चोल वंश- Chola Dynasty

चोल वंश- Chola Dynasty


1 कौन सा शब्द चोल के शाही सैन्य दल के लिए था
➡ केक्कोलर

बड़पई केक्कोलर - राजा की व्यक्तिगत सुरक्षा में तैनात पैदल सेना
कुंजिर मल्लर- गजारोहि दल
कुडिरेचवेवर-अश्वारोही दल
बिल्लिगढ़- धनुर्धारी दल
सेगुन्दर-भाला से प्रहार करने में निपुण सैनिक
तेलेवकार- राजा के अति विश्वशनीय अंगरक्षक

2. चोल शासको ने किस उद्देश्य से भूमि का विस्तृत सर्वे करवाया था
➡ सरकार के राजस्व भाग को निश्चित करने हेतु

अभिलेखों से पता चलता है कि राजाराम प्रथम व कुलोतुंग के पैर की माप ही भूमि की लंबाई मापने की इकाई थी
चोल काल मे भूमि कर उपज का 1/3 भाग हुआ करता था जिसे नकद व अन्न दोनों रूपो म् लिया जाता था
राजस्व विभाग के उच्च अधिकारी को परितगोत्तगकक कहा जाता था
अन्न का माप एक वालम(तीन मन)था
वेली भूमि माप की इकाई थी
सोने के सिक्के को काशू कहा जाता था

3 चोल शासक सामान्यतः उपासक थे
➡ शिव के
अधिकतर चोल शासक कट्टर शैव थे
चोल नरेश आदित्य प्रथम ने शिवपूजा हेतु कावेरी नदी के किनारे शिवमंदिर बनाया व इनके पुत्र परांतक ने शिव की आराधना में द्रभसभा का निर्माण कराया
चोल शासक राजराज प्रथम के काल मे शेव धर्म अपने चरमोत्कर्ष पर पहुचा
राजराज ने तंजोर में राज राजेश्वर अथवा बृहदीश्वर मंदिर का निर्माण कराया साथ में  शिवपाद शेखर की उपाधि धारण की
राजराज प्रथम के समय शेव संत नम्बि अण्डारनम्बी ने शेव मंत्रो को धर्मग्रंथ में संग्रहित किया।

4 किस चोल शासक ने नागपट्टनम म् एक बौद्ध विहार के निर्माण में शैलेन्द्र सम्राट मर्वीजयोतुंग वर्मन के साथ सहयोग किया था
➡ राजराजा प्रथम
राजराजा प्रथम ने सिंगलद्वीप व मालद्वीप पर अधिकार किया। सिंगलद्वीप पर अधिकार के बाद उसने अनुराधापुर के स्थान पर पोलोभरूवा को अपनी राजधानी बनाई। राजराजा प्रथम का वास्तविक नाम अरिमोलिवर्मन था                       

5 चोल काल मे कुर्रम क्या थे
➡ ग्राम संघ
प्रशासन की सुविधा हेतु चोल साम्राज्य 6 प्रान्तों में विभाजित था। प्रान्त को मंडलम कहा जाता था, जहा का वायसराय प्रायः राजकुमारों को बनाया जाता था। मंडलम का विभाजन कई कोट्टम अथवा वलनाडू में हुआ था। प्रत्येक कोट्टम में कई जिले होते थे जिन्हें नाडु कहा जाता था। नाडु की सभा को नाट्टार कहा जाता था । नाडु के  अंतर्गत अनेक ग्रामसंघ थे, जिन्हें कुर्रम कहा जाता था। प्रशासन की सबसे छोटी इकाई ग्राम सभा होती थी। व्यापारिक नगरों को नगरम् नामक व्यापारियों की सभा होती थी।

6 किस चोल शासक ने रामानुज को उत्पीड़ित किया था, तथा उन्हें अपने राज्य से बाहर निकाल दिया था
➡ कुलोतुंग द्वितीय

कुलोतुंग द्वितीय ने चिदंबरम के मंदिर के प्रांगण से गोविन्दराज की प्रतिमा को हटवाकर समुद्र में फिकवा दिया। उन्होंने रामानुज को प्रताड़ित करके राज्य से बाहर भेज दिया। रामानुज यामुनाचार्य के शिष्य थे। उन्होंने विशिष्टाद्वेत दर्शन का प्रतिपादन किया।

7 किस चोल शासक की हत्या क्रुद्ध भीड़ ने कर दी थी
➡ अधिराजेंद्र
वीर राजेन्द्र की मृत्यु के पश्च्यात अधिराजेंद्र चोल राजगद्दी पर बैठा। कुछ माह पश्च्यात हुए जन विद्रोह में भीड़ ने अधिराजेंद्र की हत्या कर दी,  जिससे विजयालय द्वारा स्थापित चोल वंश समाप्त हो गया।
इस अशान्तिमय वातावरण का लाभ उठाकर राजेन्द्र द्वितीय 'कुलोतुंग प्रथम' के नाम से चोल शासक बना इसके बाद का इतिहास चोल चालुक्य वंशीय इतिहास के नाम से जाना गया।

8 किस चोल शासक की उपाधि पंडित चोल थी
➡ राजेन्द्र प्रथम
महान विद्या प्रेमी होने के कारण- पण्डित चोल
अन्य उपाधियां- गंगेकोडचोल, वीर राजेन्द्र, मुदिगोंड़चोल आदि।
इसकी उपाधियों की जानकारी तिरूवालंगाड़ू एवं करदाई अभिलेख से मिलती है।
इन्होंने गंगा घाटी अभियान की सफलता से गंगेकोडचोल की उपाधि व गंजकोंडचोलपुरम नामक नई राजधानी बनाई। सिचाई हेतु चोल गंगम नामक बड़े तालाब का निर्माण कराया।

9 कोनसा चोल शासक राष्ट्रकूट राजा कृष्ण तृतीय द्वारा पराजित किया गया था
➡ परांतक प्रथम
949ई में तक्कोलम के युद्ध मे राष्ट्रकूट नरेश कृष्ण तृतीय ने परांतक प्रथम को हराया व तोड़मण्डलम पर अधिकार कर लिया।         

10 सर्वप्रथम चोल कालीन स्वर्ण मुद्रा, जिसका हमे ज्ञान है वह संबंधित है
➡ उत्तम चोल के शासन काल से
सर्वप्रथम उत्तम चोल ने सोने व चांदी के सिक्के जारी किए थे। उसके सिक्को पर एक ओर नागरी लिपि में उत्तम चोल अंकित है व दूसरी ओर कुछ दृश्य अंकित है

1 प्राचीन समय का चोल मंडल का वर्तमान क्षेत्र है
➡ तंजोर, त्रिचन्नापल्ली, पुदुकोटा

2 चोल साम्राज्य की राजधानियां थी
➡ उरगपुर(उरेयुर), तंजोर, व गंगकोंड चोलपुरम

3 चोल साम्राज्य की राजधानी तंजोर किसने बनाई
➡ विजयालय

4 किस चोल शासक ने अपने पुत्र का विवाह चेर शासक से व पुत्री का विवाह राष्ट्रकूट वंश के कृष्ण द्वितीय से करके अपनी स्थिति को सुदृढ़ किया
➡ आदित्य प्रथम

5 तंजोर के प्रशिद्ध राज राजेश्वर मंदिर का निर्माण किस शासक ने करवाया
➡ राजराज प्रथम

6 राजेन्द्र प्रथम ने किस विजय की खुशी में गंगेकोड चोल की उपाधि धारण की
➡ पूर्वी भारत विजय

7 किस चालुक्य नरेश के विरुद्ध लड़ते हुए चोल शासक राजाधिराज प्रथम की मर्त्यु हुई
➡ चालुक्य नरेश सोमेश्वर

8 चोल काल मे ग्राम सभाएं कितने प्रकार की होती थी
➡ 2 प्रकार की ( ऊर व सभा )

9 वारियम में निर्वाचित होने की न्यूनतम आयु थी
➡ 35 वर्ष

10 चोल काल मे केक्कोलप्तेरुम्बर्ड क्या था
➡ राजा का अंगरक्षक पदाति दल

11 तमिल साहित्य के महाकाव्यों में महान कृति शिवक शिंदामणि की रचना किसने की
➡ जैन कवि तिरुत्तक्क्देवर

12 चोल वंश के स्वतंत्र राज्य की नींव किस शासक ने डाली थी।
➡ विजयालय

13 चोल काल मे कोनसा कर शैक्षणिक उद्देश्य हेतु लिया जाता था
➡ देवदान

14 चोल कालीन सर्वाधिक प्रशिद्ध कांस्य प्रतिमा किसकी है
➡ नटराज

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