सिंचाई मिट्टी को कृत्रिम रूप से पानी देकर उसमे उपलब्ध जल की मात्रा में वृद्धि करने की क्रिया है और आमतौर पर इसका प्रयोग फसल उगाने के दौरान, शुष्क क्षेत्रों या पर्याप्त वर्षा ना होने की स्थिति में पौधों की जल आवश्यकता पूरी करने के लिए किया जाता है।
योजना आयोग ने भारत मे सिंचाई संबंधी योजनाओं को तीन भागों मे बाँटा है
1. वृहत सिंचाई योजनाएं: इसके अन्तर्गत उन सिंचाई योजनाओं को सम्मानित किया जाता है जिनके अन्तर्गत 10,000 हेक्टेयर से अधिक कि कृषि भुमी आती हो इसमे नहरों एवं बहुउद्देशीय योजनाएं सम्मिलित है
2. मध्यम सिंचाई योजनाएं इस वर्ग में सम्मिलित सिंचाई योजनाओं के अंतर्गत कृषि योग्य क्षेत्र 2000 हेक्टेयर उससे अधिक परन्तु 10,000 हेक्टेयर से कम होता है
3 लघु सिंचाई योजनाएं इस में सम्मिलित सिंचाई योजनाओं का कृषि योग्य क्षेत्र 2000 हेक्टेयर या उससे कम होता है इसमें कुँए एवं तालाब आदि को सम्मिलित किया जाता ह
भारत में सिचाई के साधन/स्रो
''कृषि के लिए जल की आवश्यकता होती है,जो उसे प्राकृतिक तथा कृत्रिम साधनों द्वारा मिलता है। खेतो को सींचने का प्राकृतिक साधन वर्षा है ।वर्षा के अभाव में कृत्रिम साधनों से फसलो को जल पहुचाना ही सिंचाई कहलाता है '
"भारत कि सिंचाई" भारत एक कृषि प्रधान देश है यहा 72.2℅ जनसंख्या गाँवों मे निवास करती है
यहाँ 58.2℅ जनसंख्या के जिविकापार्जन का प्रमुख स्रोत कृषि एवं पशुपालन से जुडे व्यावसायिक साधन है
विश्व में जल कि उपलब्धता 1- महासागरीय जल - 97.25℅
2- हिम टोपियाँ - 2.05℅
3- भुमीगत जल - 0.68℅
अथार्त विश्व मे कुल जल का लगभग 3℅ मीठा जल है जो हिमटोपियोँ के जल नदियों द्रारा एवं भुमीगत जल को मानव द्वारा सिंचाई एवं पेयजल मे उपयोग मे लिया जाता है
वैश्विक संदर्भ में भारत के पास 4℅ जल एवं 2.4℅ (रुस-कनाडा- चिन-अमेरिका-ब्राजील-ऑस्ट्रेलिया के बाद 7वा बडा देश है )भु-भाग है
जबकी यहाँ विश्व कि कुल जनसंख्या का 17.7℅ भाग निवास करता है (विश्व मे चीन के बाद No.2 पर) भारत के 46.7℅ भाग पर कृषि सम्पन्न कि जाती है जिसमे से 37.5℅ कृषित भुमी पर कृत्रिम रुप से सिंचाई के साधनो के द्वारा सिंचाई कि जाती है
भारत में चीन के बाद सर्वाधिक सिंचित क्षेत्र पाया जाता है
भारत कि GDP का 14.4℅ भाग मैं कृषि का योगदान है
देश कि कृषि भुमी का सर्वाधिक भाग- MP मैं एवं सम्पूर्ण देश मे सिंचित भुमी का कुल कृषि क्षेत्रफल मैं सर्वाधिक अनुपात पंजाब मैं 90℅ तथा दुसरे no. पर UP- 66℅ का आता है
भुमीगत जल के स्रोत
कुँए एवं नलकूप
सम्पूर्ण भारत कि कुल सिंचित भुमी का 57℅ भाग पर कुँओ एवं नलकूपो के द्वारा सिंचाई कि जाती है
शीर्ष तीन कुँओ द्वारा सिंचित राज्य (प्रतिशत मैं) 1.गोवा 74℅ 2.महाराष्ट्र 64.5℅ 3.राजस्थान 54℅ शीर्ष तीन नलकूपों से सिंचित राज्य 1.उत्तरप्रदेश 2.आन्ध्रप्रदेश 3.राजस्थान
धरातलिय जल के स्रोत तालाब (प्राकृतिक/अप्राकृतिक)
नहरे (नित्यवाही/अनित्यवाही)
शीर्ष तीन नहरों से सिंचित राज्य 1.उत्तरप्रदेश 2.आन्ध्रप्रदेश 3.राजस्थान
शीर्ष तीन तालाबो द्वरा सिंचित राज्य 1.आन्ध्रप्रदेश 2.तमिलनाडु 3.कर्नाटक
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