संस्कृत-सन्धि 01

संस्कृत-सन्धि 01


1. अवर्णादिचि परे पूर्वपरयोः स्थाने कः सन्धि स्यात् ?
क. वृद्धिः
ख.  दीर्घ
ग. गुण✔
घ. पररूप

2. द्वावपि इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. यण
ख. दीर्घ
ग. अयादि✔
घ. वृद्धि

3. गतावुभौ इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. अयादि✔
ख. दीर्घ
ग. यण्
घ. वृद्धि

4. आदेचि परे कः आदेश स्यात्-
क. गुण
ख. वृद्धि✔
ग. पूर्वरुपमेकादेश
घ. पररुपमेकादेश

5. वृद्धिः न भवति-
क. आ
ख. ऐ
ग. औ
घ. आर्✔

6. न्यूनः इत्यस्य सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. नि + उनः
ख. नि + ऊनः✔
ग.  नी + ऊनः
घ.  नी + उनः

7. नद्युदकम् इत्यस्य सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. नदी + उदकम्✔
ख. नदि + उदकम्
ग.  नदी +  ऊदकम्
घ.  नदि+ ऊदकम्

8. वध्वगामः इत्यस्य सन्धि विच्छेदोस्ति_
क.  वधु + आगमः
ख.  वध्व + आगमः
ग.   वधू + आगमः✔
घ.  वधू +  वागमः

9. कत्रार्युः इत्यत्र कःसन्धि -
क. दीर्घ
ख. गुण
ग. वृद्धि
घ. यण्✔

10. कत्रार्यु इत्यत्र कः सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. कृत + आयु
ख.  कतृ + आयुः
ग.  कर्तृ + आयुः
घ. कर्तृ +  आयु✔

11. पदान्तादेङोsति परे कःसन्धिर्भवति -
क. पररुप
ख. पूर्वरूप✔
ग. दीर्घ
घ. वृद्धि

12. "एङ पदान्तादति" इति सूत्रं कस्य सूत्रस्यापवादोsस्ति-
क. एङिपररुपम्
ख. एचोsयवायावः✔
ग.  इकोयणचि
घ. वृद्धि रेचि

13. पूर्वरूपसन्धिः कस्य संधेरपवादोsस्ति-
क. पररुपस्य
ख. पूर्वरूप
ग. अयादे✔
घ. यणस्य

14. ग्रामे + अस्मिन् इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. अयादि
ख. पूर्वरूप✔
ग. पररुप
घ. यणस्य

15. मनो+अनुकूल इत्यस्य संधि युक्त पदमस्ति-
क.  मनोsनुकूलः✔
ख.  मनानुकूलः
ग.  मन अनुकूलः
घ.  मनोअनुकूलः

16. आदुपसर्गादेङादौ धातौ परे कःसन्धिर्भवति
क. पूर्वरूप
ख. पररुप✔
ग. गुण
घ. वृद्धि

17. प्रेषणम् इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. गुण
ख. पररूप✔
ग. वृद्धि
घ. प्रकृतिभाव

18. कुलटा इत्यत्र कःसन्धि -
क. दीर्घ
ख. पररुप✔
ग. प्रकृतिभाव
घ. पूर्वरुप
19. हलीषा इत्यस्य कः सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. हलस् + ईषा
ख. हल + ईषा✔
ग. हल् + ईषा
घ. हलि +ईषा

20. लाङगलीषा इत्यस्य सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. लाङ्गलि + इषा
ख. लाङ्गली + ईषा
ग. लाङ्गल +  ईषा✔
घ. लाङ्गल + ईषा

21. सीमन्त इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. सीमा + अन्तः
ख. सीमन् + अन्तः✔
ग. सीम+ न्त
घ. सी + मन्तः

22. ओमिआङिचात्परे आदेशः भवति
क. पूर्वरूप
ख. पररुप✔
ग. दीर्घ
घ. प्रकृतिभाव

23. शिव + एहि इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. गुण
ख. पररुप✔
ग. वृद्धि
घ. सर्वे

24. अक्षौहिणी इत्यस्य सन्धि विच्छेदोस्ति_
क. अक्ष + उहिणी
ख. अक्ष + ओहिणी
ग. अक्ष + ऊहिनी✔
घ. अक्षौ + हिणी

25. अक्ष + ऊहिनी इत्यत्र सन्धिरस्ति-
क. गुण
ख. दीर्घ
ग.  वृद्धि✔
घ. पररुप

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