सांसद पार्टी कार्य काल 1.ओम प्रकाश माथुर-भाजपा-2016-2022 2.वैंकेया नायडू-भाजपा-2016-2022 3.हर्षवर्धन सिंह-भाजपा-2016-2022 4.रामकुमार वर्मा-भाजपा-2016-2022 5.विजय गोयल-भाजपा-2014-2020 6.रामनारायण डूडी- भाजपा-2014-2020 7.नारायण लाल पंचारिया-भाजपा-2014-2020 8.भूपेन्द्र यादव-भाजपा-2012-2018 9.नरेंद्र सिंह बुडानिया-कांग्रेस-2012-2018 10.अभिषेक मनु सिंघवी-कोंग्रेस-2012-2018
///राजस्थान की रियासतों के सिक्के/// सिक्के का नाम रियासत 1.गजशाही---बीकेनेर 2.स्वरूपशाही,चांदोड़ी-मेवाड़ 3.तमंचाशाही-धौलपुर 4.शालिमशाही-प्रतापगढ़ 5.रावशाही-अलवर 6.मदनशाही-झालावाड़ 7.गुमान शाही-कोटा 8.झाडशाही,मुहम्मदशाही--जयपुर 9.रामशाही--बूंदी 10अखेशाही--जैसलमेर 11.विजयशाही--जोधपुर 12.उदयशाही--डूंगरपुर
राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी
हीरालाल शास्त्री का जन्म जोबनेर जयपुरमें हुआ हीरा लाल शास्त्री ने प्रत्यक्ष जीवन शास्त्र नामक पुस्तक का लेखन किया है अर्जुन लाल सेठी का जन्म जयपुर में हुआ अर्जुनलाल सेठी ने 1907 में जयपुर में वर्धमान विद्यालय की स्थापना की मोतीलाल तेजावत ने 1920 में मात्र कुंडिया नामक स्थान पर एकी आंदोलन प्रारंभ किया मोतीलाल तेजावत का जन्म कोलियार उदयपुर में हुआ विजय सिंह पथिक का जन्म बुलंदशहर यूपी में हुआ विजय सिंह पथिक का वास्तविक नाम भूप सिंह था भोगीलाल पंड्या का जन्म सीमलवाडा डूंगरपुर में हुआ भोगीलाल पंड्या ने डूंगरपुर प्रजामंडल की स्थापना की गोकुल भाई भट्ट का जन्म हाथल सिरोही में हुआ आबू का राजस्थान में विलय गोकुल भाई के प्रयासों से हुआ मोहनलाल सुखाडया का जन्म नाथद्वारा राजसमंद में हुआ मोहनलाल सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है मोहनलाल सुखाड़िया राजस्थान में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे राजस्थान में मुख्यमंत्री के बाद मोहनलाल सुखाड़िया दक्षिण भारत के 3 राज्यों के राज्यपाल रहे
ट्रिक KAT क्रमशः कर्नाटक आंध्र प्रदेश तमिलनाडु जमनालाल बजाज का जन्म काशी का बास सीकर में हुआ राम नारायण चौधरी का जन्म नीमकाथाना सीकरमें हुआ दुर्गा प्रसाद चौधरी का जन्म नीमकाथाना सीकरमें हुआ सागर मल गोपा का जन्म जैसलमेर में हुआ हरिदेव जोशी का जन्म खाटू ग्राम बांसवाड़ा में हुआ
प्रदेश में खनिज संपदा
राजस्थान को खनिजो का अजायबघर कहते हैं खनिज भंडारों की दृष्टि में झारखंड प्रथम स्थान पर है और राजस्थान द्वितीय स्थान पर है खनिजो की आय की दृष्टि से राजस्थान का देश में पांचवा स्थान है देश में सर्वाधिक खाने राजस्थान में है अलौह खनिजों में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान है लोह खनिजो में राजस्थान का देश में चतुर्थ स्थान है
धात्विक खनिज
लोहा राज्य में सर्वाधिक हेमेटाइट किस्म का जबकि कुछ मैग्नेटाइट किस्म का लोहा मिलता है सर्वाधिक लोहा जयपुर में है सर्वाधिक कच्चा लोहा कानपुर से
उत्पादक क्षेत्र मोरिजा बनोला चोमू जयपुर नीमला राइसेला दौसा डाबला सिंघाना झुंझुनू नाथरा की पाल उदयपुर
सोना
जगतपुरा बांसवाड़ा में सोना दोहन कार्य हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा किया जाता है
उत्पादक क्षेत्र आनंदपुरी भुकिया बांसवाड़ा धानी बासड़ी दोसा धानोटा झुंझुनू में
तांबा यह अलोह धातु में महत्वपूर्ण खनिज है यह बहुत लचीला होता है यह बिजली का उत्तम सुचालक है राजस्थान का उत्पादन की दृष्टि से झारखंड के बाद देश में दूसरा स्थान है देश की सबसे बड़ी तांबे की खान खेतड़ी सिंघाना झुंझुनू में झुंझुनू को तांबा जिला कहते हैं खेतड़ी में भारत सरकार द्वारा हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड उपक्रम लगा हुआ है जिसे अमेरिका की सहायता से स्थापित किया गया है
ऋषभदेव जी का मेला?धुलेव ग्राम,उदयपुर चैत्र शुक्ल अष्टमी मेवाड़ क्षेत्र मे जैन सम्प्रदायका सबसे बड़ा मेला इन्हे आदिनाथ,कालाजी,केसरिया और धुलेव का धणी भी कहते है मन्दिर पर अधिकार को लेकर जैन सम्प्रदाय व भीलो के मध्य संघर्ष चल रहा है!
महावीर जी का मेला? करोली चैत्र कृष्ण त्रियोदशी सेवैशाख शुक्ल द्वितीया यह राज्य मे जैन सम्प्रदायका सबसे बड़ा मेला है मेले के प्रारम्भ मे चर्मकारसमुदाय द्वारा जुलूस निकालाजाता है!
शीतला माता मेला?शील डुंगरी ,चाकसू - जयपुर चैत्र कृष्ण अष्टमी एक मात्र देवी जिसकी खण्डित रूप मे पूजा कीजाती है!
गणगौर मेला जयपुर शंकर जी,पार्वती चैत्र शुक्ल तृतीया
करणी माता मेला देशनोक,बिकानेर चैत्र व आश्विन नवरात्रा मे सफेद चूहो को 'काबा' कहाजाता है!
केला देवी त्रिकुट पहाड़ी ,करौली चैत्र कृष्ण अष्टमी केला देवी के भक्तो द्वारा यहांसे ध्वज लेकर गणेश मन्दिर रणथम्भोर दुर्ग ( सवाई माधोपुर)मे गणेश चतुर्थी मेले के अवसर पर सर्वप्रथम चढ़ायाजाता है केला देवी के भक्तो कोलांगुरिया कहा जाता है !
वैशाख मास
बाण गंगा मेला ? विराट नगर ,बैराठ ( जयपुर) वैशाख पूर्णिमा देवता-भगवान बुद्ध
जगन्नाथ जी का मेला?डिग्गी , टोंक वैशाख पूर्णिमा देवता- भगवान जगन्नाथ
मातृकुण्डिया का मेला ?राशमी,हरनाथपुरा (चित्तौड़गढ़) वैशाख पूर्णिमा भगवान परशुराम अपनी माता का वध करने के पश्चात पाप मुक्त हुआ था हरिद्वार के समान यहां पर लक्ष्मण झूला स्थित है
NOTE इसे राजस्थान का हरिद्वार भी करते है
? गोमती सागर मेला?झालरापाटन,झालावाड़ ? वैशाख पूर्णिमा
नारायणी माता का मेला?बरवा डुंगरी, राजगढ़ (अलवर) वैशाख शुक्ल एकादशी नाई जाति की कुलदेवी
राजस्थान का अपवाहतंत्र
?♀बंगाल को खाड़ी में जल ले जाने वाली नदिया चम्बल,बनास, काली सिंध, पार्वती बाणगंगा , बेडच , गंभीरी आदि नदिया अरावली के पूर्वी भाग में प्रवाहित है ?♀अरब सागर में जल ले जाने वाली नदिया माही , सोम ,झाखम, साबरमती, पश्चिमी बनास, लूनी आदि (पश्चिमी बनास व लूनी नदी कच्छ के राण में विलुप्त होती है ) ?♀आंतरिक जल प्रवाह की नदियां वे नदिया जो राज्य में अपने प्रवाह क्षेत्र में ही विलुप्त हो जाती है तथा जिनका जल समुन्द्र तक नहीं जाता । कांकनी, कांताली, साबी, घंग्घर, मेंथा, बाँडी, रूपनगढ़ आदि।
चुरू व बीकानेर ऐसे जिले है जहाँ कोई नदी नहीं है । राज्य में पूर्णतः बहने वाली सबसे लंबी नदी व सर्वाधिक जल ग्रहण क्षेत्र वाली नदी बनास है। राज्य की सबसे लंबी नदी व सर्वाधिक सतही जल वाली नदी चम्बल नदी है। राज्य में कोटा संभाग में सर्वाधिक नदिया है। सर्वाधिक बाँध चम्बल नदी पर बने हुए है । चम्बल नदी पर भैंसरोडगढ़ के निकट चूलिया प्रपात तथा मांगली नदी पर प्रसिद्ध भीमलत प्रपात है। ?राज्य में लगभग 60 % क्षेत्र में आंतरिक जल प्रवाह प्रणाली विद्यमान है। सर्वाधिक जिलों में बहने वाली नदिया - चम्बल , बनास , व लूनी है (प्रत्येक 6 जिलों में बहती है) अंतरराज्यीय सीमा (राजस्थान व मध्यप्रदेश की सीमा) बनाने वाली राज्य की एकमात्र नदी चम्बल है।
नदियों के त्रिवेणी संगम स्थल बनास - मेनाल-बेडच ~ बीगोद के पास भीलवाड़ा माही-जाखम-सोम ~ बाणेश्वर डूंगरपुर बनास-चम्बल-सीप ~रामेश्वर घात स. माधोपुर बनास-डाई-खारी ~ राजमहल टोंक
1 Comments
Pradeep charpota
6 years ago - ReplyNice Lines