वाक्यांश या शब्द–समूह ( PART 02 )-Phrase or word group
वाक्यांश या शब्द–समूह ( PART 02 )-
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• धुरी को धारण करने वाला अर्थात् आधारभूत कार्योँ मेँ प्रवीण— धुरंधर • अपने स्थान पर अटल रहने वाला— ध्रुव • ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य— ध्येय • ध्यान करने वाला— ध्याता/ध्यानी • जिसका जन्म अभी–अभी हुआ हो— नवजात • गाय को दुहते समय बछड़े का गला बाँधने की रस्सी जो गाय के पैरोँ मेँ बाँधी जाती है— नवि • जो नया–नया आया है— नवागंतुक • जिसका उदय हाल ही मेँ हुआ है— नवोदित • जो आकाश मेँ विचरण करता है— नभचर • सम्मान मेँ दी जाने वाली भेँट— नजराना • जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो— नवोढ़ा • ईश्वर मेँ विश्वास न रखने वाला— नास्तिक • पुराना घाव जो रिसता रहता हो— नासूर • जो नष्ट होने वाला हो— नाशवान/नश्वर • नरक के योग्य— नारकीय • वह स्थान या दुकान जहाँ हजामत बनाई जाती है— नापितशाला • किसी से भी न डरने वाला— निडर/निर्भीक • जो कपट से रहित है— निष्कपट • जो पढ़ना–लिखना न जानता हो— निरक्षर • जिसका कोई अर्थ न हो— निरर्थक • जिसे कोई इच्छा न हो— निस्पृह • रात मेँ विचरण करने वाला— निशाचर • जिसका आकार न हो— निराकार • केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो— निरामिष • जिससे किसी प्रकार की हानि न हो— निरापद • जिसके अवयव न हो— निरवयव • बिना भोजन (आहार) के— निराहार • जो यह मानता है कि संसार मेँ कुछ भी अच्छा होने की आशा नहीँ है— निराशावादी • जो उत्तर न दे सके— निरुत्तर • जिसके कोई दाग/कलंक न हो— निष्कलंक • जिसमेँ कोई कंटक/अड़चन न हो— निष्कंटक • जिसका अपना कोई शुल्क न हो— निःशुल्क • जिसके संतान न हो— निःसंतान • जिसका अपना कोई स्वार्थ न हो— निस्स्वार्थ • व्यापारिक वस्तुओँ को किसी दूसरे देश मेँ भेजने का कार्य— निर्यात • जिसको देश से निकाल दिया गया हो— निर्वासित • बिना किसी बाधा के— निर्बाध • जो ममत्व से रहित हो— निर्मम • जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके— निरुपम • जो निर्णय करने वाला हो— निर्णायक • जिसे किसी चीज की लालसा न हो— निष्काम • जिसमेँ किसी बात का विवाद न हो— निर्विवाद • जो निन्दा करने योग्य हो— निन्दनीय • जिसमेँ किसी प्रकार का विकार उत्पन्न न हो— निर्विकार • जो लज्जा से रहित हो— निर्लज्ज • जिसको भय न हो— निर्भय • जो नीति जानता हो— नीतिज्ञ • रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्थान— नेपथ्य • आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत करने वाला— नैष्ठिक • जो नीति के अनुकूल हो— नैतिक • जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो— नैयायिक • घृत, दुग्ध, दधि, शहद व शक्कर से बनने वाला पदार्थ— पंचामृत • पक्षपात करने वाला— पक्षपाती • पदार्थ का सबसे छोटा कण— परमाणु • जितने की आवश्यकता हो उतना— पर्याप्त • महीने के दो पक्षोँ मेँ से एक— पखवाड़ा • नाटक का पर्दा गिरना— पटाक्षेप/यवनिकापतन • अपनी गलती के लिए किया हुआ दुःख— पश्चाताप • केवल अपने पति मेँ अनुराग रखने वाली स्त्री— पतिव्रता • पति को चुनने की इच्छा वाली कन्या— पतिम्वरा • उपाय/मार्ग बताने वाला— पथ-प्रदर्शक/मार्गदर्शक • अपने मार्ग से च्युत/भटका हुआ— पथभ्रष्ट • अपने पद से हटाया हुआ— पदच्युत • जो भोजन रोगी के लिए उचित है— पथ्य • घूमने–फिरने/देश–देशान्तर भ्रमण करने वाला यात्री— पर्यटक • केवल दूध पर निर्भर रहने वाला— पयोहारी • दूसरोँ पर निर्भर रहने वाला— पराश्रित/पराश्रयी • परपुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री— परकीया • पति द्वारा छोड़ दी गई पत्नी— परित्यका • दूसरे का मुँह ताकने वाला— परमुखापेक्षी • जो पहनने लायक हो— परिधेय • जो मापा जा सके— परिमेय • जो सदा बदलता रहे— परिवर्तनशील • जो आँखोँ के सामने न हो— परोक्ष/अप्रत्यक्ष • दूसरे पर उपकार करने वाला— परोपकारी/परमार्थी • जो पूरी तरह से पक चुका हो/पारंगत हो चुका हो— परिपक्व • पर्दे के अंदर रहने वाली— पर्दानशीन • प्रशंसा करने योग्य— प्रशंसनीय • किसी प्रश्न का तत्काल उत्तर दे सकने वाली मति— प्रत्युत्पन्नमति • किसी वाद का विरोध करने वाला— प्रतिवादी • शरणागत की रक्षा करने वाला— प्रणतपाल • वह ध्वनि जो कहीँ से टकराकर आए— प्रतिध्वनि • जो किसी मत को सर्वप्रथम चलाता है— प्रवर्तक
• वह स्त्री जिसके हाल ही मेँ शिशु उत्पन्न हुआ हो— प्रसूता • वह आकृति जो किसी शीशे, जल आदि मेँ दिखाई दे— प्रतिबिम्ब • हास्य रस से परिपूर्ण नाटिका— प्रहसन • प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य— प्रमेय • संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय— प्रदोष/पूर्वरात्र • ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति— प्रज्ञाचक्षु • सभा मेँ विचारार्थ प्रस्तुत बात— प्रस्ताव • हाथ से लिखी गई पुस्तक— पाण्डुलिपि • किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि— पारिश्रमिक • जिसका स्वभाव पशुओँ के समान हो— पाशविक • महीने के प्रत्येक पक्ष से संबंधित— पाक्षिक • किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता— पारंगत • जिसमेँ से आर–पार देखा जा सकता हो— पारदर्शी • जो परलोक से संबंधित हो— पारलौकिक • मार्ग मेँ खाने के लिए भोजन— पाथेय • जिसका संबंध पृथ्वी से हो— पार्थिव • ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का— प्रागैतिहासिक • स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो— प्रायद्वीप • जिसको देखकर अच्छा लगे— प्रियदर्शी • पीने की इच्छा रखने वाला— पिपासु • बार–बार कही गई बात— पुनरुक्ति • जिसका पुनः जन्म हुआ हो— पुनर्जन्म • पहले किया गया कथन— पूर्वोक्त • दोपहर से पहले का समय— पूर्वाह्न • प्राचीन इतिहास का ज्ञाता— पुरातत्त्ववेत्ता • पीने योग्य पदार्थ— पेय • पिता एवं प्रपिताओँ से संबंधित— पैतृक • जो सम्पत्ति पिता से प्राप्त हो— पैतृक सम्पत्ति • फटे–पुराने कपड़े पहनने वाला— फटीचर • केवल फलोँ पर निर्वाह करने वाला— फलाहारी • फल की इच्छा रखने वाला— फलेच्छु • बुरी किस्मत वाला— बदकिस्मत • बुरे मिजाज (आचरण) वाला— बदमिजाज • सूर्योदय से पहले दो घड़ी तक का समय— ब्रह्ममुहूर्त • जीवन का प्रथम आश्रम— ब्रह्मचर्याश्रम • बहुत विषयोँ का जानकार— बहुज्ञ • जिसने सुनकर अनेक विषयोँ का ज्ञान प्राप्त किया हो— बहुश्रुत • समुद्र मेँ लगने वाली आग— बड़वानल • जो अनेक रूप धारण करता हो— बहुरूपिया • बहुत से देवताओँ के अस्तित्व मेँ विश्वास करने वाला मत— बहुदेववाद • काफी अधिक कीमत का— बहुमूल्य • अनेक भाषाओँ को जानने वाला— बहुभाषाविद् • रात का भोजन— ब्यालू/रात्रिभोज • जिस स्त्री के कोई संतान नहीँ हुई हो— बाँझ • खाने का इच्छुक— बुबुक्षु • • किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग— भग्नावशेष • भय के कारण बेचैन— भयाकुल • भाग्य पर भरोसा रखने वाला— भाग्यवादी • जो भाग्य का धनी हो— भाग्यवान • दीवारोँ पर बने हुए चित्र— भित्तिचित्र • जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो— भूगर्भवेता • धरती पर चलने वाला जन्तु— भूचर • जो पहले था या हुआ— भूतपूर्व • धरती को धारण करने वाला पर्वत— भूधर • औषधियोँ का जानकार— भेषज • प्रातःकाल गाया जाने वाला राग— भैरवी • सूर्योदय के पहले का समय— भोर • भूगोल से संबंधित— भौगोलिक • फूलोँ का रस— मकरंद • दोपहर का समय— मध्याह्न • सर्दी मेँ होने वाली वर्षा— महावट/मावठ • हाथी को हाँकने वाला— महावत • सुख एवं दुःख मेँ एक समान रहने वाला— मनस्वी • जिसकी आँखेँ मगर जैसी हो— मकराक्ष • किसी मत का अनुसरण करने वाला— मतानुयायी • दो पक्षोँ के बीच मेँ पड़कर फैसला कराने वाला— मखत्राता/यज्ञरक्षक • जो बहुत ऊँची अकांक्षा/इच्छा रखता हो— महत्वाकांक्षी • जिसकी बुद्धि कमजोर है— मन्दबुद्धि/मतिमान्द्य • जिसकी आत्मा महान हो— महात्मा • किसी चीज के मर्म का ज्ञाता— मर्मज्ञ • मध्यरात्रि का समय— मध्यरात्र • मन का असीम दुःख— मनस्ताप • जहाँ केवल रेत ही रेत हो— मरुस्थल • माँस आदि खाने वाला— माँसाहारी • माह मेँ होने वाला— मासिक • माता की हत्या करने वाला— मातृहंता • कम खाने वाला— मिताहारी • कम खर्च करने वाला— मितव्ययी • जो असत्य बोलता हो— मिथ्यावादी • जिस स्त्री की आँखेँ मछली के समान होँ— मीनाक्षी • थोड़ा खिला हुआ फूल— मुकुल • शुभ कार्य हेतु निकाला गया समय— मुहूर्त • दिल खोलकर कहना— मुक्तकंठ • मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार— मुद्रास्फीति • मरणासन्न अवस्थावाला/शक्ति के अनुसार— मुमूषु • मरने की इच्छा— मुमूर्षा • मोक्ष की इच्छा रखने वाला— मुमुक्षु • चुपचाप देखने वाला— मूकदर्शक • हरिण के नेत्रोँ जैसी आँखोँ वाली— मृगनयनी • जो मीठी वाणी बोलता हो— मृदुभाषी • जिसने मृत्यु को जीत लिया हो— मृत्युंजय • कमल की डंडी— मृणाल • जो रचना किसी व्यक्ति की अपनी स्वयं की हो एवं नई हो— मौलिक • जुड़वाँ भाई या बहन— यमल/यमला • रंगमंच का परदा— यवनिका • शक्ति के अनुसार करना— यथाशक्ति • जैसा चाहिए, उचित हो वैसा— यथोचित • जो यंत्र से संबंधित हो— यांत्रिक
• जब तक जीवन रहे— यावज्जीवन/जीवनपर्यँत • घूम–घूमकर जीवन बिताने वाला— यायावर • समाज को नई दिशा देकर नए युग की शुरुआत करने वाला— युगप्रवर्तक • अपने युग का ज्ञान रखने वाला— युगद्रष्टा • यज्ञ–स्थान पर स्थापित किया जाने वाला खंभा— यूप • रात को कुछ भी दिखाई नहीँ देने वाला रोग— रतौँधी • किसानोँ से भूमि कर लेने वाला सरकारी विभाग— राजस्व विभाग • राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र— राजपत्र(गजट) • जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई होँ— रेखांकित • प्रेम, आनन्द, भय आदि से रोँगटे खड़े होने की दशा— रोमांच • प्रसन्नता से जिसके रोँगटे खड़े हो गए होँ— रोमांचित • जो लकड़ी काटकर जीवन बिताता हो— लकड़हारा • जिसका वंश लुप्त हो गया हो— लुप्तवंश • लोभी स्वभाव वाला— लुब्ध/लोभी • जिसे देखकर रोँगटे खड़े होँ जाएँ— लोमहर्षक • वंश परम्परा के अनुसार— वंशानुगत • जिसके हाथ मेँ वज्र हो— वज्रपाणि • बहुत ही कठोर और बड़ा आघात— वज्राघात • बचपन और यौवन के मध्य की उम्र— वयसंधि • जिसका वर्णन न किया जा सके— वर्णनातीत • अधिक बोलने वाला— वाचाल • सन्तान के प्रति प्रेम— वात्सल्य • मुकदमा दायर करने वाला— वादी • भाषण देने मेँ चतुर— वाग्मी • जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो— वाचस्पति • सामाजिक मानमर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला— वामाचारी • गृह–निर्माण संबंधी विज्ञान— वास्तुविज्ञान • बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था— वातानुकूलन • वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो— वाग्दता • जिसमेँ विष मिला हुआ हो— विषाक्त • जिस पर विश्वास किया जा सके— विश्वस्त • जिस विषय मेँ निश्चित मत न हो— विवादास्पद • जिसकी पत्नी मर चुकी हो— विधुर • स्त्री जिसका पति मर गया हो— विधवा • सौतेली माँ— विमाता • जो दूसरी जाति का हो— विजातीय • जिस पर अभी विचार चल रहा हो— विचाराधीन • वह स्त्री जो पढ़ी–लिखी व ज्ञानी हो— विदुषी • अपना हित–अहित सोचने मेँ समर्थ— विवेकी • अपनी जगह से अलग किया हुआ— विस्थापित • जिसके अंदर कोई विकार आ गया हो— विकृत • जो अपने धर्म के विरुद्ध कार्य करने वाला हो— विधर्मी • जो विधि/कानून के अनुसार सही हो— विधिवत्/वैध • किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला— विशेषज्ञ • विनाश करने वाला— विध्वंसक • जिसके शरीर के भाग मेँ कमी हो— विकलांग • जिसे व्याकरण का पूरा ज्ञान हो— वैयाकरण • सौ वर्षोँ का समूह— शताब्दी • जो शरण मेँ आ गया हो— शरणागत • शरण की इच्छा रखने वाला— शरणार्थी • हाथ मेँ पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार जैसे तलवार— शस्त्र • सौ वस्तुओँ का संग्रह— शतक • जो सौ बातेँ एक साथ याद रख सकता है— शतावधानी • जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो/शत्रु का नाश करने वाला— शत्रुघ्न • जिसका कोई आदि और अंत न हो— शाश्वत • शाक, फल और फूल खाने वाला— शाकाहारी/निरामिष • जिस शब्द के दो अर्थ होँ— शिलष्ट • शिव का आलय (स्थान)— शिवालय • शुभ चाहने वाला— शुभेच्छु/शुभाकांक्षी • अनुसंधान के लिए दिया जाने वाला अनुदान— शोधवृत्ति • जो सुनने योग्य हो— श्रव्य/श्रवणीय • जिसमेँ श्रद्धा भावना हो— श्रद्धालु • पति/पत्नी का पिता— श्वसुर • पति/पत्नी की माता— श्वश्रू (सास) • पति/पत्नी का भाई— श्वशुर्य (साला) • जिसके छह कोण होँ— षट्कोण • जिसके छह पद होँ (भौँरा)— षट्पद • छह–छह माह मेँ होने वाला— षण्मासिक • सोलह वर्ष की अवस्था वाली स्त्री— षोडशी • दो नदियोँ के मिलने का स्थान— संगम • इन्द्रियोँ को वश मेँ रखने वाला— संयमी • जो समाचार भेजता है— संवाददाता • एक ही माँ से उत्पन्न भाई/बहन— सहोदर/सहोदरा • सात सौ दोहोँ का समूह— सतसई • जो गुण–दोषोँ का विवेचन करता हो— समालोचक • सब कुछ जानने वाला— सर्वज्ञ • जो समान आयु का हो— समवयस्क • जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो— समदर्शी • साहित्यिक गुण–दोषोँ की विवेचना करने वाला— समीक्षक • वह स्त्री जिसका पति जीवित हो— सधवा • जो सदा से चला आ रहा हो— सनातन • अन्य लोगोँ के साथ गाया जाने वाला गीत— सहगान • उसी समय मेँ होने वाला/रहने वाला— समकालीन • साथ पढ़ने वाला— सहपाठी • जो दूसरोँ की बात सहन कर सकता हो— सहिष्णु • छूत या संसर्ग से फैलने वाला रोग— संक्रामक • जो एक ही जाति के होँ— सजातीय • गीतोँ की धुन बनाने वाला— संगीतकार • रस पूर्ण— सरस • साथ काम करने वाला— सहकर्मी • सबको प्रिय लगने वाला— सर्वप्रिय • सद् आचरण रखने वाला— सदाचारी • ज्ञान देने वाली देवी— सरस्वती • जो अपनी पत्नी के साथ हो— सपत्नीक • सत्य के लिए आग्रह— सत्याग्रह • शर्तोँ के साथ काम करने का समझौता— संविदा • जो सत्य बोलता हो— सत्यवादी/सत्यभाषी • संहार करने वाला/मारने वाला— संहारक • जिसका चरित्र अच्छा हो— सच्चरित्र • न बहुत ठण्डा न बहुत गर्म— समशीतोष्ण • जो सब कुछ खाता हो— सर्वभक्षी • सब कुछ पाने वाला— सर्वलब्ध • जो समस्त देशोँ/स्थानोँ से संबंधित हो— सार्वभौमिक • रथ हाँकने वाला— सारथि • जो पढ़ना–लिखना जानता है— साक्षर • सप्ताह मेँ एक बार होने वाला— साप्ताहिक • सभी लोगोँ के लिए— सार्वजनिक • आकार से युक्त (मूर्तिमान)— साकार • जो सब जगह विद्यमान हो— सर्वव्यापी • जिसकी ग्रीवा सुंदर हो— सुग्रीव • जो सोया हुआ हो— सुषुप्त • सधवा रहने की दशा या अवस्था— सुहाग • पसीने से उत्पन्न जीव (जैसे जूँ आदि)— स्वेदज • किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— स्वर्ण जयंती • स्त्री के स्वभाव जैसा— स्त्रैण
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