1रस निष्पत्ति के सम्बंध में निम्नलिखित का सुमेल कीजिये?
अ उत्तपतिवाद- क अभिनवगुप्त
ब अनुमितिवाद-ख शंकुक
स भुक्तिवाद- ग भट्टलोलल्लट
द अभिव्यक्ति- घ भट्टनायक
2. भट्टलोलल्लट के उत्तपतिवाद के अनुसार कौनसा कथन गलत है?
अ स्थायी भाव के साथ विभाव उत्पाद्य उत्पादक सम्बन्ध से,अनुभाव से अनुमाप्य अनुमापक,संचारिभाव से पोष्य पोषक
ब रस का मूल आश्रय अनुकार्य में होता है
स रस की व्यक्तिपरक व्याख्या की
द रस को सामाजिक में मानकर सामाजिक के आनंद को विशेष प्रतिष्ठा दी✔
3 शंकुक के अनुसार रस निष्पत्ति के सम्बंध में कोनसा कथन गलत है?
अ रस की उत्तपत्ति नही होती,चित्र तुरंग न्याय से अनुमिति होती है
ब रस , विभाव का सम्बंध अनुमाप्य अनुमापक का है
स रस मूलतः सामाजिक मे होता है✔
द रस की स्थिति अनुकार्य में है
4 रस निष्पत्ति में साधारणीकरण की तुलना योग की मधुमती भूमिका से किसने की?
अ रामचंद्र
ब नगेन्द्र
स श्यामसुंदर✔
द नंददुलारे वाजपेयी
5 साधारणीकरण किसका होता है-?
अ सह्रदय की अनुभूति का
ब अभिनेता की अनुभूति का
स कवि की अनुभूति का
द सभी का✔
6 साधारणीकरण का अभिप्राय है--?
अ साधारण को विशिष्ट बनाना
ब साधारण को सरलता के अनुरूप
स विशिष्ट को साधारण करने✔
द विशिष्ट को सरलता के अनुरूप
7भारतीय साहित्यशास्त्र में साधारणीकरण की अवधारणा का उन्मेष किसने किया-?
अ भट्टलोलल्लत
ब भट्टनायक✔
स भरतमुनि
द शंकुक
8 साधारणीकरण वास्तव में कवि कल्पित समस्त व्यापार का होता है किसने माना है?
अ नंददुलारे✔
ब नगेन्द्र
स रामचन्द्र
द अभिनवगुप्त
9 ह्रदय की मुक्तावस्था का नाम ही रस दशा है किसने माना है-?
अ नगेन्द्र
ब श्यामसुंदर
स शुक्ल✔
द भट्टनायक
10साधारणीकरण से सम्बंधित कौनसा कथन सही नही है-?
अ काव्य निबन्ध विशिष्ट अनुभू6 सह्रदय वर्ग की अनुभूति बन जाती है
ब साधारणीकरण का आधार है भाषा का ऐसा भावमय प्रयोग जो सह्रदय म् कवि की अनुभूति से
स काव्यस्वाद की अवस्था मे सह्रदय का चित्त कवि व्यापार के साथ तन्मयता की अवस्था मे पहुचकर व्यक्तिगत भावनाओ से मुक्त
द साधारणीकरण के द्वारा सह्रदय एक देश विशेष ओर एक काल विशेष म् पहुँच जाता है।✔
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