जैसलमेर प्रजामंडल आंदोलन

?जैसलमेर रेगिस्तानी होने के कारण यह राजस्थान के अन्य भागों से सर्वथा कटाहुआ था
?यहा ऊँट के अलावा अन्य आने जाने के साधन उपलब्ध नहीं थे
?इस कारण यह एक पिछड़ा राज्य रह गया था
?इसी कारण यहां शिक्षा का भी विकास नहींहो पाया था और अशिक्षा के कारणही यहां के लोग लंबे समय तक महारावल के निरंकुश शासन से  शासित होते रहे
?यहां की राजतंत्र का सर्वप्रथम विरोध,यहां के व्यापारीयों ने 1896 में किया था
?महारावल शालीवाहन द्वितीयने व्यापारी वर्ग की इच्छा के विरुद्ध लानी टैक्सलगा दिया था
?व्यापारी वर्ग द्वारा हड़ताल करने पर महारावल ने कड़ा रुख अपनाया
?इसके कुछ समय बाद 1915 में कुछ नवयुवको ने जैसलमेर में सर्व हितकारी वाचनालय की स्थापना करने का प्रयास किया
?लेकिन निरंकुश महारावल द्वारा अनुमति नहींमिलने से इस वाचनालय की स्थापना नहींहो सकी
?1920 से यहां राष्ट्रीय भावना अंकुरित होने लगी
?12 फरवरी 1920 को प्रवासी जैसलमेर वासियोंने कुछ अन्य जातियों के सहयोग से महारावल के समक्ष एक मांग पत्रप्रस्तुत किया
?इस मांग पत्र में निम्न शर्ते थी➖


  • 1⃣ शिक्षण संस्थाओं को सरकारी संरक्षण मिलनाचाहिए 

  • 2⃣ समाचार पत्र के प्रकाशन की अनुमति मिलनीचाहिए

  • 3⃣ बाहर से आने जाने वाले अन्य राज्यों के समाचार पत्रों पर किसी प्रकार का नियंत्रण नहींहोना चाहिए

  • 4⃣ नगरपालिका का गठनहोना चाहिए और उसके सदस्य जनता द्वारा निर्वाचितहोने चाहिए

  • 5⃣ नगर की सफाई की व्यवस्थाहोनी चाहिए

  • 6⃣ यातायात व संदेशवाहन के साधनों की भी व्यवस्थाहोनी चाहिए


?महारावल ने इन सभी मांगों को स्वीकारकरने का आश्वासन दिया
?इस पर एक उत्साही युवक सागरमल गोपा ने इन मांगों को एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित कर दिया
?इस पत्रिका के माध्यम से जनसाधारण में उनके वितरण का कार्य किया
?इसके उपरांत जैसलमेर के हाल चाल भी समाचार पत्रों के माध्यम से जनसाधारण के सामने आने लगे
?महारावल के निरंकुश शासन पर प्रकाश डाला जाने लगा
?इन खबरों से महारावल पुन: नाराज हो गया और उसने समाचार पत्र पर प्रतिबंध लगा दिया
?यहां तक कि महारावल में तीन नवयुवकों (रघुनाथ सिंह मेहता, आईदान सिंह और सागरमल गोपा )को समाचार पत्र पढ़ने के कारण बंदी बना लिया गया
?जैसलमेर में जन जागृति,लोक परिषद की स्थापना और सागरमल गोपा की हत्या? 
? जैसलमेर में जन जागृति लाने का श्रेय सागरमल गोपा को दिया जाता है
?जिसने महारावल के विरुद्ध प्रथम आवाज बुलंद की थी
?नवंबर 1930 को पंडित जवाहरलाल नेहरू के स्वास्थ्य लाभ की कामना हेतु जैसलमेर में जवाहर दिवस मनायागया
?सरकार ने जवाहर दिवस मनाने के कारण सागरमल गोपा, रघुनाथसिह मेहता और आईदान सिंह को जेल में डाल दिया
?इन तीनो ने एक विज्ञप्ति निकालकर नेहरू जी के स्वास्थ्य की कामनाकी थी
?इसी समय जैसलमेर में रघुनाथ सिह मेहता की अध्यक्षता में 1932 में माहेश्वरी युवक मंडल की स्थापना की गई
? इसे भी महारावल द्वारा गैरकानूनी घोषित कर दिया गया
?महारावल द्वारा माहेश्वरी युवक मंडल को अवैध घोषितकरने से जनता का आक्रोश और बढ़ गया
?इस कारण महारावल को गिरफ्तार किए गए तीनों बंदी युवकों को रिहा करना पड़ा
?1937-38 में शिव शंकर गोपा ,मदन लाल पुरोहित, लाल चंद जोशी आदि ने लोक परिषदकी स्थापना का प्रयास किया
?जिसका महारावल ने दमन कर दिया
?महारावल के दमन निती के कारण संस्थापकों को जैसलमेर छोड़ना पड़ा
? शिव शंकर गोपा अपने भ्राता सागरमल गोपा के पास नागपुर चला गया और वही से राष्ट्रीय भावना का प्रसार करता रहा
?1940 में सागरमल गोपा ने जैसलमेर में गुंडा राज नामक पुस्तिका छपवाकर वितरित करवा दी थी
?इस पुस्तिका के माध्यम से सागरमल गोपा ने महारावल के अत्याचार पूर्ण कार्यो का पर्दाफाश किया था
?इस कारण सागरमल गोपा को जैसलमेर से निर्वासित कर दिया गया था
?1941 में पिता की मृत्युपर उसने जैसलमेर आने की रेजिडेंट से अनुमति मांगी थी
?ब्रिटीश रेजिडेंट ने अनुमति दे दी और आश्वासन दिया कि उनके साथ सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहींकी जाएगी
?दो माह बादजैसे ही सागर मल गोपा जैसलमेर से लौटनेलगे
?उन्हें 22 मई 1941 को बंदी बना लिया गया
?न्याय का नाटक रचते हुए इन्हें 10 जून 1942 को 6 वर्ष के कठोर कारावास की सजा दी गई
?सागरमल गोपा को जेल में बुरी तरह से पीटागया
?thanedaar गुमान सिंह ने जेल में सागरमल गोपा को अमानुषिक यातनाएंदी
?thanedaar गुमानसिह द्वारा दी जा रही यात्राओं का वर्णन गोपा द्वारा जय नारायण व्यास और शेख अब्दुल्ला को लिखा गया
?जय नारायण व्यास के आग्रह पर पोलिटिकल एजेंट ने 5 अप्रैल 1946 को जैसलमेर जाने का कार्यक्रम बनाया
?जब गुमान सिंह थानेदार को इसका पता चला तो उसने इसकी भयंकर परिणामों की धमकी दी
? इसके परिणाम स्वरुप पोलिटिकल एजेंट के आने से पूर्व ही 3 अप्रैल 1946 को सागरमल गोपा पर तेल छिड़क कर जिंदा जलादिया गया था
?4 अप्रैल 1946 को सागरमल गोपा का देहांत होगया
?शहर में यह खबर फैला दी की गोंपा स्वयं ने अपने ऊपर तेल छिड़क कर आग लगाली और आत्महत्या कर ली


 ??जैसलमेर प्रजामंडल की स्थापना?? 
?सागरमल गोपा की हत्या के बाद सारे शहर में खून के बदले खून के नारेलिख दिए गए
?पंडित जवाहरलाल नेहरू  सहित अनेक नेताओं ने इस हत्याकांड की घोर निंदा की
?जैसलमेर की जनता ने जांच की मांग उठाई
?जनता की मांग के कारण गोपाल स्वरूप पाठक आयोग का गठन किया गया
?इस आयोग का गठन जैसलमेर सरकार द्वारा गोपा की मृत्यु के कारणों की जांच करने के लिए किया गया था
?आयोग द्वारा गोपा जी की मृत्यु को आत्महत्या करार दिया गया था
?गोपाल स्वरूप द्वारा सागरमल गोपा की हत्या को आत्महत्या करार देने का कारण thanedaar गुमान सिंह का भय था
?जैसलमेर में राष्ट्रीय प्रेम की अग्नि लग चुकी थी
?सागरमल गोपा की जेल में रहते हुए 15 दिसंबर 1945 को मीठालाल व्यास द्वारा जोधपुर में जैसलमेर राज्य प्रजा मंडलका गठन किया गया
?जैसलमेर राज्य प्रजा मंडल की स्थापना से जन आंदोलन को और प्रखरबना दिया
?इस प्रजामंडल के द्वारा उत्तरदायी शासन स्थापना की मांग की गई थी
?सागरमल गोपा की दर्दनाक मृत्यु के बाद 6 मई 1946 को जय नारायण व्यास अखिलेश्वर प्रसाद के साथ जैसलमेरपहुंचे और प्रजामंडल को नवीन ऊर्जा प्रदानकी
?जैसलमेर पहुंचकर जयनारायण व्यास ने एक सार्वजनिक सभा में भाषण दिया,जिसमें 4000 लोगमौजूद थ
े? इस सभा में जनता काफी उत्तेजना में थी और इस उत्तेजना ने आंदोलन को और उग्रबना दिया
?अगस्त 1947 में जैसलमेर के राजकुमार गिरधारी सिंह ने महाराजा जोधपुर के साथ मिलकर जैसलमेर को पाकिस्तान में शामिल करने की योजना बनाई थी
? लेकिन भारत सरकार के प्रयत्नों से इस योजना को सफल नहीं होने दिया गया
?2 अक्टूबर 1947 को यहां के लोगों ने गांधी जयंतीमनाई
?इस अवसर पर भी निकाले गए जुलूस पर पुलिस ने लाठियांबरसाई
?स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी महारावल का रूप राष्ट्रविरोधी ही रहा और पाकिस्तान में मिलने का विचारकरने लगा
?इस प्रकार के उग्र वातावरण में जैसलमेर 30 मार्च 1949 को वृहत राजस्थानमें विलीन हो गया

??जैसलमेर प्रजामंडल से संबंधित तथ्य?? 
?दूरस्थ रेगिस्तान में स्थित जैसलमेर  आवागमन के दुर्गम और कठिन मार्ग, आबादी की विरलता और प्रजा मंडल आंदोलन से अप्रभावित रहने के कारण राजस्थान का अंडमान निकोबार कहलाता है
?इस के बारे में यह कहावत प्रचलित रही है कि पत्थर की टांगे ही यहां तक पहुंचसकती है
?सागरमल गोपा ने "देश के दीवाने" ,"जैसलमेर में गुंडा राज" और ""रघुनाथ सिंह का मुकदमा"" पुस्तकें प्रकाशित करी थी
?इन पुस्तकों के माध्यम से महारावल जैसलमेर के निरंकुश और अत्याचारी शासन का चित्रण कर पर्दाफाश किया गया था
?इस कारण सागरमल गोपा को जैसलमेर छोड़कर नागपुरजाना पड़ा था
?1947 में जय नारायण व्यास की आम सभा में राष्ट्रध्वज फहरायागया
?इस सभा में इंकलाब जिंदाबाद और प्रजा मंडल जिंदाबाद के नारोंके बीच उत्तरदायी शासन की मांग की गई
? प्रजामंडल को असफलबनाने के लिए सामंती तत्वों द्वारा जैसलमेर राज्य लोक परिषद् का गठन किया गया था
? जैसलमेर राजस्थान का सर्वाधिक पिछड़ा हुआ और राष्ट्रीय चेतना से अत्यधिक विलग  राज्य था
?सागरमल गोपा पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जैसलमेर की जनता को महारावल के दमनकारी शासन के विरूद्ध जागृतकिया था
?गोपाल स्वरूप पाठक द्वारा सागरमल गोपा की हत्या को आत्महत्या करार देने का फैसला गुलाम भारत की उपज थी
?गोपाल स्वरूप पाठक द्वारा यह नहीं सोचा गया की जेल में मिट्टी का तेल और माचिसकहां से आई और किसने सागरमल गोपा को दी थी
?यह जांच का यह फैसला केवल थानेदार गुमान सिंह का भयथा
?जिससे यह साबित होता है कि पाठक  गुलाम भारत की उपज थी
?अपने राज्य से अन्य राज्य में प्रजा मंडल की स्थापना करने वाली एकमात्र रियासत जैसलमेरथी
?जैसलमेर प्रजामंडल की स्थापना जोधपुर में की गई थी
?लाणी प्रथा➖ जैसलमेर रियासत में प्रचलित एक परंपरा थी
?जिसमें लोग पीतल के बर्तन में शर्करा अथवा मिश्री भरकर अपने समाज में वितरित किया करते
?पोकरण (जैसलमेर) के किले पर तिरंगा फहराने का प्रयास किशोरीलाल पुरोहितने किया था
?रघुनाथ सिह ने जैसलमेर में माहेश्वरी नवयुवक मंडल की स्थापना कन्हैया लाल की प्रेरणा से की थी
?1942 के भारत छोडो आंदोलन में महारावल के निरंकुश शासन के कारण कोई विशेष आंदोलन नहीं हो सका



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