1. पंडित अंबिकादत्त 'व्यास'
◆जन्म- 1858 में मानपुरा माचेड़ी (जयपुर )में
◆गोत्र- पाराशर
◆पितामह- पंडित प्रवर राजाराम
◆पिता- दुर्गादत्त
उपाधियां
व्यास -कुशल कथा वक्ता होने के कारण
सुकवि- भारतेंद्र मंडली द्वारा
घटिका शतकी- 24 मिनट में 100 श्लोक की रचना कर लेने के कारण (शतावधानी ) अभिनव बाण
प्रसिद्ध कृतियां
1.शिवराजविजयम
◆ऐतिहासिक आख्यायिका/ उपन्यास ◆यह निः श्वास में बटा हुआ है इसमें 12 निः श्वास है।
नायक छत्रपति शिवाजी
मुख्य रस वीर रस
नाट्यरचना (3)
1.सामवतम्
2.धर्माधर्मकलकलम्
3.मित्रलापः
सामवतम्
◆उपजीव्य ग्रन्थ- स्कन्दपुराण
◆श्रृगार रस प्रधान
◆नायक सामवान्
◆ऋषि पुत्र सामवान दुर्वासा मुनि के शाप से स्त्री रूप में परिवर्तित रुप हो जाने पर अपने मित्र सुमेधा से विवाह वर्णन।
द्वौ स्नातकौ- सामवान व सुमेधा
◆गुप्ताशुद्धिप्रदर्शनम्-व्याकरणशास्त्र पर लिखा गया ग्रंथ
◆राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा सन 2004 में 'भट्ट मथुरा नाथ शास्त्री साहित्य सम्मान' शुरू किया गया। यह सर्वप्रथम मोहनलाल पांडेय को दिया गया।
◆1930-1960 भट्ट युग (बलदेव उपाध्याय)
पत्रिका
1.भारती मासिक पत्रिका
2.संस्कृत रत्नाकर
◆उपन्यास ~आदर्शरमणी
कथा
◆कथानकवल्ली (छह कथा)
◆आख्यानवल्लरी (छह ललित निबंध)
उपन्यास
जीवनस्य पृष्ठद्वयम्★★
◆नायक~ राकेश
◆नायिका ~कल्पना
विशेष तथ्य
◆1988 मे मुख्यमंत्री सम्मान
◆1999 मे राष्ट्रपति सम्मान
◆ कलाशालिनी नामक नये छंद का निर्माण।
◆11अप्रैल 2016 को MEERA LIFE TIME ACHIEVEMENT AWARD से सम्मानित किया गया।
4.पं.पद्म शास्त्री
जन्म ~17 दिसम्बर1935
स्थान ~सिगांली अल्मोडा 【उत्तराखंड】
बचपन का नाम ~पद्मादत्त ओझा
पिता~ बद्रीदत्त ओझा
महाकाव्य~ लेनिनामृतम्
◆15सर्ग
◆बोल्शेविक क्रांति के जनक लेनिन का जीवन चरित्र।
◆वीर रस प्रधान
◆इस काव्य के लिए सोवियत भूमि नेहरू पुरस्कार दिया गया।
खण्डकाव्य
◆स्वराज्यम【 5 सर्ग】
◆चीनी आक्रमण से संबंधित।
◆इस के लिए राजस्थान संस्कृत साहित्य का सर्वोच्च पुरुस्कार 1966 में दिया गया। (माघ पुरस्कार)
◆चायशतकम्
◆लोकतन्त्रविजयम्
कथा
◆विश्वकथाशतकम्
◆स्वर्णकाकः【vvm】
गद्य
◆ मदीया सोवियत यात्रा
◆कलानाथ शास्त्री ने इस यात्रा संस्मरण को संस्कृत के अभिनव ट्रेवलोग की संज्ञा दी।
5.डाँ.प्रभाकर शास्त्री
◆समय ~1939-2016
◆ पिता ~वृद्धिचन्द शास्त्री
पत्रिका
विश्वंभरा 【बीकानेर से प्रकाशित】
कृति★★★
◆पंचामृतम् [5 अमृत {भाग}]
◆राजस्थान विश्वविद्यालय से डी.लिट.【 Doctorate of literature 】 की उपाधि प्राप्त करने वाले प्रथम विद्वान।
◆2002 मे राष्ट्रपति सम्मान
6.पं. सूर्यनारायण शास्त्री
◆जन्म ~1883 ई.
◆स्थान~ महेन्द्रगढ़ 【हरियाणा】
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