प्रश्न=01. आर डी सेल्सबरी द्वारा वर्गीकृत भू आकृतियों के वर्ग में शामिल है? (अ) प्रथम प्रकार की भू आकृतियों (ब) द्वितीय प्रकार की भू-आकृति (स) तृतीय प्रकार की भू आकृतियां (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- प्रथम प्रकार की भू आकृतियां - महाद्वीप, और महासागर द्वितीय प्रकार की भू आकृतियों - पर्वत, पठार और मैदान तृतीय प्रकार की भू आकृतियों- जलप्रपात, घाटिया, महा खंड
प्रश्न=02. भू आकृतियों के विकास से संबंधित विधियों में शामिल हैं ? (अ) तेथित कालक्रम (ब) जननीक विचारधारा (स) क्षरण विचारधारा (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- भू आकृतियों का विकास या विनाश लगातार होने वाली प्रक्रिया है इसमें समय, प्रक्रिया, अपरदन शामिल है
प्रश्न=03. भू आकृति के विकास को किस विधि में समय सबसे महत्वपूर्ण घटक माना जाता है? (अ) तेथित कालक्रम (ब) जननिक विचारधारा (स) क्षरण विचारधारा (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- भू आकृतियों के विकास की तेथीत कालक्रम की विधि के अंतर्गत समय के योगदान का मूल्यांकन किया जाता है इस सिद्धांत के अनुसार आकृतियों का विकास धीरे धीरे कई भूगर्भिक युगों में हुआ है
प्रश्न=04. भू आकृति विकास की किस विधि में प्रक्रम / प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण घटक है ? (अ) तेथित कालक्रम (ब) जननिक विचारधारा (स) क्षरण विचारधारा (द) उक्त सभी
(ब)✔ व्याख्या:- जननीक अथवा विकासवादी विचार धारा के अंतर्गत भू आकृतियों के विकास में प्रक्रिया / प्रक्रम को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है
प्रश्न=05. भू आकृतियों के विकास की "क्षरण" विचारधारा के समर्थक विद्वान हैं ? (अ) जे डब्ल्यू पावेल (ब) डब्लू एम डेविस (स) कार्ल गिलबर्ट (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- भू- पृष्ठ के अपरदन से निर्मित स्थलाकृतियों के समर्थक विद्वानों में पावेल, डेविस, गिलबर्ट व एलसी किंग आदि महत्वपूर्ण है
प्रश्न=06. निम्न में से कौनसा भू आकृति विकास के सिद्धांत से संबंधित है? (अ) गिलबर्ट का सिद्धांत (ब) डेविस का सिद्धांत (स) हैक का सिद्धांत (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- भू आकृति विकास के निर्माण से संबंधित प्रमुख सिद्धांत- गिलबर्ट का सिद्धांत, डेविस का सिद्धांत, पेंक का सिद्धांत, किंग का सिद्धांत, हैक का सिद्धांत आदि है
प्रश्न=07. गिलबर्ट द्वारा प्रतिपादित स्थल रूपों के विकास से संबंधित नियमों में शामिल नहीं है? (अ) संरचना का नियम (ब) समांग ढाल का नियम (स) जल विभाजको का नियम (द) सरिता जीवन का पूर्ण चक्र नियम
(द)✔ व्याख्या:- गिलबर्ट द्वारा प्रतिपादित स्थल रूपों के विकास से संबंधित नियम - समांग का नियम, संरचना का नियम, जल विभाजको का नियम, कार्य की क्षमता की प्रवृत्ति का नियम व परस्परावलंबन का नियम आदि
प्रश्न=8. विलियम मॉरिस डेविस कि भू- आकृतिक सिद्धांत में शामिल प्रमुख सिद्धांत है ? (अ) गिलबर्ट का सिद्धांत (ब) डेविस का सिद्धांत (स) पैंक का सिद्धांत (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- अमेरिकी भूगोलवेत्ता विलियम मॉरिस डेविस का भू- आकृतिक सिद्धांत कई सिद्धांतों का समूह जिसमें तीन प्रमुख सिद्धांत शामिल है 1. गिलबर्ट का सिद्धांत 2. डेविस का सिद्धांत 3.पेंक का सिद्धांत
प्रश्न=09. पैंक द्वारा प्रतिपादित भौगोलिक चक्र को किस नाम से जाना जाता है ? (अ) विवर्तनिक आधारित मॉडल (ब) स्थल रूप आधारित मॉडल (स) विस्थापन आधारित मॉडल (द) इनमें से कोई नहीं
(अ)✔ व्याख्या:- पेंक द्वारा प्रतिपादित भौगोलिक चक्र विवर्तनिक घटनाओं पर आधारित होने के कारण विवर्तनिक आधारित मॉडल कहा जाता है
प्रश्न=10. भू आकृति विकास के सिद्धांत "गतिक संतुलन सिद्धांत" का संबंध निम्न में से किससे है? (अ) हैक (ब) पैंक (स) किंग (द) डेविस
(अ)✔ व्याख्या:- हेक का सिद्धांत खुला / विवर्त तंत्र की संकल्पना पर आधारित है
प्रश्न=11. निम्न में से द्वितीय श्रेणी के उच्चावच नहीं है ? (अ) ब्लॉक माउंटेन (ब) भ्रंश घाटी (स) लावा पठार (द) अवशिष्ट पठार
(द)✔ व्याख्या:- द्वितीय श्रेणी के उच्चावच प्रथम श्रेणी के उच्चावचौ पर अंतर्जात बलों के परिणामत: निर्मित उच्चावच द्वितीय श्रेणी के उच्चावच कहलाते हैं उदाहरण के लिए ब्लॉक माउंटेन【भ्रंशोत्थ पर्वत】 भ्रंश घटिया लावा पठार
इनसे बनने वाली आकृतियों को विकासात्मक वह संरचनात्मक प्रक्रम निर्मित आकृतियां कहते हैं
प्रश्न=12. निम्न में से तृतीय श्रेणी के उच्चावच नहीं हैं ? (अ) अवशिष्ट पठार (ब) बाढ़ का मैदान (स) तरंग घर्षित प्लेटफार्म (द) लावा पठार
(द)✔ व्याख्या:- तृतीय श्रेणी के उच्चावच - प्रथम या द्वितीय व तृतीय उच्चावचो पर बहिरजात प्रक्रम के द्वारा निर्मित उच्चावच तृतीय श्रेणी के उच्चावच कहलाते हैं उदाहरण के लिए- अवशिष्ट पठार, बाढ़ का मैदान【जलोढ़ मैदान】 तरंग घर्षित प्लेटफार्म तरंग निक्षेपित मैदान
इन्हें विनाशात्मक प्रक्रम से निर्मित आकृतियां कहा जाता है
प्रश्न=13."Geomorphology【जिमोर्फोलॉजी】" शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था ? (अ) अल्बर्ट बैंक (ब) विलियम मॉरिस डेविस (स) लोमान (द) जेम्स हटन
(स)✔ व्याख्या:- भू आकृति विज्ञान के पिता- अल्बर्ट बैंक और विलियम मॉरिस डेविस- अमेरिकी भूगोल के पिता तथा संस्थापक के रूप में जाना जाता जिओमोरफ़ोलॉजी शब्दावली का सर्वप्रथम प्रयोग फ्रांसीसी भूगोलवेत्ता लोमान द्वारा 1858 किया गया
प्रश्न=14. " Principles of Geomorphology" पुष्तक के लेखक हे? (अ) थार्नवरी (ब) जेम्स हटन (स) अलबर्ट पेंक (द) चाल्र्स ल्येल
(अ)✔ व्याख्या:- भू आकृति वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिपादित सामान्य मत या निष्कर्ष विशिष्ट संकल्पना कहलाता है
भू आकृति विज्ञान में इस प्रकार की संकल्पनाए प्रस्तुत की गई जिनमें से अधिकांश को प्रोफेसर थार्नवरी ने अपनी पुस्तक "प्रिंसिपल ऑफ जिओमोरफ़ोलॉजी" मैं संकलित किया है।
प्रश्न=15. "विध्वंस का प्रतिफल रचना व रचना का प्रतिफल विध्वंस" होता है यह विचार किस भूगोलवेत्ता का है ?
(अ) अल्बर्ट पेंक (ब) लोमान (स) जेम्स हटन (द) डेविस
(स)✔ व्याख्या:- जेम्स हटन के अनुसार इस आधारभुत संकल्पना के तहत निम्न मतों/ तथ्यों का प्रतिपादन किया। "वर्तमान भूत की कुंजी है"। "प्रकृति का स्वभाव क्रमित होता है" अर्थात वर्तमान की भूगर्भिक प्रक्रम भूतकाल में व भविष्य में कार्यरत रहते हैं इसी तथ्य के आधार पर जेम्स हटन ने माना कि- "न तो प्रारंभ का कोई लक्षण है और न अंत होने की कोई आशा।" जेम्स हटन ने यह स्वीकार किया कि "विध्वंस का प्रतिफल रचना व रचना का प्रतिफल विध्वंस होता है"। जेम्स हटन ने यह संकल्पना रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन में 1785 में प्रस्तुत की इस संकल्पना के कट्टर समर्थक प्लेफेयर व चार्ल्स ल्येल को माना जाता है।
प्रश्न=16. ऐसी चट्टानी या धारातलीय संरचना जिसकी परतों के मध्यम प्राचीन जलवायु संबंधी अवशेष केंद रहते हैं इन्हें कहा जाता है? (अ) मौसम जीवाश्म (ब) स्थल जीवाश्म (स) भूतल जीवाश्म (द) बहुचक्रिय जीवांश्म
(अ)✔ व्याख्या:- ऐसी चट्टानी या धरातलीय संरचना जिसकी परतों के मध्यम प्राचीन जलवायु संबंधी अवशेष केद रहते हैं इन्हें मौसम जीवाश्म कहा जाता है जैसे- वृष्टि छाप शेल【Rain Print Rocks】 आकल जैसलमेर में वुड फॉसिल पार्क
प्रश्न=17. "हारवर्ग " नामक वैज्ञानिक द्वारा स्थल रूप या भू दृश्य का प्रकार नहीं है? (अ) साधारण भू दृश्य (ब) मिश्रित भू दृश्य (स) सरल मिश्रित भू दृश्य (द) बहुचक्रिय भु द्रश्य
(स)✔ व्याख्या:- हारवर्ग नामक वैज्ञानिक द्वारा स्थलरुप या भू दृश्य के निम्न प्रकार माने हैं- 1. साधारण भू दृश्य- किसी स्थान पर जब एक चक्र का एक प्रक्रम प्रभावी होकर स्थल रूपों का विकास करता है तो यह साधारण भू दृश्य होता है 2. मिश्रित भू दृश्य- जब किसी स्थान पर एक चक्र में कई प्रक्रम सम्मिलित रूप से क्रियाशील रहते है 【 नदी चक्र की अवस्था में अपरदनात्मक व निक्षेपणात्मक सम्मिलित प्रक्रमो से नदी विसर्प स्थलाकृतिया】 3. बहुचक्रीय भू दृश्य - जब किसी स्थान पर कई उत्तरोत्तर चक्र प्रभावी होकर स्थल रूपों का विकास करते हैं तो वे इस श्रेणी में शामिल होते हैं 【भूतल पर अधिकांश स्थल रूप इसी प्रकार के हैं】 4. नवोन्मेषित भू दृश्य / पुनर्जीवित भू दृश्य - किसी स्थान पर जब एक चक्र में विभिन्न अवस्थाएं 【युवावस्था, प्रौढ़ावस्था, जीर्णावस्था / वृद्धावस्था】 अंतिम रूप से प्राप्त होने से पूर्व ही नवोन्मेष की दशा उत्पन्न हो जाए तो इस से निर्मित भू दृश्य नवोन्मेष भू दृश्य कहलाते हैं
प्रश्न=18. सर्वाधिक स्थलाकृतिया किस काल के बाद की मानी जाती है? (अ) टर्सरी यूग (ब) प्री कैंब्रियन युग (स) सेनाजोइक युग (द) प्लीस्टोसिन युग
(द)✔ व्याख्या:- "भूतल पर अधिकांश स्थलाकृतिया टर्सरी युग/ सेनोजोइक से प्राचीन नहीं है और सर्वाधिक स्थलाकृतिया तो प्लीस्टोसिन / क्वार्टनरी काल व उसके बाद की है"। पृथ्वी तल पर अल्पाइन युग तथा भूगर्भिक हलचलो और प्लीस्टोसीन कालीन हिम युग के परिणामत: पूर्व की निर्मित स्थलाकृति या तो समाप्त हो गई है अथवा अत्यंत परिमार्जित स्वरूप में आ गई है।
प्रश्न=19. मोनोजोइक या ईनसलबर्ग जेसी स्थलाकृतिया किस अवस्था में निर्मित होती है ? (अ) युवावस्था (ब) शैशवावस्था (स) वृद्धावस्था (द) उपरोक्त सभी
(स)✔ व्याख्या:- डेविस, पैंक व क्रिकमें व किंग जैसे भू आकृति विज्ञानयो के द्वारा प्रस्तुत विभिन्न अपरदन चक्र की संकल्पना में विभिन्न अवस्थाओं के दौरान निर्मित स्थलाकृतिया विशिष्ट अवस्था से ही संबंधित होती है अर्थात युवावस्था से संबंधित स्थलाकृतियां सामान्यतया क्रमशः व्यवस्थित रूप में इसी अवस्था में बनेगी न प्रौढ़ावस्था या जीर्णावस्था में उदाहरण के लिए मोनाडनॉक या इंसलबर्ग जैसी अवशिष्ट स्थलाकृतिया नदी की वृद्धावस्था या जीर्णवस्था में ही निर्मित होती है
प्रश्न=20.अपरदन चक्र की संकल्पनाओ से सम्बंधित सही सुमेलित नहीं हे ? (अ) डेविस- भौगोलिक चक्र (ब) पेंक - मोर्फोलॉजिकल सिस्टम (स) क्रिकमे- पेन प्लेनेशन (द) किंग- चेनल माँर्फोलॉजी
(द)✔ व्याख्या:- जबकि एल सी किंग नामक वैज्ञानिक द्वारा *पेडी प्लेनेशन अपरदन चक्र की संकल्पना दी थी जो अफ्रीका के शुष्क मरुस्थलीय भागों का अपरदन चक्र प्रस्तुत किया गया था
Specially thanks to Post and Quiz Creator ( With Regards )
0 Comments