1. भोराठ/भोराट का पठार यह Udaipur जिले के कुम्भलगढ ओर गोगुन्दा के मध्य का पठारी क्षेत्र का भाग है।
2. लासङिया का पठार यह उदयपुर जिले में जयसमंद (Jaisamand) से आगे कटा-फटा पठारी क्षेत्र का भाग है।
3. गिरवा यह उदयपुर जिले के चारों ओर पहाडि़यों के कारण उदयपुर की आकृति एक तश्तरीनुमा बेसिन जैसी है जिसे स्थानीय भाषा में गिरवा कहा जाता है
4. देशहरो यह उदयपुर में जरगा ओर सिरोही के पहाड़ीयों के बीच का क्षेत्र सदा हरा भरा रहने के कारण इनको देशहरो कहा जाता है
5. मगरा यह उदयपुर जिले का उत्तरी पश्चिमी पर्वतीय क्षेत्र का भाग मगरा कहलाता है।
6. ऊपरमाल यह चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) जिले के भैसरोड़गढ़ से लेकर ओर भीलवाडा के बिजोलिया तक का पठारी भाग का क्षेत्र ऊपरमाल कहलाता है।
7. नाकोडा पर्वत/छप्पन की पहाडि़याँ यह बाडमेर जिले के सिवाणा ग्रेनाइट पर्वतीय (Granite Mountain) क्षेत्र का भाग में स्थित गोलाकार पहाड़ीयों का समुह नाकोड़ा पर्वत उसको छप्पन की पहाड़ीयाँ कहा जाता है
8. छप्पन का मैदान यह बासवाडा जिले ओर प्रतापगढ़ जिले के मघ्य का भू-भाग का क्षेत्र छप्पन का मैदान कहलाता है। इस को मैदान माही नदी बनाती है।(56 गावों का समुह या 56 नालों का समुह) को छप्पन का मैदान कहा जाता है
9. कांठल यह माही नदी के किनारे-किनारे (कंठा) प्रतापगढ़ का भू-भाग का क्षेत्र कांठल है इसलिए माही नदी को कांठल की गंगा कहा जाता है
10. भाखर/भाकर यह पूर्वी सिरोही क्षेत्र में अरावली की तीव्र ढाल वाली ऊबड़-खाबड़ पहाड़ीयों का क्षेत्र के भू-भाग को भाकर/भाखर कहा जाता है
11. खेराड़ यह भीलवाड़ा जिले व टोंक जिले का वो क्षेत्र का भू-भाग जो बनास बेसिन में स्थित है उसको खेराड़ कहा जाता है
12. धरियन यह जैसलमेर जिले के बलुका स्तुप युक्त क्षेत्र का भू-भाग वहा जनसंख्या ‘न’ के बराबर होती है उसको धरियन कहा जाता है।
13. कुबड़ पट्टी यह नागौर जिले के जल में Fluoride कि मात्रा अधिक होने के कारण जिससे शारीरिक विकृति(कुब) होने की सम्भावना बढ़ जाती है
14. लाठी सीरिज क्षेत्र यह जैसलमेर जिले में पोकरण ओर मोहनगढ्र तक पाकिस्तानी सीमा (Pakistani border) के सहारे विस्तृत एक भु-गर्भीय मीठे जल की धार (पेटी) है उसको लाठी सीरिज कहा जाता है। ओर इसी लाठी सीरिज के ऊपर सेवण घास उगती है
15. राजस्थान के प्रमुख बीहड़ के भू-भाग (1) सर्वाधिक बीहड – धौलपुर जिले में। (2) मेवात– उत्तरी अलवर जिले हिस्सा आता है। (3) कुरू– अलवर जिले का कुछ हिस्सा आता है (4) शुरसेन- भरतपुर, धौलपुर, करौली जिले का हिस्सा आता है। (5) योद्धेय– गंगानगर जिले व हनुमानगढ़ जिले का हिस्सा आता है। (6) जांगल प्रदेश– बीकानेर जिले तथा उत्तरी जोधपुर जिले का हिस्सा आता है। (7) गुजर्राजा– जोधपुर जिले का दक्षिण का भाग। (8) ढूढाड़– जयपुर के आस-पास का क्षेत्र का भाग आता है (9) अरावली– आडवाल का भाग आता है (10) चन्द्रावती– सिरोही जिले व आबु का क्षेत्र का भाग आता है
16. राजस्थान के प्रमुख पहाडि़याँ (1) मालखेत की पहाडि़या= सीकर जिले मे आती है (2) हर्ष पर्वत= सीकर जिले मे आती है (3) हर्षनाथ की पहाडि़या = अलवर जिले मे आती है (4) बीजासण पर्वत= माण्डलगढ़(भीलवाड़ा) जिले मे आती है (5) चिडि़या टुक की पहाड़ी=– मेहरानगढ़(जोधपुर) जिले मे आती है (6) बीठली/बीठडी= तारागढ़(अजमेर) जिले मे आती है (7) त्रिकुट पर्वत= जैसलमेर(सोनारगढ़) व करौली(कैलादेवी मन्दिर) जिले मे आती है (8) सुन्धा पर्वत= भीनमाल(जालौर) जिले मे आती है
Note - इस पर्वत पर सुन्धा माता का मन्दिर है इस मन्दिर में राजस्थान का पहला रोप वे (2006) लगाया गया है।(दुसरा रोप वे- उदयपुर जिले में स्थित है
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