किसी भी प्रदेश के आर्थिक विकास ( Economic Development) की पहली सीढी यातायात के मार्गों का विकास है परिवहन व्यवस्था का विकास करके ही अर्थव्यवस्था का विकास किया जा सकता है मध्यप्रदेश में भी इसी उद्देश्य को लेकर परिवहन का विकास किया गया ISO 9001 प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाली देश की प्रथम ट्रेन भोपाल एक्सप्रेस है तथा ISO 9001 प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला राज्य का प्रथम रेलवे स्टेशन हबीबगंज रेलवे स्टेशन है! किसी भी देश प्रदेश क्षेत्र के विकास में सड़क का महत्वपूर्ण योगदान होता है राज्य सरकार ने इस ओर ध्यान देते हुए पिछले 5 वर्षों की अवधि में राज्य में सड़क के निर्माण एवं उनका महत्व पूर्ण कार्य किया है प्रदेश में सड़क यातायात कारपोरेशन अधिनियम 1950 के अंतर्गत मध्यप्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ( State road transport corporation) की स्थापना वर्ष 1962 में हुई इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को ,सक्षम. शुल्भ एवं सस्ती परिवहन सुविधा उपलब्ध कराना था परिवहन के साधन प्रदेश में परिवहन के साधनों को तीन भागों में बांटा जा सकता है
मध्यप्रदेश में सड़क का सर्वाधिक घनत्व वाला जिला सतना है !
सबसे कम घनत्व वाला जिला श्योपुर!
मध्य प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 20 है !
मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम का गठन किया गया है! जो निजी पूंजी निवेश से सड़कों का निर्माण करेगा!
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा ब्यावरा मै है !
मध्य प्रदेश का सबसे छोटा राज्य राजमार्ग NH76 है!
परिवहन (2014- 15 )
कुलसड़कों की लंबाई 61.62 ह्जार किलोमीटर.है !
पक्की सड़कों की लंबाई 59.67 ह्जार किलोमीटर
कच्ची सड़कों की लंबाई 1.95 किलो मितर है
राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 4.77किलोमीटर
प्रांतीय राजमार्गों की लंबाई 10.501 किलोमीटर है !
मुख्य जिला मार्ग की लंबाई 19574 किलोमीटर है तथा अन्य जिला ग्रामीण मार्ग की लंबाई 23639 किलोमीटर है!
1 जनवरी 2014 से मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना प्रारंभ की गई!
राज्य में वर्ष 2005 को सड़क वर्ष के रूप में मनाया गया!
प्रदेश का सबसे छोटा राजमार्ग
- 76 भीलवाड़ा -उदयपुर चित्तोड़गढ़ है,जिसकी लंबाई मात्र 30 किलोमीटर है !
परिवहन के साधन( Means of transport)
मध्यप्रदेश में परिवहन के साधनों को तीन भागों में बांटा जा सकता है 1➡ सड़क परिवहन 2➡ रेल परिवहन 3➡ वायु परिवहन
1.सड़क परिवहन (Road transport )
मध्य प्रदेश में सड़कों की लंबाई/ 100 वर्ग किलोमीटर पर 52 किलोमीटर है! जबकि देश का औसत 75 किलोमीटर है !इसमें सिद्ध होता है कि प्रदेश में सड़क का पर्याप्त विकास नहीं हुआ है ! राज्य में सड़क माल परिवहन तथा यात्री परिवहन का सबसे प्रमुख साधन है! आर्थिक सर्वेक्षण 2014 15 के आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में सड़कों की कुल लंबाई 61616 किलोमीटर है!
मध्यप्रदेश की सड़कों को निम्नलिखित चार भागों में विभाजित किया जा सकता है! 1.राष्ट्रीय मार्ग( National route) प्रदेश से होकर 20 राष्ट्रीय मार्ग गुजरते हैं जिनकी लंबाई 4771 किलोमीटर है राज्य से गुजरने वाला सबसे लंबा राष्ट्रीय मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग NH-3है ! प्रदेश में इसकी कुल लंबाई 717 किलोमीटर है 511 किलोमीटर लंबाई के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग -7 प्रदेश का दूसरा सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है ! राष्ट्रीय मार्ग राज्य को देश के अन्य महत्वपूर्ण आर्थिक सामाजिक एवं राजनीतिक नगरों से मिलाते हैं राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव काव्य केंद्र सरकार पहन करती है लेकिन प्रबंधन राज्य के लोक निर्माण विभाग के अधीन होता है !
2. राजमार्ग(Highway) प्रदेश की कुल सड़कों में से 11.1 प्रतिशत राज्य राजमार्ग सड़कों का है राज्य में राजमार्गों की कुल लंबाई लगभग 10934 किलोमीटर है जुलाई 2009 में राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार वर्तमान में राज्य में लगभग 48 राज्य राजमार्ग है!
3. मुख्य जिला मार्ग प्रदेश में मुख्य जिला मार्ग की कुल लंबाई 19429 किलोमीटर है राज्य की कुल सड़कों में इनका प्रतिशत लगभग प्रदेश में 22.6% है इन मार्गों के निर्माण का मुख्य उद्देश्य जिले के नगरों बड़ी बस्तियों और अन्य प्रशासनिक केंद्रों को जिला मुख्यालय से जोड़ना है मुख्य जिला मार्गो का राज्य में वितरण असमान है इन मार्गों का प्रति वर्ग किलोमीटर पर घनत्व सर्वाधिक भोपाल में 17.4% किलोमीटर है मुख्य जिला मार्ग की लंबाई की दृष्टि से प्रदेश देश की तुलना में पीछे है!
4.ग्रामीण मार्ग मध्य प्रदेश में ग्रामीण मार्ग की लंबाई 26482 किलोमीटर है राज्य ग्रामीण महिला के कच्चे हैं इन सड़कों पर वर्षा रितु में परिवहन काफी कठिन हो जाता है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लागू होने के बाद राज्य में 48.4% गांव सर्वकालिक सड़क से जुड़े हैं ! किंतु अभी भी लगभग 56.6% गावो का सड़क से जुड़ना बाकी है!
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ( Pradhan Mantri Gram Sadak Yojna) दिसंबर 2000 में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुधार एवं विकास हेतु प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रारंभ की गई आदिवासी क्षेत्रों में ढाई सौ या इससे अधिक आबादी वाले संपर्क भी विहिन ग्रामों को वारामासी सड़कों से जोड़ने तथा अन्य जिला एवं ग्रामीण मार्गो का निर्माण का उन्नयन कार्य किया जाता है!
मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-3 कहां से कहां तक :- आगरा से मुंबई (इंदौर बाईपास) लंबाई (K.M.):- 717( प्रदेश का सर्वाधिक लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग)
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-7 कहां से कहां तक :- वाराणसी -जबलपुर-नागपुर- कन्याकुमारी लंबाई (K.M.):- 511( भारत का सर्वाधिक लंबा)
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-12 कहां से कहां तक :- जयपुर- जबलपुर (बाय )कोटा- राजगढ़ -भोपाल लंबाई (K.M.):- 481
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-12A कहां से कहां तक :- जबलपुर- सिगमा लंबाई( K.M.):- 191
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-25 कहां से कहां तक :- लखनऊ- कानपुर -झांसी -शिवपुरी लंबाई (K.M.):- 80
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-26 कहां से कहां तक :- झांसी- लखनादौन -बाईपास सागर लंबाई (K.M.):- 273
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-27 कहां से कहां तक :- मझगांव- इलाहाबाद लंबाई (K.M.):- 52
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-59 कहां से कहां तक :- अहमदाबाद -झाबुआ -धार घाटाबिल्लोर - इंदौर लंबाई (K.M.):- 171
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-59A कहां से कहां तक :- इंदौर से बेतूल लंबाई (K.M.):- 277( NH 59 को विस्तार दिया गया है)
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-69 कहां से कहां तक :- अब्दुल्लागंज- होशंगाबाद- बेतूल- मुलताई -नागपुर लंबाई (K.M.):- 256.4
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-75 कहां से कहां तक :- ग्वालियर झांसी- खजुराहो -छतरपुर- पन्ना- सतना -रीवा- रांची लंबाई (K.M.):-307
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-75A कहां से कहां तक :- रीवा- रेणुकूट- डाल्टेनगंज -रांची लंबाई (K.M.):- 195
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-76 कहां से कहां तक :- पिंडवाड़ा- उदयपुर- चित्तोड़गढ़ -कोटा -झांसी- इलाहाबाद लंबाई (K.M.):- 43( प्रदेश का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग)
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-78 कहां से कहां तक :- कटनी- शहडोल -अंबिकापुर -जसपुर- गुमला लंबाई (K.M.):- 245
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-86 कहां से कहां तक :- कानपुर- छतरपुर -सागर लंबाई (K.M.):- 187
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-86A कहां से कहां तक :- भोपाल- विदिशा -सागर लंबाई (K.M.):- 186
राष्ट्रीय राजमार्ग :-NH-92 कहां से कहां तक :- भोगांव- ग्वालियर लंबाई (K.M.):-108
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-X कहां से कहां तक :- जबलपुर- झांसी लंबाई (K.M.):- 337
राष्ट्रीय राजमार्ग :- 12A-X कहां से कहां तक :- सागर- बीना लंबाई (K.M.):- 75
राष्ट्रीय राजमार्ग :- NH-79 कहां से कहां तक :- रतलाम- अजमेर लंबाई (K.M.):- 240
2. रेल परिवहन( Rail transport)
भारत में रेल मार्ग की कुल लंबाई 63028 किलोमीटर है
देश के कुल रेल मार्ग लंबाई का 9.5 प्रतिशत लगभग 5992 किलोमीटर मध्य प्रदेश में स्थित है !
प्रदेश में प्रति 1000 वर्ग क्षेत्र में 19.5 किलोमीटर रेल मार्ग है जिसमें से 1880 किलोमीटर रेल मार्ग विद्युतीकृत है!
प्रदेश में सबसे बड़ा रेल मार्ग इलाहाबाद से जबलपुर 1867 इसी में बनाया गया था
मध्यप्रदेश का इटारसी सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है!
इनमें पश्चिम मध्य रेलवे जोन का विस्तार राज्य में सर्वाधिक है
इसका मुख्यालय जबलपुर में है प्रदेश में 20 बड़े तथा 13 छोटे जंक्शन है!
मध्यप्रदेश में सर्वप्रथम रेलवे रेल मार्ग का निर्माण बर्ष 1865 ई. मे किया गया !
भारत के 17 रेलवे जोनो मे एक मध्य प्रदेश मे है !
रेल सेवा विभाग का मुख्यालय भोपाल मे है !
मध्य प्रदेश का पहला रेल मार्ग इलाहाबाद जबलपुर 2003 में खुला !
मेट्रो ट्रेन एवं ट्रांम हेतु इंदौर शहर चयनित !
इंदौर भोपाल जबलपुर में मेट्रो ट्रेन की स्वीकृति !
वर्तमान मे 3 रेलवे जोन क्षेत्र हैं 1.पश्चिम मध्य रेलवे:- जबलपुर ,सागर, सतना, खंडवा, विदिशा ,होशंगाबाद एवं भोपाल जिले आते हैं! 2.पश्चिमी रेलवे:- इंदौर, देवास, सिहोर, उज्जैन, रतलाम ,मंदसौर ,नीमच आदि है ! 3. दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे:- शहडोल छिंदवाड़ा बालाघाट सिवनी आदि जिले के अंतर्गत आते हैं
मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण रेलवे प्रतिष्ठान रेलवे प्रतिष्ठान :- कोच रिपेयर वर्कशॉप स्थान :-भोपाल (निशातपुरा)
रेलवे प्रतिषठान:- रेल स्प्रिंग कारखाना स्थान :- ग्वालियर
रेलवे प्रतिष्ठान :- वैगन रिपेयर वर्कशॉप स्थान :- सतना
रेलवे प्रतिष्ठान :- इलेक्ट्रिक लोको शेड स्थान :- कटनी( इटारसी)
रेलवे प्रतिषठान:- डीजल लोको शेड स्थान:- कटनी रतलाम
रेलवे प्रतिष्ठान :- रेलवे रिक्वायरमेंट बोर्ड स्थान :- भोपाल
रेलवे प्रतिष्ठान :- रेलवेस्ललीपर बनाने का कारखाना स्थान:- बनखेड़ी बुधनी
रेलवे प्रतिष्ठान:- पश्चिम मध्य रेलवे का जोन मुख्यालय स्थान :- जबलपुर
3. वायु परिवहन(Air transportation)
राज्य में प्रमुख पांच हवाई अड्डे 33 हवाई पट्टी में स्थित हैं ! हवाई अड्डे राज्य की उद्योगिक तथा पर्यटन की आवश्यकता को पूरा करते हैं!
राज्य के पांच हवाई अड्डे है ! 1. मंडीदीप (भोपाल) 2. पीतमपुर (इंदौर ) 3. मलान( ग्वालियर ) 4. मनेरी (जबलपुर ) 5. (खजुराहो )
भोपाल हवाई अड्डे का नाम राजा भोज हवाई अड्डा तथा इंदौर हवाई अड्डे का नाम रानी अहिल्याबाई हवाई अड्डा रखा गया है!
राज्य में कुल 33 हवाई पट्टी है जिनमें से :- 7 राष्ट्रीय विभाग 8 लोक निर्माण विभाग 2 विद्युत मंडल 8 विभिन्न संस्थान के आधिपत्य में है 1 हवाई पट्टी वायुसेना के आधिपत्य में है मध्य-प्रदेश में एयर टैक्सी सेवा प्रारंभ की गई है निजी विमान सेवाओं के शुरू होने की सभी शहरों में वायु यातायात बड़ा है राज्य का एक मात्र कन्हा राष्ट्रीय उद्यान जहां हवाई पट्टी है ! दक्कन एवरेज किंगफिसर आदि मध्यप्रदेश के शहरों को नियमित सेवा पहुंचाने वाली कंपनी है प्देवी अहिल्या बाई होलकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदौर मध्य प्रदेश का प्रथम अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है देश में कुल 23 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है 1953 इसमें इंडियन एयरलाइंस कारपोरेशन एयर इंडिया इंटरनेशनल कारपोरेशन की स्थापना हुई !
1981 में छोटे शहरों को परिवहन सेवा हेतु पवन हंस की स्थापना हुई! मध्यप्रदेश का खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय हवाई सेवा से जुड़ा है!
संचार सेवाएं( Communication services) संचार सेवाओं का विकास किसी भी समाज की प्रगति को दर्शाता है इसलिए सभी समाज संचार सेवा के उन्नति हेतु प्रयासरत है मध्य प्रदेश में संचार सेवा की शुरुआत 1 अप्रैल 1962 में हुई जब नागपुर में डाक तार परिमंडल का गठन किया गया इस से 11 जुलाई 1965 को भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया वर्तमान में प्रदेश में लगभग 8323 डाकघर तथा लगभग 42008 पत्र पेटियां हैं!
प्रदेश में दूरसंचार सेवा की शुरुआत 1 सितंबर 1974 में प्रारंभ की गई वर्तमान में प्रदेश में 2560 टेलीफोन केंद्र कार्यरत हैं आकाशवाणी सेवा की शुरूआत प्रदेश में 22 मई 1955 में इंदौर में पहले आकाशवाणी केंद्र की स्थापना के साथ हुई! वर्तमान में प्रदेश में लगभग 18 आकाशवाणी केंद्र स्थापित हो चुके हैं जिनमें निजी रेडियो चैनल भी शामिल है !
निजी क्षेत्र में प्रदेश का पहला रेडियो चैनल रेडियो मिर्ची इंदौर था दूसरा प्रदेश में शुरुआत वर्ष 1973 में रायपुर जिले जिले केंद्र की स्थापना के साथ हुई वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कार्यरत हैं
प्रदेश में 10 उच्च शक्ति ट्रांसमीटर केंद्र हैं ! मध्य प्रदेश के सभी जिलों में टेलेक्स एवं इंटरनेट सुविधा उपलब्ध हो चुकी है मध्य प्रदेश का प्रथम अखबार ग्वालियर अखबार उर्दू साप्ताहिक का प्रकाशन 1840 में हुआ Airtel टेलीफोन भारतीय समूह सेवा देश की पहली निजी टेलीफोन सेवा है! वर्तमान 200 आकाशवाणी केंद्र हैं जिनमें से 27 मध्यप्रदेश में है ! प्रदेश का प्रथम सौर ऊर्जा से चलने वाला TV कस्तूरबा इंदौर में लगाया गया है! देश का पहला टीवी स्टूडियो भोपाल में स्थापित किया गया! मध्यप्रदेश में सर्वाधिक समाचार पत्र भोपाल से प्रकाशित होते हैं दूरदर्शन भारत में प्रायोगिक तौर पर दिल्ली में 1969 से प्रारंभ हुआ है 15 अगस्त 1982 में रंगीन प्रसारण शुरू हुआ मध्यप्रदेश में 1972 -73 में रायपुर केंद्र स्थापित हुआ! 1982 में अश्वशक्ति ट्रांसलेटर केंद्र भोपाल में प्रारंभ किया गया है 1984 में इंदौर में दूरदर्शन केंद्र स्थापित किया गया था प्रदेश में 76 रिले केंद्र हैं और 63 लघु प्रसारण ,दूरदर्शन केंद्र स्टूडियो तीन है
राज्य की प्रमुख साहित्यिक पत्रिकाएं (Literary Magazines) एवं प्रकाशन स्थल वीणा :- इंदौर वसुंधरा:- जबलपुर भोपाल रिवा साक्षात्कार पूर्वाग्रह अंता चौमासा नया पथ वार्ता:- भोपाल अखंड :- पिपरिया आवेग कंकर:- रतलाम नया विकल्प :- विदिशा भोपाल यात्रा :- कटनी प्रसंग :- ब्यावरा पहल:- जबलपुर
1 Comments
Amit patel
6 years ago - ReplyNice gk sir Watsapp grup bana ligiye Mera mobile no. 7999826322