाल को सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार किस कविता पर मिला -
Q.09 "यह हरा ठिगना चना, बाँधे मुरैठा शीश पर, छोटे गुलाबी फूल का, सज कर खड़ा है" पंक्तियों में अलंकार है-
Q.10 "फाग गाता मास फागुन आ गया है आज जैसे "पद में निहित अलंकार हैं-
Q.11 'देह की पतली, कमर की है लचीली' विशेषण किस प्रकृति के पौधे के रूप में कवि ने चुना हैं-
Q.12 "प्रभुता का शरण बिंब केवल मृगतृष्णा है, हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा हैं" कविता में कवि ने यहां 'हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है' ऐसा क्यों कहा -
Q.13 गिरिजा कुमार माथुर की कविता "छाया मत छूना" के संबंध में निम्न में से असत्य है-
Q.14 'यह है या न वैभव हैं, मान है न सरमाया; जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया'"छाया मत छूना" कविता में कवि ने "जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया" क्यों कहा-
Q.15 "चंद्र गहना से लौटती बेर" कविता के लेखक हैं-
Q.16 " है कई पत्थर किनारे पी रहे चुपचाप पानी" पंक्तियों में अलंकार है-
Q.17 'चंद्र गहना से लौटती बेर' कविता में कवि ने "गुलाबी फूल" को किसके समान बताया है
Q.18 त्रिलोचन की कविता 'चंपा काले-काले अक्षर नहीं चीन्हती' में चंपा पढ़ाई को कैसा मानती है-
Q.19 कवि गिरिजाकुमार माथुर का प्रसिद्ध गीत कौन सा है-
Q.20 इस विजन में, दूर व्यापारिक नगर से, प्रेम की प्रिय भूमि उपजाऊ अधिक है पंक्ति में "इस विजन में" का अर्थ है-
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