भारत की झीलें ( Part 02 )-Lakes of India (Part 02)
भारत की झीलें ( Part 02 )-Lakes of India (Part 02)
भारत की झीलें
चो-ल्हामु झील:-सिक्किम
➡:-यह सिक्किम के उत्तरी भाग में 18,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है,जो भारत की सबसे ऊंची झील है। ?note:-देवताल(रासकताल)-उत्तराखंड सबसे ऊंची झील थी2011 तक
➡सिक्किम की चो-ल्हामू झील भारत की सबसे ऊंची एवं विश्व की छठी सबसे ऊंची झील
?केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा2011में तैयार द वेटलैंड एटलस के अनुसार भारत कीसबसे ऊंची एवं विश्व की छठी सबसे ऊंची झील चो-ल्हामू ( सिक्किम)
पुष्कर झील:-अजमेर(राजस्थान)
➡:-पुष्कर झील या पुष्कर सरोवर ,जो कि राजस्थान राज्य के अजमेर ज़िले के पुष्कर कस्बे में स्थित एक पवित्र हिन्दुओं की झील है।
हिन्दुओं के अनुसार यह एक तीर्थ है। पौराणिक दृष्टिकोण से इस झील का निर्माण भगवान ब्रह्मा जी ने करवाया था इस कारण झील के निकट ब्रह्मा जी का मन्दिर भी बनाया गया है।
पुष्कर झील में कार्तिक पूर्णिमा (अक्टूबर -नवम्बर) माह में पुष्कर मेला भरता है जहां पर हज़ारों की तादाद में तीर्थयात्री आते है तथा स्नान करते है। ऐसा माना जाता है कि यहां स्नान करने पर त्वचा के सारे रोग दूर हो जाते है और त्वचा साफ सुथरी हो जाती है।
झील के आसपास लगभग 500 हिन्दू मन्दिर स्थित है। झील राजस्थान के अजमेर नगर से 11 किमी उत्तर में स्थित है। पौराणिक मान्यता के अनुसार पुष्कर झील का निर्माण भगवान ब्रह्मा ने करवाया था। इसमें बावन स्नान घाट हैं। इन घाटों में वराह, ब्रह्म घाट महत्त्वपूर्ण हैं। प्राचीनकाल से लोग यहाँ पर प्रतिवर्ष कार्तिक मास में एकत्रित हो भगवान ब्रह्मा की पूजा उपासना करते हैं। पुष्कर में आने वाले लोग अपने को पवित्र करने के लिए पुष्कर झील में स्नान करते हैं। पुष्कर झील जो कि राजस्थान के अजमेर ज़िले के पुष्कर कस्बे में स्थित है पवित्र झील है , यह अरावली पर्वतमाला की श्रेणी में आती है जो (नाग पर्वत) के नाम से जानी जाती है।
राजस्थान की झीलें:-
➡:- राजस्थान में खारे और मीठे पानी की झीले हैं।
खारे पानी की झीले:-
➡सांभर झील, डीडवाना झील,पंचपदरा झील, लूणकरणसर झील, फलोदी झील, कुचामन झील, लूणकरणसर झील, रेवासा झील,कावोद झील(जैसलमेर) आदि। ➡ राज्य की समस्त लवणीय झीलें पश्चिमी मरुस्थलीय प्रदेश में पाई जाती है । जो पश्चिमी एशिया के मरुस्थल में स्थित प्याला या अर्जेंटाइना की "साल्टा" झीलों के समान है। ✍भूगर्भिक बनावट की विशेषता के कारण ही इन झीलों का जल लवणीय है।
मीठे पानी की झीलें:- ➡1.अजमेर:- फाई सागर, पुष्कर ,नारायण सागर, आना सागर➡इस झील का निर्माण आना जी ने 1137 के लगभग करवाया, जहाँगीर ने इस झील के निकट 'दौलत बाग' बनवाया ,इस झील के तट पर संगमरमर की छतरियाँ(बारहदरी)का निर्माण करवाया।
17.उदयपुर:-जयसमंद(ढेबर झील),उदय सागर,फतेह सागर,स्वरूप सागर, ➡पिछोला झील(इस झील के दो टापुओं पर जगमंदिर और जगनिवास नाम के सुन्दर महल बने हुए है।)एक समय यहाँ शहजादा खुर्रम को रखा गया था।,वर्तमान मे इसे होटल का रूप दे दिया गया है।
भारत की सबसे बड़ी झील चिल्का झील (उड़ीसा) है, जो खारे पानी की एक लैगून झीलहै। यहाँ नौ सेना का प्रशिक्षण केंद्र है।
भारत में सबसे बड़ी मीठे पानी की झील वूलर झील (जम्मू-कश्मीर) है।
भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील गोविंद सागर झील पंजाब के रोपड़ जिले में सतलज नदी पर भाखड़ा-नांगल बाँध से निर्मित हुआ है।
बॉलसन-पहाड़ियों से घिरे अभिकेंद्रि अपवाह वाले विस्तृत गर्त को बॉलसन कहते है।
प्याला-चौरस सतह तथा अनप्रवाहित द्रोणी वाली छोटी झीलों को प्याला कहते है। इसमें वर्षा का पानी जमा होता है, परन्तु जल्दी ही भाप बन कर उड़ जाता है।
सांभर एवं डिडवाना थार मरुस्थल के पूर्वी सिरे पर खरे पानी की झील है। सांभर झील बॉलसन का और डिडवाना झील प्याला का उदाहरण है।
मध्य प्रदेश की झीलें:- 1.लोवर झील:भोपाल
2.शारंग पानी झील:भोपाल
3.भोजताल(भोज सागर) झील: भोपाल
4.शाहपुर झील:भोपाल
5.मोती झील:भोपाल
6.तवा झील:होशगांबाद(mp) भोजसागर झील-भोपाल(मध्य प्रदेश) भोपाल को झीलों का शहर कहा जाता है भोज सागर झील का निर्माण राजा भोज ने करवाया था। मध्य प्रदेश की राजधानी-भोपाल इसी झील के किनारें स्थित है। ⏬⏬⏬⏬⏬⏬
लोवर झील (छोटी झील):-भोपाल(मध्यप्रदेश)
भोपाल की विभिन्न प्राकृतिक झीलों में से एक छोटा तालाब या लोअर लेक नवाबी युग के इतिहास का एक टुकड़ा है।
इस झील का दृश्यन सुंदर और रौबदार है। पर्यटक यहां आकर पैडल और मोटरबोट को चला सकते है। साहसी पर्यटक, झील के पानी में पानी आधारित गतिविधियों का मजा उठा सकते है।
ऐतिहासिक झील भोपाल शहर को सुशोभित करने के लिए वर्ष 1794 में बनाया गया था।
झील का निर्माण छोटे खान के आदेश पर नवाब हयात मोहम्मद खान बहादुर के एक मंत्री द्वारा कराया गया था। इस नदी के निर्माण के लिए आसपास के क्षेत्र में स्थित कुओं का झील में विलय कर दिया गया।
लोअर लेक और बड़े तालाब को जो पुल अलग करता है उसे ‘पुल पुख्ताा‘ या लोअर लेक पुल कहा जाता है। साहित्यए में लोकर लेक का उल्लेबख पुख्ता –पुल तालु के रूप में उल्लेिख हुआ है।
लोअर लेक, ऊपरी झील के पूर्व में स्थित है। एक मिट्टी का बांध दो झीलों अलग करता है। दो झीलों को सीढ़ीदार तरीके से बनाया गया है। बड़े तालाब के निम्नतम स्तर लोअर लेक के उच्चदतम स्तार से नीचे है।
लोअर लेक 1.29 वर्ग किलोमीटर (पानी फैल) के क्षेत्र में है और इस झील का जलग्रहण क्षेत्र 9.6 वर्ग किमी है।
बड़ा तालाब 1850 के दशक में बनाया गया था। झील के अधिकतम और न्यूनतम गहराई क्रमशः 11.7 मीटर और 6.16 मीटर थी जिसकी अधिकतम गहराई 2011 में 10.7मीटर थी।
लोअर लेक में ताजे पानी का स्रोत नहीं है। लोअर लेक को बड़े तालाब और जल निकासी से पानी मिलती है। इतना ही नहीं दो दर्जन से ज्या दा सीवर और नालों का पानी भी इसी झील पर गिरता है। यह हलली नदी, बेतवा नदी की एक छोटी सहायक नदी भी मिलती है।
इसके अलावा आगंतुकों से स्थानीय लोगों ने भी इसकी सफाई के लिए मदद की है। इतना ही नहीं झील के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के एथलीटों की भारतीय खेल प्राधिकरण ने झील पर खेल आकदमी की स्थापना की है।
बडी झील:-भोपाल(मध्यप्रदेश)
तालाब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मध्य में स्थित मानव निर्मित एक झील है। इस तालाब का निर्माण 11वीं सदी में किया गया था। भोपाल में एक कहावत है- "तालों में ताल भोपाल का ताल बाकी सब तलैया", अर्थात् "यदि सही अर्थों में तालाब कोई है तो वह है भोपाल का तालाब"। भोपाल की यह विशालकाय जल संरचना अंग्रेज़ी में 'अपर लेक' कहलाती है। इसी को हिन्दी में 'बड़ा तालाब'कहा जाता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पश्चिमी हिस्से में स्थित यह तालाब भोपाल के निवासियों के पीने के पानी का सबसे मुख्य स्रोत है।
इतिहास:- भोपाल के 'बड़े तालाब' का निर्माण 11वीं सदी में परमार वंश के राजा भोज ने करवाया था। बेहद प्राचीन और जनउपयोगी इस जलाशय का इतिहासअनेक खट्टे-मीठे अनुभवों से भरा हुआ है। उपलब्ध ऐतहासिक अभिलेखों के आधार पर यह माना जाता है कि धार प्रदेश के प्रसिद्ध परमार राजा भोज एक असाध्य चर्मरोग से पीड़ित हो गए थे। एक संत ने उन्हें सलाह दी कि वे 365 स्त्रोतों वाला एक विशाल जलाशय बनाकर उसमें स्नान करें। साधु की बात मानकर राजा भोज ने राजकर्मचारियों को काम पर लगा दिया। इन राजकर्मचारियों ने एक ऐसी घाटी का पता लगाया, जो बेतवा नदी के मुहाने स्थित थी। लेकिन उन्हें यह देखकर झुंझलाहट हुई कि वहाँ केवल 356 सर-सरिताओं का पानी ही आता था। तब 'कालिया' नाम के एक गोंड मुखिया ने पास की एक नदी की जानकारी दी, जिसकी अनेक सहायक नदियाँ थीं। इन सबको मिलाकर संत के द्वारा बताई गई संख्या पूरी होती थी। इस गोंड मुखिया के नाम पर इस नदी का नाम 'कालियासोत' रखा गया, जो आज भी
प्रचलित है। लेकिन राजा भोज की चुनौतियों का दौर अब भी समाप्त नहीं हुआ था। बेतवा नदी का पानी इस विशाल घाटी को भरने के लिए पर्याप्त नहीं था। इसलिए इस घाटी से लगभग 32 किलोमीटर पश्चिम में बह रही एक अन्य नदी को बेतवा घाटी की ओर मोड़ने के लिए एक बांध बनाया गया।
यह बांध आज के भोपाल शहर के नजदीक भोजपुर में बना था। इन प्रयासों से जो विशाल जलाशय बना, उसका नाम 'भोजपाला' रखा गया। उसका विस्तार 65,000 हेक्टेयर था और कहीं-कहीं वह 30 मीटर गहरा था। यह प्रायद्वीपीय भारत का कदाचित सबसे बड़ा मानव-निर्मित जलाशय था। उसमें अनेक सुंदर द्वीप थे, और उसके चारों ओर खुबसूरत पहाड़ियाँ थीं। वह प्रसिद्ध भोजपुर शिवालय से आज के भोपाल शहर तक फैला हूआ था। कहते हैं कि राजा भोज इस जलाशय में स्नान करके अपने रोग से मुक्त हो गए। राजा भोज द्वारा निर्मित विशाल जलाशय 'भोजपाला' की वजह से ही इस शहर के नाम धीरे-धीरे 'भोजपाल' और बाद में 'भोपाल' हो गया।
महाराष्ट्र की झीलें:-
1.लोनार झील:बुलढाणा जिला 2.वेन्ना झील:-महाबलेश्वर 3.शिव सागर झील:कोयना नदी पर बनाइ गई 4.पवई झील:महाराष्ट्र 5.पाषाण झील:पुणे 6.उपवन झील:ठाणे इस झील के चारों तरफ मेउर हिल्स है। 7.रनकला झील:कोल्हापुर
लोनार झील:-महाराष्ट्र
लोनार झील महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा ज़िले में स्थित एक खारे पानी की झील है।
इस झील का निर्माण उल्कापिंड या आकाशीय पिंड द्वारा हुआ है।यह सरोवर चारों ओर से हरियाली से घिरा हुआ है और दो नदियों पूर्णा और पेंगंगा के प्रवाह से भरा हुआ है।
सुदर्शन झील:-गुजरात
➡यह झील गिरनार, गुजरात में स्थित है। ➡इस झील का निर्माण मौर्य वंश के संस्थापक सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के आदेश से उनके गिरनार में नियुक्त राज्यपाल 'पुष्यगुप्त वैश्य' ने करवाया था। ➡ सम्राट अशोक के महामात्य तुषास्प ने इस झील का पुर्ननिर्माण करवा कर उसे मजबूती प्रदान की थी। ➡ बाद के समय में स्कन्दगुप्त ने बड़ी उदारता के साथ धन खर्च किया और इस झील पर एक बाँध का निर्माण करवाया। ➡महाक्षत्रप रुद्रदामन ने सुदर्शन झील के पुननिर्माण में भारी धन व्यय करवाया था। ➡गुजरात की अन्य झीलें:-कांकरिया झील,नाल सरोवर झील
आन्ध्र प्रदेश की झीलें
➡कोलेरू झील ➡पुलिकट झील(तमिलनाडु की सीमा में भी) ➡हैदराबाद शहर झील ➡सरूरनगर झील ➡ओसमान सागर ➡हिमायत सागर ➡हुसैन सागर
कर्णाटक :-बेलान्दुर झील
केरल की झीलें:- ➡अष्टामुडी झील ➡मानचीरा झील ➡पारावुर कायल ➡पुनामदा झील ➡सास्तामकोटा झील ➡वेम्बानद झी
चण्डीगढ:-सुखना झील
उत्तराखण्ड की झीलें:- ➡रासकताल झील ➡देवरिया ताल ➡रुपकुण्ड ➡नैनीताल झील ➡भीमताल झील ➡सात ताल ➡नोच्हिका ताल ➡डोडीताल ➡मालीताल झील
तमिलनाडु की झीलें:- ➡चिम्बारकाकम झील ➡कालीवेली झील ➡ पुलीकट झील(आंध्र प्रदेश की सीमा मे भी है।) ➡रेड हील्स झील ➡सोल्लावरम झील ➡वीरणम झील ➡बेरीजम झील ➡कोडेकनल झील
हरियाणा की झीलें ➡ब्रह्म सरोवर, कुरुक्षेत्र ➡बड़खल झील ➡ब्रह्मसरोवर|ब्रह्म सरोवर ➡कर्ण झील ➡सन्निहित सरोवर ➡सूरजकुण्ड ➡तिलयार झील ➡टिक्कड़ ताल
हिमाचल प्रदेश की झीलें ➡रेणुका झील ➡गंगासागर झील ➡भृगु झील ➡दाशैर और धानकर झील ➡घाधासारू और महाकाली झील ➡केरारी और कुमारवाह झील ➡खाज्जीर झील ➡लामा डल एवं चांदर नौन ➡मच्छियाल झील ➡महाराणा प्रताप सागर ➡मनिमहेश झील ➡नाको झील ➡पंडोस झील ➡पराशर झील ➡रेणुका झील ➡रेवाल्सर झील ➡सेरूवाल्सर एवं मनीमहेश झील ➡सूरज ताल झील ➡सूर्य ताल झील ➡चन्द्र ताल झील
मिरिक झील:-पश्चिम बंगाल
महत्वपूर्ण प्रश्न
➡भारत की सबसे बड़ी तटीय झील कौन सी है ? -चिल्काझील(ओडिसा) ➡मीठे पानी की सबसे बड़ी झील कौन सी है ? -वुलर झील (जम्मू कश्मीर) ➡खारे पानी की सबसे बड़ी झील कौन सी है ? सांभर झील (राजस्थान) ➡सबसे कृत्रिम झील कौन सी है ? -इंदिरा सागर झील ➡गोविन्द सागर झील कहाँ स्थित है ? -हिमाचल प्रदेश ➡नौकुचिया झील किस राज्य में है ? -उत्तराखंड ➡पिछौला झील किस राज्य में है ? - उदयपुर (राजस्थान) ➡कोलेरु झील किस राज्य में है ? -आंध्र प्रदेश ➡लोनार झील किस राज्य में है ? -महाराष्ट्र ➡लोकटक झील किस राज्य में है ? -मणिपुर ➡वेंबानद झील किस राज्य में है ? :-केरल ➡शेषनाग झील किस राज्य में है ? -जम्मू कश्मीर ➡फतेहसागर झील किस राज्य में है ? -उदयपुर(राजस्थान) ➡फुल्हर झील किस राज्य में है ? -उत्तर प्रदेश ➡हुसैन सागर झील किस राज्य में है ? -आंध्र प्रदेश ➡नैनीताल झील किस राज्य में है ? -उत्तराखंड ➡पुलिकट झील किस राज्य में है ? :-तमिलनाडु+आंध्र प्रदेश ➡जयसमंद झील(ढेबर झील) किस राज्य में है ? :-उदयपुर(राजस्थान) ➡नागिन झील किस राज्य में है ? -जम्मू कश्मीर ➡देवताल झील किस राज्य में है ? -उत्तराखंड ➡डीडवाना झील किस राज्य में है ? -नागौर(राजस्थान) ➡सात ताल झील किस राज्य में है ? -उत्तराखंड ➡अनंतनाग झील किस राज्य में है ? -जम्मू कश्मीर
सिक्किम की झीलें:- चो-ल्हामु झील:-सिक्किम ➡यह सिक्किम के उत्तरी भाग में 18,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो भारत की सबसे ऊंची झील है।
➡गुरुदोगमार झील ➡खिच्हियोपालरी झील ➡ सोंगमा झील
उत्तर प्रदेश की झीलें:- ➡ पूना ताल झील ➡मालावताल झील ➡खुर्पाताल झील ➡इजोत बांध, राजा का बांध, लोधी ताल झील ➡भोजपुर झील, मोती झील, गौर झील ➡कुंद्रा-सुमंदर, ओधी ताल( वाराणसी ) ➡किमठी झील( आगरा ) ➡इजोता झील(लखनऊ) ➡भूगे ताल,विसेया झील(रायबरेली) बड़ा ताल झील:- रामगंगा नदी पर एक गोखुर झील है। बरुआ सागर झील फुलहर झील
राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना:- ➡:-इस परियोजना का आरम्भ केंद्रीय वन एवं पर्यावण मंत्रालय द्वारा जून2001 मे किया गया था।इसके अंतर्गत 14 राज्यों की कुल 58 झीलों के संरक्षण हेतु स्वीकृति 2009 तक प्रदान की गई थी।हाल ही मे इस सूची मे ऊटी तथा भीमताल को शामिल किया गया है। ////// रमेश डामोर सिरोही//////
1 Comments
suraj mishra
6 years ago - ReplyThis query is very nice and very easy to use