Cashless Transactions ( नकद रहित लेनदेन )

Cashless Transactions


नकद रहित लेनदेन 


 

केस लेस ट्रांजैक्शन का मतलब ( Meaning of CaseLess Transaction )- किसी भी वस्तु, सामान या कोई भी लेनदेन नगद ना करके बैंकिंग के माध्यम से करना जैसे ATM CARD, DEBIT CARD, CREDIT CARD, NFFT, CHEQUE, DD आदि माध्यमों से पेमेंट करना इसके अंतर्गत आता है

कैशलेस ट्रांजैक्शन बढ़ाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करवा दिया था जिससे हमारे देश के लोग नगद खरीदारी से केस लेस ट्रांजैक्शन की ओर बढ़े

भारत में cashless transaction को बढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं नोटबंदी के बाद बड़े स्तर पर आम उपभोक्ताओं ने भी इसकी जरूरत को महसूस किया है धीरे-धीरे कैशलेस ट्रांजैक्शन ई-कॉमर्स और मॉल कल्चर से निकलकर रेडी पटरी तक पहुंचने लगा है प्लास्टिक मनी वॉलेट आदि इसके बड़े माध्यम बन रहे हैं लेकिन 1.3 अरब की आबादी वाले देश में महज 2.2 लाख एटीएम और सिर्फ 15 लाख पॉइंट ऑफ सेल टर्मिनल से ग्रामीण क्षेत्र में प्रगति बेहद धीमी है।

बड़ी चुनौतियां ( Major Challenges )



  1. पीओएस डिवाइस की ऊंची कीमत

  2. ग्रामीण क्षेत्रों में कम इस्तेमाल के चलते बैंकों का मेंटेनेंस खर्च

  3. कैशलेस पेमेंट पर बैंकों द्वारा लगाया जाने वाला अतिरिक्त शुल्क

  4. अधिकांश मर्चेंट पेमेंट नहीं लेते हैं ऐसी स्थिति में बेवजह ग्राहक को अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है


सरकार की तरफ से किए गए प्रयास ( Government efforts )



  1. आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास ने 31 दिसंबर तक क्रेडिट कार्ड से पेमेंट ऑनलाइन रेल टिकट बुकिंग हटाने का ऐलान किया है

  2. वॉलेट में जमा राशि की अधिकतम सीमा 10 से बढ़ाकर ₹20000 कर दी गई है

  3. काफी संभावना है कि सरकार कैशलेस ट्रांजैक्शन मे लगने वाले अतिरिक्त शुल्क हटाने का प्रयास करेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके लिए आकर्षित हों साथ हो


कैशलैस ट्रांजैक्शन के फायदे ( Benefits of Cashless Transaction )



  1. भ्रष्टाचार में कमी

  2. कर चोरी में कमी

  3. लूटपाट और हिंसा में कमी

  4. बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा

  5. राष्ट्रीय आय में बढ़ोतरी

  6. कैश हैंडलिंग से छुटकारा


कैशलेस ट्रांजैक्शन से होने वाले नुकसान ( Loss of Cashless Transaction )



  1. अशिक्षित लोगों के लिए परेशानी

  2. साइबर हैकिंग का खतरा

  3. गरीबों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ

  4. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का ज्ञान जरूरी

  5. छोटे दुकानदारों के लिए परेशानी

  6. सौ प्रतिशत कैशलेस ट्रांजैक्शन संभव नहीं

  7. इलेक्ट्रॉनिक डाटा की सुरक्षा जरूरी


 

Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )

Ajit Singh Chauhan


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