- अभिषेक नाटक – भास
- अभिज्ञान शाकुन्तलम् – कालिदास
- अविमारक – भास
- अर्थशास्त्र – चाणक्य
- अष्टाध्यायी – पाणिनि
- आर्यभटीयम् – आर्यभट
- आर्या-सप्तशती – गोवर्धनाचार्य
- उरुभंग – भास
- ऋतुसंहार – कालिदास
- कर्णभार – भास
- कादम्बरी – वाणभट्ट
- कामसूत्र – वात्स्यायन
- काव्यप्रकाश – मम्मट
- काव्यमीमांसा – राजशेखर
- कालविलास – क्षेमेन्द्र
- किरातार्जुनीयम् – भारवि
- कुमारसंभव – कालिदास
- बृहत्कथा – गुणाढ्य
- चण्डीशतक – वाणभट्ट
- चरक संहिता – चरक
- चारुदत्त- भास
- चौरपंचाशिका – बिल्हण
- दशकुमारचरितम् – दण्डी
- दूतघटोत्कच – भास
- दूतवाक्य – भास
- न्यायसूत्र – गौतम
- नाट्यशास्त्र – भरतमुनि
- पञ्चरात्र – भास
- प्रतिमानाटकम् भास
- प्रतिज्ञायौगंधरायण – भास
- बृहद्यात्रा – वाराहमिहिर
- ब्रह्मस्फुटसिद्धान्त – ब्रह्मगुप्त
- ब्रह्मसूत्र – बादरायण
- बालचरित्र – भास
- मध्यमव्यायोग भास
- मनुस्मृति – मनु
- महाभारत – वेद व्यास
- मालविकाग्निमित्र – कालिदास
- मुकुटतादितक – वाणभट्ट
- मेघदूत – कालिदास
- मृच्छकटिकम् – शूद्रक
- मिमांसा – जैमिनी
- योगयात्रा – वाराहमिहिर
- योगसूत्र – पतंजलि
- रघुवंश – कालिदास
- रसरत्नसमुच्चय – वाग्भट्ठ
- रसमञ्जरी – शालिनाथ
- रसरत्नसमुच्चय – वाग्भट्ठ
- राजतरंगिणी – कल्हण
- रामायण – महर्षि वाल्मीकि
- व्याकरणमहाभाष्य – पतंजलि
- वाक्यपदीय – भर्तृहरि
- विक्रमोर्वशीय – कालिदास
- वैशेषिकसूत्रम् – कणाद
- स्वप्नवासवदत्तम – भास
- समय-मातृका – क्षेमेन्द्र
- साहित्य दर्पण – विश्वनाथ कविराज
- सांख्यसूत्र – कपिलमुनि
- सिद्धान्त शिरोमणि –
- हर्षचरित्र – वाणभट्ट
- ग्रन्थकार और ग्रन्
- ग्रन्थकार — ग्रन्थ
- भर्तृहरि – वाक्यपदीयम्
- वामन एवं जयादित्य – काशिकावृत्ति
- भट्टोजिदीक्षित – वैयाकरणसिद्धान्तकौमुदी
- अभिनन्द — son of जयन्त, योगवशिष्ठसार,कादम्बरीकथासार, रामचरित
- अभिनवगुप्त — ध्वन्यालोकलोचन, परमार्थसार
- अध्यराज — उत्साह
- अग्गवन्स — सद्दनीति
- अलत — joint author of काव्यप्रकाश
- अमरचन्द्र — बालभरत, काव्यकल्पलता
- अमरसिंह — नामलिङ्नुगानुशासन
- अमरुक — अमरुकशतक
- अमितगति — धर्मपरीक्षा, सुभाषितरत्नसम्दोह
- आनन्द — माधवनलकथा
- आनन्दगिरि — शंकरविजय
- आनन्दतीर्थ — यमकभरत
- आनन्दवर्धन — देविशतक, ध्वन्यालोक
- अनन्त — भरतचम्पु
- अनन्त — वीरचरित्र
- अन्नम् भट्ट — तर्कसंग्रह
- अनुभूति — सरस्वतिप्रक्रिया
- अनुभूति स्वरूपाचार्य — सरस्वतिप्रक्रिया
- अपदेव — मीमांसान्यायप्रकाश
- अप्पय्य दीक्षित — कुवलयानन्द
- अरिसिंह — काव्यकल्पलता, शुक्र्तसम्किर्तन
- आर्यभट्ट — आर्यभटिय, दशगीतिकासूत्र, आर्यस्तशत
- (includes गणित), कालक्रिया, गोल
- आर्यभट्ट ii — आर्य सिद्धान्त
- आर्य देव — चतुशतिक, हस्तवलप्रकरनवृत्ति
- आर्य शूर — जातकमाला
- अशधर — धर्मामृत
- अश्वगोश — बुद्धचरित, गन्दिस्तोत्रगाथा,सौन्दरानन्द
- अश्विनिकुमार — रसरत्नसमुच्चय
- असंग — (buddhist philosopher) महायनसूत्रलंकार,बोधिसत्त्वभुमि, योगचरभूमिशास्त्र
- अत्रि — अत्रि स्मृति
- आत्रेय — आत्रेय संहिता
- बादरयण — ब्रह्म सूत्र
- बल्ललसेन — अद्भुतसागर
- बल्ललसेन — भोजप्रबन्ध
- बाण — कादम्बरी, हर्षचरित, चन्डीशतक
- भल्लत — शतक, शान्तिशतक
- मम्मट — काव्यप्रकाश
- भानुदत्त — रसमन्जरि, रसतरन्गिनि
- भरत — नाट्यशास्त्र
- भरतचन्द्र — विद्यासुन्दर
- भरतितीर्थ — part author of पंचदशि
- भारवि — किरातार्जुनीयम्
- भर्तृहरि — वाक्यपदिय, वैराग्यशतक, शृन्गारशतक
- भास — चारुदत्त, प्रतिज्ञयौगन्धरयन, प्रतिमनतक,स्वप्नवासवदत्ता
- भासर्वज्ञ — न्यायसार
- भास्करचार्य — करनकुतुहल, लीलावती,सिद्धान्तशिरोमणि
- भास्करचार्य — गणित, गोल, ग्रहगणित, बीजगणित
- भट्टकलन्कदेव — कर्नतकशब्दानुशासन
- भट्ट नायक — ह्र्दयदर्पण
- भट्टि — रावणवध (भट्टिकाव्य)
- भट्टोजि दीक्षित — प्रक्रियाकौमुदि,सिद्धान्तकौमुदि, प्रौधमनोरम
- भट्टोत्पल — होराशास्त्र
- भवभूति — उत्तररामचरित, मालतीमाधव
- भावमिश्र — भावप्रकाश
- भयभंजनशर्मन् — रमलरहस्य
- भोज — युक्तिकल्पतरु, राजमार्तन्ड, राजमृगान्क,राजवर्त्तिका, रामायणचम्पु (with लक्ष्मण भट्ट),शलिहोत्र,
- शृन्गारप्रकाश, समरंगनसूत्रधार, सरस्वतिकण्ठाभरण,भुम, भुमक
- भौमक — रावणर्जुनीय
- बिहारी lal — सत्सै
- विल्हण — कर्णसुन्दरि, चौरपंचशिखा (orचौरिसुरतपंचशिखा),विक्रमन्कदेवचरित
- बिल्वमंगल — कृष्णकर्णामृत (or कृष्णलीलामृत)
- ब्रह्मगुप्त — खण्डखद्यक, ब्रह्मसिद्धान्त, स्फुतब्रह्मसिद्धान्त
- बुद्धभट्ट — अगस्तिमत, रत्नपरीक्षा
- बुद्धघोषाचार्य — पद्यचूडमणि
- बुधस्वामिन् — बृहत्कथाश्लोकसंग्रह
- चक्रपाणि — दशकुमारचरित continues
- चक्रपाणिदत्त — चिकित्सासारसंग्रह
- छन्द — प्राकृतलक्षन
- चन्देश्वर — स्मृतिरत्नाकर, नीतिरत्नाकर
- चन्द्र — चन्द्र व्याकरण
- चन्द्रगोमिन् — शिष्यलेखधर्मकाव्य
- चरित्रसुन्दर गनिन् — महिपलचरित्र
- चिदम्बर — राघवपाण्डवीयायदवीय
- चिन्तामणि भट्ट — शुकसप्तति
- दामोदर of दीर्घघोश family — वाणीभूषण
- दामोदर, son of लक्ष्मीधर — संगीतदर्पण
- दामोदरगुप्त — कुत्तनिमत
- दण्डिन् — दशकुमार चरित, अवन्तिसुन्दरिकथा,काव्यदर्श, द्विसंधनकाव्य
- देव — दैव
- देवदत्त — a version of शुकसप्तति
- देवनन्दिन्, पुज्यपाद — जैनेन्द्र व्याकरण
- देवन्न भट्ट — स्मृतिचन्द्रिक
- देवप्रभा सुरि — पन्दवचरित्र, मृगवतिचरित्र
- धनंजय — दशरूप, राघवपाण्डविय
- धनंजय — नाममाला
- धनपल — तिलकमन्जरि, पैयलच्चि, ऋशभपंचशिखा
- धन्वन्तरि — author of a medical glossary
- धर्मकीर्ति — न्यायबिन्दु
- धर्मराज — वेदान्तपरिभास
- धर्मोत्तर — न्यायबिन्दुटीका
- धो — पवनदूत
- दिग्नाग — न्यायप्रवेश (or by शंकरस्वामिन्),प्रमाणसमुच्चय
- दीपांकर — अश्ववैद्यक
- दुर्लभराज — समुद्रतिलक
- द्य द्विवेद — नीतिमन्जरि
- गण — अश्वायुर्वेद
- गणेश — ग्रहलाघव
- गंगादास — छन्दोमन्जरि
- गंगेश — तत्त्वचिन्तामणि
- गौडपाद — author of करिकास्
- घतकर्पर — घतकर्परकाव्य, नीतिसार (ascr —)
- गोपिनाथ — revises दशकुमारचरित
- गोवर्धन — आर्यसप्तशति
- गुमणि — उपदेशशतक
- गुणभद्र — उत्तरपुराण
- गुणचन्द्र — नाट्यदर्पण (with रामचन्द्र)
- गुणाढ्य — बृहत्कथा
- हल — सत्तसै
- हलायुध — ब्राह्मणसर्वस्व
- हलायुध poet and grammarian — अभिधनरत्नमाला
- हलायुध — कविरहस्य
- हरदत्त — पदमञ्जरी
- हरदत्त सुरि — राघवनैसधीय
- हरिभद्र — धर्मबिन्दु, योगदृष्टिसमुच्चय, योगबिन्दु,लोकतत्त्वनिर्णय, सद्दर्शनसमुच्चय
- हरिचन्द्र — धर्मशर्मभ्युदय
- हरिचन्द्र — जीवनधरचम्पु
- हर्षवर्धन — अष्टमहश्रीचैत्यस्तोत्र, सुप्रभातस्तोत्र
- हर्ष — नागानन्द, प्रियदर्शिखा, रत्नावलि
- हर्षदेव — लिन्गनुशासन
- हर्षकीर्ति सुरि — ज्योतिषसरोद्धर
- हेमचन्द्र — अनेकार्थसंग्रह, अभिधनचिन्तामणि,काव्यनुशासन, छन्दोनुशासन, त्रिषष्ठिशलका पुरुषचरित,देशिनाममाला, द्व्यश्रयकाव्य, निघन्तुशेष,परिशिस्तपर्वन्,प्रमाणमीमांसा, लघु अर्हन्नीति, वीतरागस्तुति,सिद्धहेमचन्द्र,हैम व्याकरण
- हेमाद्रि — चतुर्वर्गचिन्तामणि, शतश्लोकि
- हेमविजय — कथारत्नाकर
- इरुगप — नानार्थरत्नमाला
- ईश्वरकृष्ण — सांख्यकरिका
- जगद्देव — स्वप्नचिन्तामणि
- जगदीश — तर्कामृत
- जगन्नाथ — भामिनिविलास, रसगंगधर
- जैमिनि — मीमांसा सूत्र
- जल्हन — मुग्धोपदेश, सुभाषितमुक्तावलि,सोमपलविलास
- जम्भलदत्त — version of वेतालपंचविन्शतिक
- जयदत्त — अश्ववैद्यक
- जयदेव — गीतगोविन्द
- जयदेव, dramatist — चन्द्रलोक
- जयदेव — रत्नमन्जरि
- जयादित्य — कशिकावृत्ति
- जयन्त भट्ट, father of अभिनन्द — न्यायमन्जरि
- जयरथ — अलंकारविमर्शिनि, हरचरितचिन्तामणि
- जयवल्लभ — वज्जलग्ग
- जीमूतवहन — दयाभाग, धर्मरत्न
- जिनकीर्ति — चम्पकश्रेश्तिकथानक,पलगोपलकथानक
- जिनसेन — हरिवंशपुराण
- जिनसेन — आदिपुराण, पर्श्वभ्युदय
- जिनेन्द्रबुद्धि — न्यस
- ज्योतिरीश्वर — पंचसयक
- कल्हण — राजतरंगिणी
- कालिदास — ऋतुसंहार, कुमारसम्भव,मालाविकाग्निमित्र, मेघदुत,रघुवंश, विक्रमोर्वशीय, शकुन्तला, शृन्गारसश्तक(ascr—), श्रुतबोध
- कल्लत — स्पन्दकरिका
- कल्याणमल्ल — अनंगरंग
- कमलाकर — निर्णयसिन्धु
- कमन्दकि — नीतिसार
- कनद — वैशेषिक्क सूत्र
- कनकसेन — यशोधरचरित
- कश्यप — बालवबोधन
- कश्यप — धर्मसूत्र
- कात्यायन — अनुक्रमणिस्, कात्यायन स्मृति,नाममाला
- कौटिल्य — अर्थशास्त्र
- कविराज सुरि — राघवपाण्डविय
- केदार भट्ट — वृत्तिरत्नाकर
- केशव मिश्र — तर्कभाषा
- केशवस्वामी — नानार्थर्नवसम्क्षेप
- कोक्कोक — रतिरहस्य
- कृष्णलीलाशुक — पुरुषकर
- क्रमदीश्वर — संक्षिप्तसार
- क्षेमम्कर — version of सिंहासनद्वत्रिन्शिका
- क्षेमेन्द्र — अवदन्कल्पलता, औचित्यविचार,कलाविलास, कविकण्ठाभरण,चतुर्वर्गसंग्रह, चारुचर्यशतक, दर्पदलन, दशावतारचरित,नृपावलि, पद्य कादम्बरी, बृहत्कथामन्जरि,भरतमन्जरि,रामायणमन्जरि, समयमातृर्क, सुवृत्ततिलक,सेव्यसेवकोपदेश
- कुलशेखर — मुकुन्दमाला
- कुमारदास — जानकीहरण
- कुमारलता — कल्पनमन्दिटीका or सुत्रालंकार
- कुमारस्वामिन् — रत्नपन
- कुमरिल — तुप्तिक, तन्त्रवर्त्तिक, श्लोकवर्त्तिक