भोपाल मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है इसे झीलो की नगरी और पहाड़ो का शहर भी कहा जाता है ! भोपाल एक जिला होने के साथ साथ (भोपाल) एक संभाग है जिस में 5 जिले भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, और राजगढ़ जिले शामिल है ! भोपाल की सीमा 5 जिलों की सीमा से लगती है ! उत्तर में गुना, उत्तर पूर्व में विदिशा, पूर्व में रायसेन, पश्चिम में सीहोर, उत्तर पश्चिम में राजगढ जिले की सीमाएं लगती हैं।
भोपाल सात पहाड़ियों पर बसा हुआ है ! यह सात पहाड़ियाँ➖श्यामला हिल्स, अरेरा हिल्स, कटारा हिल्स, दानिश हिल्स, वन टी हिल्स, ईदगाह हिल्स आदि है ! इसे राजा भोज ने बसाया था इसका पुराना नाम- भूपाल या भोजपाल था !
भोपाल के बारे मे अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां
राज्य➖मध्यप्रदेश जिला,संभाग, एवं राजधानी➖ भोपाल उपनाम➖ झीलो की नागरी, पहाड़ो का शहर स्थापना बर्ष➖ 26 जनवरी 1972 संस्थापक➖ राजा भोज【1000 ई. से 1055 ई.】 क्षेत्रफल➖2772 किलोमीटर 【 प्रदेश का दूसरा सबसे छोटा जिला (जनगणना-2011 के अनुसार)】 तहसील संख्या➖ 2【बैरसिया,हुजूर】 विधानसभा क्षेत्र➖हुजूर,गोविन्दपुरा,बैरसिया,नरेला,भोपाल उत्तर,भोपाल दक्षिण पश्चिम,भोपाल मध्य, लोकसभा क्षेत्र➖भोपाल 【सिर्फ एक ही आता है】 पंचायत➖202【110 तहसील (बैरसिया) एवं 92 तहसील (हुजूर)】 गांव की संख्या➖614【राजस्व ग्राम-611 एवं वन ग्राम-03】 नगर निगम ➖01【नगर निगम जॉन की संख्या-19 एवं नगर निगम वार्डो की संख्या-85 है】 पिनकोड एवं दूरभाष कोड क्रमशः➖462001 एवं 0755 रेलवे कोड➖BPL एवं HBJ【भोपाल मे दो रेलवे स्टेशन है - भोपाल एवं हबीबगंज】 राष्ट्रीय राजमार्ग➖ NH-12【20 किलोमीटर】 राजकीय राजमार्ग➖SH-18 एवं SH-23 जनसंख्या➖23,71,061【पुरुष-12,36,130 एवं महिलाये-11,34,931】 जनसंख्या अनुसूचित जाति➖357516【पुरुष-185902 एवं महिलाएं-171614】 जनसंख्या अनुसूचित जनजाति➖69429【पुरुष-35966 एवं महिलाये-33463】 जनसंख्या घनत्व-855 व्यक्ति/ वर्ग किलोमीटर【प्रदेश मे सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला जिला】 लिंगानुपात➖918【ग्रामीण-907 एवं नगरीय-921】 साक्षरता➖80.4%【ग्रामीण-66.9% एवं नगरीय-83.4%( प्रदेश का तीसरा सबसे अधिक साक्षर जिला】 सर्वाधिक महिला साक्षरता➖74.9%【प्रदेश का सबसे अधिक महिला साक्षरता वाला जिला भोपाल है】 जिले की प्रमुख मंडियाँ➖【करोंद,सिकंदराबाद,भोपाल,तूमड़ा,बैरागढ, बरखेड़ा पठानी, नजीराबाद, रूनाहा, ललरिया,गुनगा】 औद्योगिक क्षेत्रों की संख्या➖04【 बड़े उद्योगों की संख्या लगभग -09】 हवाई अड्डा➖राजाभोज अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बस स्टैंड➖नादरा बस स्टैंड,हलालपुर बस स्टैंड,पुतलीघर बस स्टैंड,जवाहर चौक बस स्टैंड
भोपाल का इतिहास ( History of Bhopal )
भोपाल का पुराना नाम भोपाल या भोजपाल था भोपाल की पुनर्स्थापना दोस्त मोहम्मद ने 1708 से लेकर 17 40 ईसवी के मध्य की थी लेकिन बाद में इसे राजा भोज के द्वारा 1000 ई से 1055 ई के मध्य फिर से बसाया गया कहीं-कहीं (1100 ई.) भी मिलता है! भोपाल का गठन 1 अक्टूबर 1972 को किया गया तथा 26 जनवरी 1972 को इसे जिला बनाया गया
ध्यान देवे➖ भोपाल को भले ही 1956 मे मध्य प्रदेश की राजधानी बना दिया गया हो लेकिन यह 26 जनवरी 1972 से पहले सीहोर जिले की तहसील हुआ करती थी भोपाल को जिले का दर्जा 26 जनवरी 1972 के बाद दिया गया
भोपाल की भौगोलिक स्थिति ( Geography of Bhopal )
भोपाल मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित है। यह जिला विंध्य पर्वत श्रेणियों की उत्तरी सीमांओं पर (23.25° उत्तरी देशान्तर से लेकर 77.42° पूर्वी अक्षांश) पर बसा है। भोपाल उंची नीची सतह पर स्थित है तथा इसकी सीमाओं में छोटी-छोटी पहाड़ियां स्थित हैं यह सात पहाड़ियों -श्यामला हिल्स, अरेरा हिल्स, कटारा हिल्स, दानिश हिल्स, वन टी हिल्स, ईदगाह हिल्स आदि पर वसा है !
भोपाल की जलवायु उष्णकटिबंधीय है. भोपाल में सर्दियों में गर्मियों से बहुत कम वर्षा होती है. कोपेन-गीजर के अनुसार Aw जलवायु का वर्गीकरण है. भोपाल का औसत वार्षिक तापमान 25.1 है. साल में लगभग 1132 मिमी तेजी से वर्षा होती है अप्रैल 2 मिमी के साथ सबसे शुष्क माह है 359 मिमी औसत के साथ सबसे तेज़ी अगस्त में होता है !
वर्ष का सबसे गरम माह मई है, औसत 33.6 के साथ जनवरी का औसत तापमान 18.2 है यह पूरे वर्ष की सबसे कम औसत तापमान है भोपाल का भौगोलिक क्षेत्र 2772 किलोमीटर है ! भोपाल में 128 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल मध्यम संबंध बन पाए जाते हैं एवं 237 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में खुला वन क्षेत्र है
भोपाल के प्रमुख पर्यटन स्थल ( Tourist places in Bhopal )
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान➖ वन विहार राष्ट्रीय उद्यान’ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक तालाब के निकट पहाड़ी पर स्थित है। यह देश का पहला ISO 9001-2008 सर्टिफाइड अवार्ड पाने वाला प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है यह राष्ट्रीय उद्यान 4.45 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को सन 1979 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया वन विहार राष्ट्रीय उद्यान नगरीय क्षेत्र के बीचों बीच स्थित मध्य प्रदेश का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है ! वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में चिड़ियाघर प्रबंधन की आधुनिक अवधारणा के साथ शाकाहारी और मांसाहारी जीवों का ‘वन विहार राष्ट्रीय उद्यान’ प्राकृतिक निवास स्थान रहा है।
ढाई सीढ़ी की मस्जिद➖भोपाल की ढाई सीढ़ी मस्जिद को देश की सबसे छोटी और भोपाल की सबसे पहली मस्जिद होने का दर्जा हासिल है। इसके अलावा इसे एशिया की सबसे छोटी मस्जिद भी कहा जाता है। ये मस्जिद नवाब दोस्त मोहम्मद खान द्वारा 1716 में बनवाई गई थी।
मोती मस्जिद➖भोपाल स्थित इस मस्जिद को कदसिया बेगम की बेटी सिकंदर जहां बेगम ने 1837 में (कही कही 1860 ई. भी मिलता है ) में बनवाया था। इस मस्जिद की शैली बिल्कुल दिल्ली में बनी जामा मस्जिद के समान है, लेकिन आकार में यह उससे छोटी है। मस्जिद की गहरे लाल रंग की दो मीनारें हैं, जो ऊपर नुकीली हैं और सोने के समान लगती हैं। सिकन्दर बेगम का घरेलू(निक नेम) मोती था उनके इस नाम लर ही ही इसका नाम मोती मस्जिद रखा गया है
ताजुल मस्जिद➖भोपाल स्थित यह मस्जिद भारत की सबसे विशाल मस्जिदों में एक है। इस मस्जिद का निर्माण कार्य भोपाल के आठवें शासक शाहजहां बेगम के शासन काल में प्रारंभ हुआ था, लेकिन धन की कमी के कारण उनके जीवंतपर्यंत यह बन न सकी। 1971 मे यह मस्जिद पूरी तरह से बन तैयार हो सकी। गुलाबी रंग की इस विशाल मस्जिद की दो सफेद गुंबदनुमा मीनारें हैं, जिन्हें मदरसे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। तीन दिन तक चलने वाली यहां की वार्षिक इजतिमा प्रार्थना भारत भर से लोगों का ध्यान खींचती है।
ध्यान देवे➖ भोपाल की ताजुल मस्जिद को भले ही देश की सबसे बड़ी मस्जिद कहा जाता है लेकिन यह सही नहीं है देश की सबसे बड़ी मस्जिद दिल्ली की जामा मस्जिद है लेकिन अगर प्रश्न पूछा जाए कि (नमाजगाह) की दृष्टि से देश की सबसे बड़ी मस्जिद कौन सी है तो इसका उत्तर भोपाल की ताजुल मस्जिद होगा
शौकत महल ➖ भोपाल स्थित शौकत महल शहर के बीचोंबीच चौक एरिया के प्रवेश द्वार पर स्थित है। यह महल इस्लामिक और यूरोपियन शैली का मिश्रित रूप है। यह महल लोगों की पुरातात्विक जिज्ञासा को जीवंत कर देता है। महल के निकट ही भव्य सदर मंजिल भी बनी हुई है। कहा जाता है कि भोपाल के शासक इस मंजिल का इस्तेमाल पब्लिक हॉल के रूप में करते थे।
गौहर महल➖ गौहर महल मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के बड़े तालाब के किनारे वी.आई.पी. रोड पर शौक़त महल के पास बड़ी झील के किनारे स्थित है। यह वास्तुकला का ख़ूबसूरत नमूना कुदसिया बेगम के काल का है। इस तिमंजिले भवन का निर्माण भोपाल राज्य की तत्कालीन शासिका नवाब कुदसिया बेगम (सन् 1819-37) ने गौहर महल को 1820 ई. में कराया था।
गौहर महल 4.65 एकड़ क्षेत्र में फैला है। कुदसिया बेगम का नाम गौहर भी था इसलिए इस महल को गौहर महल के नाम से जाना जाता है। यह महल भोपाल रियासत का पहला महल है। इस महल की ख़ासियत यह है कि इसकी सजावट भारतीय और इस्लामिक वास्तुकला को मिलाकर की गई है। यह महल हिन्दु और मुग़ल कला का अद्भुत संगम है। इस महल में दीवान-ए आम और दीवान-ए-ख़ास हैं।
शौर्य स्मारक➖ शौर्य स्मारक शहर के अरेरा हिल्स में स्थित है इसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा 14 अगस्त 2016 को स्मारक लगभग 12 एकड़ वाला इसे पार के रूप में विकसित किया गया
लक्ष्मी नारायण मंदिर➖ भोपाल में बिरला मंदिर के नाम से विख्यात लक्ष्मीनारायण मंदिर मंदिर, भोपाल के मालवीय नगर क्षेत्र में, अरेरा पहाडियों के निकट बनी झील के दक्षिण में स्थित है। मंदिर के निकट ही एक संग्रहालय बना हुआ है
जिसमें मध्यप्रदेश के रायसेन,सीेहोर, मंदसौर और सहदोल आदि जगहों से लाई गईं मूर्तियां रखी गईं हैं। यहां शिव, विष्णु और अन्य अवतारों की पत्थर की मूर्तियां देखी जा सकती हैं। मंदिर के निकट बना संग्रहालय सोमवार के अलावा प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
इस्लाम नगर का किला➖ इस्लामनगर का किला यहां आने वाले पर्यटकों का सबसे बड़ा आकर्षण है। इस भव्य किले का इतिहास इस्लामनगर से काफी गहरे जुड़ा हुआ है। इसे अफगान कमांडर दोस्त मोहम्मद खान ने 1715 में बनवाया था। इस किले में वास्तुशिल्पीय भव्यता और निपुणता का अद्भुत संगम देखा जा सकता है। वर्तमान समय में भी इस्लामनगर किले के वैभवशाली अवशेष मौजूद हैं। यहां के हरे-भरे खेतों में फैले अवशेष इसके गौरवशाली अतीत की झलक दिखाते हैं।
मछली घर➖ मछली घर मध्य प्रदेश कि राजधानी भोपाल मे स्थित एक प्रसिद्ध जलजीवशाला (एक्वेरियम) है। राज भवन के पास स्थित इस जलजीवशाला की स्थापना 31 मई 1977 को हुई थी। दो मंजिले इस अवस्थापना में ऊपरी तल पर चालीस छोटे और निचले तल पर 26 बड़े एक्वेरियम रखे गये थे जिनमें विविध प्रकार की मछलियाँ और जलीय जीव रखे गये थे।भारत में स्थित एक्वेरिया में इसे मुंबई स्थित तारापुर फिश एक्वेरियम के बाद दूसरा सबसे समृद्ध एक्वेरियम माना जाता है। इसका उल्लेख "वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ एक्वेरिया" में भी है !
नवाब हसन सिद्धकी का मकबरा➖ नगर में भोपाल टाकीज के समीप सफेद संगमरमर से निर्मित यह सुन्दर मकबरा भोपाल राज्य की शासिका नवाब शाहजहांबेगम के दूसरे शौहर नवाब सिद्दीक हसन का है। सन् 1890 में इनका निधन हुआ। शाहजहां बेगम ने उनकी याद में यह मकबरा निर्मित कराया था
ताजमहल प्रतिलिपि➖ ताजमहल प्रतिलिपि एक महल है जिसे भोपाल की सुल्तान शाहजहां बेगम ने (1871-1884) में बनवाया था यह ताजुल मस्जिद भोपाल के पीछे स्थित है।
बडी झील➖ बड़ा तालाब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मध्य में स्थित मानव निर्मित एक झील है। इस तालाब का निर्माण 11वीं सदी में राजा भोज ने करवाया था। इसे एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील भी माना जाता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पश्चिमी हिस्से में स्थित यह तालाब भोपाल के निवासियों के पीने के पानी का सबसे मुख्य स्रोत है।
भोपाल में एक कहावत है- "तालों में ताल भोपाल का ताल बाकी सब तलैया", अर्थात् "यदि सही अर्थों में तालाब कोई है तो वह है भोपाल का तालाब"। भोपाल की यह विशालकाय जल संरचना अंग्रेज़ी में "Upper Lake' कहलाती है। इसी को हिन्दी में 'बड़ा तालाब' कहा जाता है।
छोटी झील➖ छोटी सी झील के नाम से प्रसिद्ध यह तालाब भोपाल में स्थित है इसका निर्माण 1794 में छोटे खान द्वारा करवाया गया था
भोपाल के प्रमुख पार्क( गार्डन/ उद्यान )
भोपाल की खूबसूरती में उसके पार्कों ने चार चाँद लगा दिए हैं। आप किसी भी इलाके से गुजरिये पार्क आपको अपनी ओर बुलाते दिखेंगे मन को मोह लेने वाले प्राकृतिक वातावरण से निर्मित पार्क भोपाल की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं !
कमला पार्क➖ इस पार्क का निर्माण सन् 1933 में नवाब हमीदुल्लाह खान ने कमलापति महल के सामने कराया था, जो आज के महत्वपूर्ण पार्कों में एक है। बड़े तालाब के किनारे तथा कमलापति महल के सामने यह पार्क भोपालवासियों के लिए गर्मी में आराम की जगह है।
किलोल पार्क➖ वर्धमान पार्क के सामने ही सड़क के दूसरी ओर किलोल पार्क बनवाया था, जो शहर का मशहूर पार्क है।
चिनार पार्क➖ भोपाल के लिंक रोड एक पर महाराणा प्रताप नगर जानेवाले मार्ग पर शिवाजी नगर क्षेत्र में 1975 में छह हेक्टेयर भूमि पर यह पार्क बना है। राजधानी परियोजना प्रशासन द्वारा अरेरा पहाड़ी की ढलान पर यह बनाया गया है।
विविध विभागों केअनुपयोगी उपकरणो, सामग्रियों, कचरों आदि से कलाकृतियों के आकार में ढालकर इसे चंडीगढ़ के राक गार्डन का छोटा स्वरूप कह सकते हैं। यहाँ करीब 150 कृतियों को बनाकर प्रदर्शित किया गया है, जो अद्भुत कला प्रयोगों के जरिये भव्य व आकर्षक है।
वर्धमान पार्क➖ बहुत ही सुन्दर फूलों व छोटे छोटे पेड़ों के लिये प्रसिध्द यह पार्क भी प्रशासक नगर निगम ने बड़े तालाब के किनारे भोईपुरा मुहल्ले को हटाकर बनाया था। इस पार्क से बड़े तालाब के सुहावने दृश्य नजर आते हैं।
एकान्त पार्क➖ चार इमली पहाड़ी के दूसरी ओर लिंक रोड नं. 3 पर एकान्त पार्क स्थित है, जो पूर्णत: प्रकृति से जुड़ा है, शांत सुरम्य एवं घने वृक्षों से घिरा स्थान है। जहाँ पहुंच कर महानगरों केआपाधापी जीवन से दर्शक, पर्यटक शीतलता एवं शांति पाता है।
फिरदौस पार्क➖ यह पार्क पहले फूलों व पेड़ों के लिये प्रसिध्द था। सन् 1972 में प्रशासक नगर निगम द्वारा छोटे तालाब के किनारे यह पार्क बनवाया गया, जिसमें अब नगर निगम की नर्सरी स्थापित है।
इंदिरा गांधी बाल उद्यान (भेल)➖ बच्चों के लिये भेल प्रबंधन द्वारा निर्मित यह उद्यान प्रसिध्द पिकनिक स्पाट के साथ-साथ बच्चों को पूरे पार्क में घुमाने केलिये मिनी ट्रेन की व्यवस्था की है।
मयूर पार्क➖ भोपाल के तुलसीनगर इलाके में 1973 में बना यह प्रमुख पार्क है। शुरूआती दौर में इसमें पशु-पक्षियों को एक बड़े पिंजरे में रखा गया था। पार्क में पेड़ पौधों को विभिन्न आकृतियों में सजाया गया है और बच्चों के लिये तरह-तरह के झूले भी बनाये गये हैं। नए भोपाल के लोगों के लिए यह पार्क छुट्टी के दिनों में समय बिताने की एक मजेदार जगह है।
नीलम पार्क➖ भोपाल में सबसे पहला पार्क नवाब कुदसिया बेगम ने अपने पति के नाम पर छोटे तालाब के किनारे बनवाया था, जिसे नाम दिया था नजरबाग। सुल्तान जहां बेगम द्वारा अपने समय में बाग बगीचों को काफी दिलचस्पी के साथ बनवाया।बाद मे इसका नाम नीलम पार्क कर दिया गया है
भोपाल में स्थित प्रमुख संग्रहालय ( Museum of Bhopal )
शासकीय संग्रहालय भोपाल ➖ इस संग्रहालय की स्थापना ब्रिटिश काल में 1887 में हुई इससे पहले ऐड वर्ल्ड म्यूजियम कहते थे मध्यप्रदेश शासन ने 1964 में अधिग्रहित कर लिया अब यही स्टेट म्यूजियम के नाम से जाना जाता है !पुरातात्विक संग्रहालय मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर में स्थित एक ऐसा संग्रहालय है जिसकी सीमाएँ किसी एक भवन के दायरे में सीमित नहीं हैं। पुरातात्विक धरोहर को संरक्षित करने के लिए यह संग्रहालय स्थापित किया गया है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल ➖ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय की स्थापना 1985 में भोपाल के श्यामला हिल्स में 235 एकड़ में की गई या मानव सभ्यता के विकास की कहानी को प्रदर्शित करने वाला देश का सबसे बड़ा संग्रहालय है यहां पर जनजातीय विकास एवं उनकी लोक कलाओ की विशेषताओं प्रदर्शनी एवं नमुनारथ कर रखे गए हैं !इस संग्रहालय में 32 पारंपरिक एवं प्रागैतिहासिक चित्रित शैलाश्रय भी हैं।
बिड़ला संग्रहालय भोपाल ➖ भोपाल में स्थित है। इस संग्रहालय की स्थापना मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा, परिरक्षण एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से की गई है। संग्रहालय एक ऊंची पहाड़ी पर लक्ष्मीनारायण मंदिर के पीछे वल्लभ भवन मार्ग पर अवस्थित है !
दूरसंचार संग्रहालय, भोपाल ➖ दूरसंचार संग्रहालय, भोपाल स्थित है इसे वर्ष 1995 में प्रारम्भ किया गया था , भारत में तथा विश्व में टेलीफोन के इतिहास को प्रदर्शित करता है दूर संचार संग्रहालय मुख्यत देश में दूरसंचार के उद्भव, इतिहास एवं विकास को दिखाता है ! जिसमें 1850 से आज तक बने सभी टेलीफोन उपकरणों को प्रदशिज़्त किया है। आर्श्चय की बात कि यह सभी उपकरण चालू स्थिति में हैं।
माधवराव सप्रे पत्रकारिता संग्रहालय भोपाल➖ भोपाल के माधवराव सप्रे स्मृति समाचार-पत्र संग्रहालय और शोध संस्थान में संग्रहित अलग-अलग कालखंडों के समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं की इबारत पढ़ते हुए ऐसा ही एहसास होता है, मानों इतिहास के रूबरू खड़े हो
सनव्वर शफी- रिमेम्बर संग्रहालय ➖ भोपाल मे स्थित यह एक ऐसा संग्रहालय है, जिसमें भोपाल की ‘काली रात’ के दर्द को दिखाने का प्रयास किया है। यह संग्रहालय हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी बैरसिया रोड पर स्थित है संग्रहालय में प्रभावितों की कृतियां, फोटोग्राफ्स, परिवारजनों की संवेदनाओं को लेख, प्रोटेस्ट पोस्टर, सॉग्स छवियों के जरिए दिखाया है।
इस संग्रहालय की शुरुआत 2 दिसंबर 2014 को, आपदा की 30वीं वर्षगांठ पर की गई थी। 2-3 दिसंबर 1984 को हुए गैस कांड की विभिषिका को फोटो के जरिए देखा और महसूस किया जा सकता है।
तात्या टोपे संग्रहालय➖ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तात्या टोपे स्टेडियम के पास ही तात्या टोपे संग्रहालय भी स्थापित है यह संग्राहलय तात्या टोपे से संबंधित कई महत्वपूर्ण दुर्लभ स्मृतियां सहेजे हुए हैं
अन्य प्रमुख संग्रहालय➖ दुष्यंत कुमार पांडुलिपि संग्रहालय, प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय, शिव संग्रहालय आदि भोपाल मे स्थित है
भोपाल सर्वाधिक विश्वविद्यालय वाला जिला है
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय➖ बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है, जो भोपाल में स्थित है। भोपाल के स्वतंत्रता सेनानी प्रो॰ बरकतउल्लाह के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नामकरण किया गया था। राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित इस विश्वविद्यालय से भोपाल के अतिरिक्त सात अन्य जिलों सीहोर, विदिशा, रायसेन, हरदा, होशंगाबाद, राजगढ़ और बेतूल के कॉलेज संबद्ध हैं। इसकी स्थापना 1970 में की गई थी और इसका नामकरण 1988 में किया गया।
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय➖ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नाम भारत के विख्यात पत्रकार,कवि और स्वतंत्रता सेनानी, श्री माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है इसकी स्थापना वर्ष 1991 में हुई
राजा भोज खुला विश्वविद्यालय➖ राजा भोज खुला(मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल में स्थित है इस विश्वविद्यालय का नाम राजा भोज के नाम पर रखा गया इसकी स्थापना वर्ष 1991 थी
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय【RGPV】➖ राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय के कैम्पस एवं इससे सम्बद्ध महाविद्यालय भोपाल, सागर, इन्दौर, जबलपुर, ग्वालियर आदि नगरों में हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 1998 में की गयी है
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय➖ यह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी) भोपाल की स्थापना सन् 1997 में की गई थी. एलएलबी कोर्स इस विश्वविद्यालय में सन् 1998 में शुरू किया गया. नेशनल लॉ सिस्टम के तहत शुरू किए गए पहले तीन विश्वविद्यालयों में एक नाम राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का भी है
अटल बिहारी वाजपेई हिंदी विश्वविद्यालय➖ अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल में स्थित एक विश्वविद्यालय है। 6 जून 2013 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने इसकी की आधारशिला रखी यह विश्वविद्यालय तकनीकी, चिकित्सा, कला और वाणिज्य से जुड़े विषयों की शिक्षा प्रदान करेगा।
भोपाल में 2 समकक्ष विश्वविद्यालय स्थापित है
मौलाना आजाद राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान(MANIT)➖ मौलाना आजाद राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, भोपाल की स्थापना 1960 में की गई थी और 26 जून 20प2 को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया। यह एक समकक्ष विश्वविद्यालय है !
सरोजिनी नायडू महाविद्यालय➖ सरोजिनी नायडू महाविद्यालय भोपाल में स्थित है इसकी स्थापना वर्ष 1970 में की गई थी
भोपाल के प्रमुख व्यक्ति ( Famous Personality of Bhopal )
शंकर दयाल शर्मा➖ हमारे देश के लोग राष्ट्रपति थे
अब्दुल हाफिज मोहम्मद बरकतउल्ला इन के नाम पर भोपाल स्थापित है यह क्रांतिकारी है
असलम शेर खान➖ये एक नेशनल हॉकी प्लेयर थे एवं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट भी राह चुके है
ईशा सिंह ➖यह एक एक्ट्रेस है
नजमा हेपतुल्ला➖ यूनियन मिनिस्टर
रघुराम गोविंद राजन➖ रघुराम जी राजन जो हमारे भारतीय रिजर्व बैंक के 23 वें पूर्व गवर्नर हैं
सूरमा भोपाली ➖शोले फिल्म में सूरमा भोपाली का किरदार निभाने वाले कलाकार भोपाल से संबंधित है
मंजूर अली खान➖ फॉर्मर कैप्टन ऑफ द नेशनल क्रिकेट टीम
सारा खान➖ टेलीविजन एक्टर्स है
कैलाश चंद्र जोशी➖ मध्य प्रदेश भूतपूर्व मुख्यमंत्री
मंजार भोपाली➖ ख्याति प्राप्त उर्दू कवि
समीर दाद ➖नेशनल हॉकी प्लेयर रह चुके हैं
जलालुद्दीन रिजवी➖ नेशनल हॉकी प्लेयर है एवं अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित है
अनीस अहमद➖ लॉयल इन यूनाइटेड नेशन
जावेद अख्तर➖कवि और हिन्दी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक हैं। वह सीता और गीता, ज़ंजीर,
दीवार और शोले की कहानी, पटकथा और संवाद लिखने के लिये प्रसिद्ध है
अन्नू कपूर➖ टीवी एक्टर है इन्हें फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है
भोपाल गैस त्रासदी ( Bhopal gas tragedy )
भोपाल शहर में 2-3 दिसम्बर की रात सन् 1984 को दुनिया की सबसे भीषणतम भयानक औद्योगिक दुर्घटना हुई। इसे भोपाल गैस कांड, या भोपाल गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता है। भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड नामक एक (अमेरिकन कंपनी) कंपनी के कारखाने से करीब 40 टन एक ज़हरीली गैस ( मिथाइल आइसोसायनेट - मिक ) नामक जहरीली गैस का रिसाव हुआ जसमे करीब 15000 लोगो की मौत और 5 लाख से अधिक हमेशा के लिये प्रभावित हुए
भोपाल के प्रमुख उद्योग ( Industries of bhopal )
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड【BHEL】➖ भेल की स्थापना ब्रिटेन के सहयोग से 1960 में भोपाल में की गई थी यह कारखाना भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स के नाम से जाना जाता है यहां स्विचगियर,ट्रांसफार्मर केपी सेंटर इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन रिक्रूटमेंट एवं इंडस्ट्रियल मोटर जैसे भारी उपकरण बनाए जाते हैं
केंद्र सरकार ने 1 फरवरी 2013 को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड तथा गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड को महारत्न का दर्जा प्रदान किया है यह दर्जा पाने के बाद यह कंपनियां निवेश का निर्णय स्वयं होगी पता ही नहीं प्रभावी वित्तीय सहायता प्राप्त हो सकेगी वर्तमान में सात कंपनियों को महारत्न का दर्जा प्राप्त है
मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम➖ 1961 में भोपाल शहर में इसकी स्थापना हुई मुख्य रूप से इसका काम उद्योगों को कच्चा माल उपलब्ध कराना तथा उनके तैयार माल को बाजार में खपाना है
मध्य प्रदेश खादी ग्राम एवं ग्रामोद्योग बोर्ड➖ यह भोपाल में स्थित कार्यालय है इसके द्वारा लगभग 68 केंद्र कार्यरत हैं
मध्य प्रदेश एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन➖ यह निगम कृषि पर आधारित उद्योग से सभी प्रकार के संबंध में विकास सहयोग करता है इसका मुख्यालय भोपाल में है
रेलवे कोच फैक्ट्री➖ इसका मुख्यालय भोपाल में है इसकी स्थापना वर्ष 1960 में की गई थी इसमें रेल के डिब्बों का निर्माण होता है
दि न्यू भोपाल टैक्सटाइल लिमिटेड➖ यह कपड़ा उद्योग है भोपाल में स्थित है इसकी स्थापना वर्ष 1938 से 39 में हुई थी इसमें सूती कपड़े एवं सूत का निर्माण होता है
भोपाल उद्योग➖ इसका मुख्यालय भोपाल में है यह एक फर्नीचर उद्योग है
मध्य प्रदेश निर्यात निगम ➖ इसका मुख्यालय भोपाल में है सन 1977 में इसकी स्थापना की गई थी एक छोटे स्तर के उद्योगों के उत्पाद के निर्यात की व्यवस्था करता है
मध्य प्रदेश माइनिंग कॉरपोरेशन ➖ इसका मुख्यालय भोपाल में यह बहुमूल्य खनिजों की खोज खुदाई व व्यापार की व्यवस्था करता है !
मैदा मिल➖ भोपाल में अरेरा हिल्स में स्थित है इसका मुख्यालय भी भोपाल में ही है
अन्य प्रमुख उद्योग➖ भोपाल सहकारी दुग्ध संघ,ओमेगा इंडस्ट्रिज़, इंटिग्रल कोच फैक्ट्रीर,मानी आइसक्रीम प्रा.लि., जी.इ.आई. इंडस्ट्रिज आदि अन्य लघु एवं मध्यम अनेको उद्योग भोपाल में कार्यरत हैं
भोपाल के प्रमुख स्टेडियम ( Stadium of bhopal )
ऐशबाग हॉकी स्टेडियम
तात्या टोपे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम
प्रकाश तरण पुष्कर स्टेडियम
मोतीलाल नेहरू स्टेडियम
बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी स्टेडियम
भोपाल जिले से जुड़ी अन्य अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारियां
मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति व पिछड़ा वर्ग आयोग भोपाल में स्थित है
अल्पसंख्यक आयोग, इको पर्यटन, खादी ग्राम उद्योग भोपाल में स्थित है
स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया जिसे हम साईं के नाम से भी जानते हैं यह गोरेगांव भोपाल में स्थित है इसका क्षेत्रीय कार्यालय भी भोपाल में ही है
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण एवं मध्य प्रदेश एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन भोपाल में स्थित है
रेलवे भर्ती बोर्ड आयोग, मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, सूचना आयोग,मध्य प्रदेश उपभोक्ता संरक्षण आयोग, राज्य बाल संरक्षण आयोग, मध्य प्रदेश महिला आयोग, मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग आदि- भोपाल में ही स्थित है
भारतीय होटल प्रबंधन संस्थान भोपाल में जो देश और एशिया में प्रथम है इसकी स्थापना 1974 में की गई थी
भारत का प्रथम आपदा प्रबंधन संस्थान, मध्य प्रदेश जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान, अटल बिहारी लोक प्रशासन संस्थान, राष्ट्रीय विज्ञान एवं शिक्षा संस्थान- भोपाल में स्थित है
भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल में स्थित है लेकिन भारतीय वन संस्थान जबलपुर में है भारतीय वन संस्थान का मुख्यालय देहरादून में है
पंडित कुंजीलाल दुबे विधि एवं विद्यार्थी प्रशिक्षण संस्थान, जेल अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान,जनजाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान, जलवायु परिवर्तन ज्ञान प्रबंधन केंद्र आदि भोपाल में स्थित है
पुलिस मुख्यालय भोपाल में है पुलिस श्वान (कुत्ता) प्रशिक्षण केंद्र, यातायात प्रशिक्षण केंद्र भोपाल में स्थित है
नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधन अकैडमी भोपाल में स्थित है इसमें जो पीएससी से डीएसपी आदि बनते हैं उनकी ट्रेनिंग होती है
स्टेट इंस्टीट्यूट एजुकेशन एंड मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग एवं नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी भोपाल में स्थित है इसके अंतर्गत ही राष्ट्रीय विज्ञान एवं शिक्षा संस्थान होता है
भोपाल में स्थित हमीदिया अस्पताल में देश का प्रथम मॉडल ब्लड बैंक स्थापित किया गया है
प्रदेश की राजधानी भोपाल में दूसरा आकाशवाणी केंद्र स्थापित किया गया है इसकी स्थापना कि 30 अक्टूबर 1956 को हुई थी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ने भोपाल मे अपना दूसरा मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी स्थापित की है
इको फ्रेंडली टेलीकॉम एक्सचेंज (पानी और सौर ऊर्जा से चलने वाला) की शुरुआत 4 जनवरी 2012 को हुई
भारत भवन भोपाल में स्थित है इसकी स्थापना 1982 में की गई थी यह भोपाल के बड़े तालाब के निकट स्थित है इसके वस्तु कार चार्ल्स कोरिया हैं
इंदिरा गांधी विधानसभा भवन, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल में स्थित है इसके वास्तुकार भी चार्ल्स कोरिया है
प्रदेश का पहला एनर्जी पार्क भोपाल में स्थापित किया गया है
प्रदेश का पहला सर्प उद्यान भोपाल में स्थित है तथा प्रदेश का पहला आईटी पार्क भी भोपाल में ही बनाया गया है
राष्ट्रीय नायक आदमी की स्थापना यहां 2002 में की गई थी यह केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण केंद्र भी प्रस्तावित है
बल्लभ भवन जो कि राज्य का सचिवालय भवन भी है भोपाल में स्थित है इसी के पास में सतपुड़ा विंध्याचल भवन जो राज्य का निदेशालय है बल्लभ भवन के समीप ही स्थित है पर्यावास भवन एवं IIFM भवन भी भोपाल में ही स्थित है
विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र भोपाल में स्थित है
देश का पहला सैलरीज जैविक खाद संयंत्र भोपाल में स्थित है
राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज, क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल में स्थित है
उन्नत साड प्रजनन केंद्र मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भदभदा के पास स्थित है
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स की स्थापना भोपाल में की गई है
हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज लेबोरेट्री हथाईखेड़ा भोपाल में स्थापित है
माटी कला बोर्ड,मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड, इको पर्यटन विकास बोर्ड,मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड,मध्य प्रदेश राज्य समाज कल्याण बोर्ड, मध्यप्रदेश हस्तशिल्प विकास निगम,मध्य प्रदेश गोपालन एवं पशुपालन संवर्धन बोर्ड आदि भोपाल में स्थित है
राष्ट्रीय अभिशासन एवं नगर प्रबंधन संस्थान, मध्य प्रदेश उपभोक्ता आयोग, मध्य प्रदेश सड़क परिवहन निगम, उद्यमिता विकास केंद्र, मध्य प्रदेश श्रम कल्याण मंडल,मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम लिमिटेड आदि भोपाल में स्थित है
मध्य प्रदेश हैंडलूम संचालन,मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम, मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम, राष्ट्रीय तकनीकी प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल में स्थित है
प्रौद्योगिकी अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान, राष्ट्रीय अभिशासन (सुशासन) एवं नगरीय प्रबंधन संस्थान, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन,राष्ट्रीय आशियाना एवं नगरी प्रबंधन संस्थान, भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान आदि भोपाल में स्थित है
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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