?झालावाड़ में जन जागृति का कार्य श्याम शंकर ,अटल बिहारीके प्रयासों से प्रारंभ हुआ
?इस उद्देश्य के लिए उन्होंने 1919 में झालावाड़ में झालावाड़ सेवा समितिकी स्थापना की
?1921 में रामनिवास शर्मा ने झालावाड़ में सारम नामक समाचार पत्रका प्रकाशन किया था
? इस समाचार पत्र के माध्यम से राजनीतिक आंदोलनों की गतिविधियों को प्रकाशितकिया गया था
?कोटा और बूंदी राज्य में स्थापित हाड़ोती मंडल नें झालावाड़ राज्य में भी जागृति का लक्ष्य रखा था
?मांगीलाल भव्य तनसुखलाल मित्तल मदन गोपाल जी रामनिवासआदि ने हाडोती मंडल की गतिविधियों को झालावाड़ में कुशलता से संचालन कर सार्वजनिक चेतना का कार्य किया ⚜?झालावाड़ प्रजामंडल की स्थापना?⚜
?हाडोती प्रजामंडल से प्रेरणापाकर झालावाड़ के स्वतंत्रता सेनानियों ने बाल गोविंद तिवारी के नेतृत्व में मित्र मंडल नामक राजनीतिक संगठन बनाया
?जिसने जन जागृति की और 1940 में उत्तरदायी शासनकी मांग की
? इन सब की गतिविधियों से और बदलती हुई परिस्थितियों के कारण 25 नवंबर 1946 को झालावाड़ प्रजामंडल का गठन किया गया
? झालावाड़ प्रजामंडल का गठन मांगीलाल भव्य ने मदन गोपाल ,कन्हैया लाल मित्तल, मकबूल आलम और रतन लाल के साथ मिलकर किया था
?मांगीलाल भव्य को झालावाड़ प्रजामंडल का अध्यक्षऔर मकबूल आलम को इसका उपाध्यक्षबनाया गया
?इस प्रजामंडल को नरेश हरिश्चंद्र सिंह का सीधा समर्थनप्राप्त था
? जो सरकार बनने पर प्रधानमंत्री बनेथे
⚜?झालावाड़ प्रजामंडल से संबंधित तथ्य?⚜
?1947में झालावाड़ प्रजामंडल की प्रथम आम सभाआयोजित की गई थी
?सभा में प्रशासनिक सुधारों की मांगकी गई थी
?इस समय झालावाड में जालिम सिंह के वंशज हरिश्चंद्र का शासनचल रहा था
?राजा हरिश्चंद्र सुशिक्षित ,उदार विचारों का शासक था
?अक्टूबर 1947 में नरेश हरिश्चंद्र ने सहर्ष लोकप्रिय मंत्री मंडल का गठन कर दिया
?जिस में वह स्वयं प्रधानमंत्री बनेथे
?इस मंत्री मंडल में मांगीलाल भव्य और कन्हैया लाल को मंत्री बनाया गया
?राजा हरिश्चंद्र ने अपने यहां राष्ट्रीय भावना के विकास का कोई विरोध नहींकिया
?यह मंत्री मंडल राजस्थान संघ के निर्माण तक कार्य करता रहा
?यह राजस्थान का अंतिम प्रजामंडल था
?यह एकमात्र प्रजामंडल था जिस से वहां के शासक नरेश हरिश्चंद्र का समर्थन प्राप्त था
?कोटा का नयनूराम अक्सर अपने पत्थर के व्यवसाय के संबंध में झालावाड आता जाता था
?यहा इन्होने यहा लोगों में जागृति का बीड़ाउठाया
?छावनी में स्थित हरिजन स्कूल की रामचंद्र से अकसर मिला करते थे
?झालावाड़ प्रजामंडल राजस्थान का नवीन प्रजामंडल था
?राजस्थान में यही प्रजामंडल एकमात्र ऐसा प्रजामंडल था जिसे संरक्षण प्राप्त था
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