विश्व दिव्यांग जन जन्मदिवस

♦ 1976 में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा के द्वारा विकलांग जनों के लिए एक दिवस मनाने की घोषणा की गई इसे हम *अंतर्राष्ट्रीय विकलांग जन्मदिवस* कहते हैं
♦ *1981 में अंतरराष्ट्रीय विकलांगजन जन्म दिवस*मनाने की घोषणा की गई
♦ सरकारी और दूसरे संगठनों के प्रस्तावों के कारण सहित राष्ट्रीय आम सभा के द्वारा वर्ष *1983 से 1992*को विकलांग व्यक्तियों के लिए *विकलांगजन अंतर्राष्ट्रीय दशक*घोषित किया गया
♦ *1992 से संपूर्ण विश्व*में अंतरराष्ट्रीय विकलांग जन दिवस मनाया जाने लगा
♦ 3 दिसंबर 1992 से संयुक्त राष्ट्र के द्वारा अंतरराष्ट्रीय रीति-रिवाज से संपूर्ण *विश्व में अंतरराष्ट्रीय दिवस 3 दिसंबर* को मनाया जाने लगा
♦ विकलांगो के प्रति लोगों की भावनाओं को बदलने ,विकलांगों को हर क्षेत्र में सफल बनाने ,उन्हें स्वतंत्र जीवन देन,े उनके पुनरुद्धार, समाज में बराबरी के विकास का मौका देन,े उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति को सुधारने, विकलांगो के प्रति लोगों के मन में बने हुए सामाजिक कलंक को दूर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाया जाता है
♦ विकलांगो की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने के हेतु *पूर्ण सहभागिता और समानता*की थीम विकलांग व्यक्ति के अंतराष्ट्रीय वर्ष के उत्सव के लिए निर्धारित की गई थी
♦ विकलांगजन विश्व की सबसे बड़ी *अल्पसंख्यको*ं में आते हैं
♦ विकलांग दिवस के अवसर पर *राष्ट्रपति द्वारा 78 व्यक्तियों व संस्थानों को राष्ट्रपति पुरस्कार 2016* दिया जाएगा
♦ यह पुरस्कार *14 श्रेणियों*में दिया जाता है
♦ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकलांग व्यक्तियों के संबोधन के लिए *दिव्यांग शब्द*का उपयोग किया गया
♦ *दिव्यांग* शब्द का अर्थ होता है एक *विशिष्ट शक्ति* क्योंकि एक विकलांग व्यक्ति में मौजूद होती है
♦ विश्व और भारत में विकलांग व्यक्ति भी सफल हो सकते हैं और एक सम्मान पूर्वक जीवन जी सकते हैं

इसके लिए कुछ उदाहरण हमारे विश्व में मौजूद हैं
[?] इसमें से *हांकिंस वैज्ञानिक* जिन्हें दिखाई सुनाई नहीं देता था यह *कृत्रिम यंत्रो स अपना कार्य करते*थे आज यह भौतिक विज्ञान के प्रसिद्ध व्यक्ति हैं इन्होंने आइस्टीन की तरह कहीं सफल प्रयोग किए हैं
[?] दूसरे हमारे भारत देश के *वीर धवल खाडे*ने जो कि विकलांग के राष्ट्रमंडल खेलों में *तैराकी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक* हासिल किया है

♦ विकलांग व्यक्तियों के विकास के लिए और सम्मान जीवन व सभ्यता के लिए *भारत सरकार ने 3 अधिनियम* बनाए हैं जिनके द्वारा विकलांगजनों का जीवन सुधर सके
♦ *पहला अधिनियम➖ विकलांग व्यक्ति अधिनियम 1995 अधिनियम* के द्वारा विकलांग व्यक्तियों को समान शिक्षा रोजगार के अवसर अवरोध मुक्त वातावरण सामाजिक स्थिति में सुधार आदि
♦ *दूसरा अधिनियम ➖राष्ट्रीय कल्याण ट्रस्ट अधिनियम 1999* इसके द्वारा *ऑटिज्म सेरिब्रल पाल्सी मानसिक मंदबुद्धि बहुविकलांगता* वालों के लिए कानूनी सुरक्षा और स्वतंत्र जीवन हेतु संभव को उचित वातावरण बनाना
♦ *तृतीय अधिनियम➖ भारतीय पुनर्वास परिषद अधिनियम 1992*  इस अधिनियम के द्वारा के पुनर्वास सेवाओं हेतु मानव बल पर जोर देना
♦ *सुगम्य भारत अभियान* के तहत *फिजिकल और वर्चुअल इंफ्रास्ट्रक्चर* में सुधार कर दिव्यांग लोगों के लिए सुगम्य बनाना
♦ हम सब को भी विकलांग व्यक्तियों के प्रति एक सम्मान पूर्वक भावना रखनी चाहिए और सदैव ऐसे व्यक्तियों का सहयोग करने में आगे रहना चाहिए क्योंकि इस पृथ्वी पर संपूर्ण तो कोई भी व्यक्ति नही है हम सब भी किसी न किसी अंश से विकलांग ह

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