रासायनिक पदार्थो के सामान्य नाम, उनके रासायनिक नाम व सूत्र
1. साधारण नमक (Common Salt) : सोडियम क्लोराइड – Sodium Chloride ( NaCl ) = इसका प्रयोग हम खाने में करते हैं
2. खाने का सोडा ( Edible Soda ) : सोडियम बाइकार्बोनेट – Sodium Bicarbonate (NaHCO3)= इसमें इमली या कोई भी खट्टे पदार्थ मिलाकर बेकिंग सोडा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है
3. धावन सोडा (Washing Soda) : सोडियम कार्बोनेट – Sodium Carbonate (Na2Co3 . 10H2O) = इसका प्रयोग जल की स्थाई कठोरता दूर करने में किया जाता है
4. कॉस्टिक सोडा ( CausticSoda ) : सोडियम हाइड्रॉक्साइड – Sodium Hydroxide (NaOH)= इसका प्रयोग साबुन बनाने में किया जाता है यह एक क्षार पदार्थ होता है बहुत चिपचिपा होता है
5. संगमरमर ( Marble ) : कैल्शियम कार्बोनेट – Calcium Carbonate (CaCO3) = प्राकृतिक सफेद रंग के बने हुए पथरीली पदार्थ जैसे दांत का इनेमल मार्बल इत्यादि हड्डियों का मूल तत्व भी कैल्शियम ही होता है इसके पाउडर को चारकोल कहते हैं जिसका प्रयोग चीनी को साफ करने में किया जाता है
6. ब्लीचिंग पाउडर ( Bleaching Powder) : कैल्शियम हाइपोक्लोराइट/ कैलशियम ऑक्सिक्लोराइड / लाइम क्लोराइड –Calcium Hypochlorite (CaOCI2)= इसमें रंग उड़ाने वाला एक पदार्थ क्लोरीन पाया जाता है इसलिए इसे हिंदी में विरंजन चूर्ण भी कहते हैं इसका प्रयोग कागज उद्योग कपड़ा उद्योग में बहुतायत किया जाता है क्योंकि धागों का रंग उड़ाना पड़ता है ताकि उस पर अन्य रंग चढ़ा सके
7. प्लास्टर ऑफ पेरिस ( Plaster of Paris ) : कैल्शियम सल्फेट हाफ हाइड्रेट –Calcium Sulphate Half Hydrate (CaSo4).1/2 H2O) = इसका प्रयोग टूटी हुई हड्डी को सपोर्ट देने छतों पर वाइट वॉश करने तथा मूर्तियां बनाने में प्रारंभिक पदार्थ के रूप में किया जाता है इस में पानी मिलाने पर यह मजबूत और कठोर जिप्सम में बदल जाता है
8. जिप्सम ( Gypsum ) : कैल्शियमसल्फेट – Calcium Sulphate (CaSo4 . 2H2O)= यह काफी मजबूत सफेद रंग का पदार्थ है तथा बहुत मजबूत होता है पीओपी सूखने के बाद इसी में बदल जाती है इसे 3000 K पर गर्म करने से यह पूरा पीओपी में बदल जाता है इसे कैल्शियम का अयस्क भी कहते हैं
9. फिटकरी ( Alum) : पोटेशियम अल्यूमीनियम सल्फेट (K2SO4Al2 (SO4)3 .24H2O) = इसका प्रयोग कीटाणु नाशक के रूप में पानी में किया जाता है पानी की गंदगी को नीचे बैठाने में भी किया जाता है यदि कहीं खून बह रहा हो तो यह खून के बहने को रोक देता है इसलिए दाढ़ी बनाने के बाद इसे आफ्टर शेव लोशन के स्थान पर भी इस्तेमाल किया जाता है फिटकरी का प्रयोग स्कंदन के रूप में किया जाता है अर्थात गुड बनाते समय गन्ने के रस में हल्की सी फिटकरी मिला देने से गंदगी नीचे बैठ जातीहै
10. चिली साल्टपीटर (Chile Saltpetre) : सोडियम नाइट्रेट – Sodium Nitrate (NaNO3) = इसके बारे में पेपर में कम ही पूछते हैं यह प्रयोगशाला अभिकर्मक के रूप में कार्य करता है
11. सुहागा : बोरेक्स – Borax (Na2B4O7 . 10H2O)= सोने की वस्तुओं में टांका लगाने में इसका प्रयोग होता है सिंदूर बनाने में भी इसका प्रयोग होता है यह बोरान का एक योगिक है
12. नीला थोथा (Blue Vitriol) या तूतिया : कॉपर सल्फेट – Copper Sulphate (CuSO4 . 7H2O) = वैसे तो यह बहुत बड़ा पेस्टिसाइड की तरह कार्य करता है इसीलिए किताबों को चिपकाने वाली लेई बनाते समय उसमें नीला थोथा इसलिए डाला जाता है ताकि किताबों के दीमक ना लगे
13. उजला थोथा ( White Vitriol ) : जिंक सल्फेट – Zinc Sulphate (ZnSO4) = यह एक लवण है
14. हरा कसीस ( Green Vitriol ) : फेरस सल्फेट – Ferrous Sulphate (FeSO4 . 7H2O) = यह एक लवण है
15. कली चूना – पत्थर का चूना जो दीवारों पर पोता जाता है: कैल्शियम ऑक्साइड Calcium Oxide (CaO) यह एक क्षार होता है
16. भखरा चूना (Slaked Lime) : कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड – Calcium Hydroxide (Ca(OH)2) यह भी एक क्षार होता है
17. सिंदूर (cinabar) : मरक्यूरिक सल्फाइड – Mercuric Sulphite (HgS)= यह महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला सिंदूर नहीं है
24. टी. एन. टी. ( T.N.T. ) : ट्राई नाइट्रो टालुइन – Tri Nitrotoulene (C6H2CH3 (NO2)3)= इसी का प्रयोग करके अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट बनाया था यह एक विस्फोटक पदार्थ होता है
25. कॉस्टिक पोटाश ( Caustic Potash ) : पेटिशियम हाइ ड्रॉक्साइड – Potassium Hydroxide (KOH)= यह एक क्षार है जिसका प्रयोग साबुन बनाने में अक्सर किया जाता है
26. साल्ट केक : सोडियम सल्फेट – Sodium Sulphate (Na2SO4)= इस लवण के बारे में कभी परीक्षा में पूछा नहीं गया है इसलिए महत्त्वपूर्ण है
30. मार्श गैस ( Marsh Gas ) : मीथेन – Methane (CH4) = गोबर गैस का अवयव है कीचड़ में उत्पन्न होती है इसलिए इसे मार्स गैस भी कहते हैं इसी श्रेणी में प्रोपेन और ब्यूटेन भी आती है जो हवा से भारी होती है यह एलपीजी का अवयव होता है क्योंकि हवा से भारी होने के कारण यह जमीन पर नीचे की ओर रहती है और दुर्घटना का कारण बनती है दुर्घटना से बचाव के लिए सिलेंडरों में मरकैप्टन नामक एक थायोअल्कोहल भरा जाता है जिसके कारण उनमें बदबू आती है सामान्यतः यह सभी ज्वलनशील गैसे रंगहीन गंद हीन और स्वादहीन होती हैं
31. एल्कोहॉल (Alcohol) : इथाइलएल्कोहॉल – Ethyl Alcohol (C2H5OH)= यह एक बहुत बढ़िया परिरक्षक है इसका प्रयोग खांसी की दवाई बनाने में किया जाता है ब्रांडी तथा अन्य शराब का अवयव है यह एक बहुत बढ़िया एंटीसेप्टिक भी होता है इसे पेट्रोल में मिलाकर पावर अल्कोहल / पावर पेट्रोल तैयार किया जाता है जो सर्दियों में वाहनों को ठंडा होने से बचाता है इसका प्रयोग कई प्रकार के अभिकर्मक के रूप में तथा ड्राई क्लीनर की तरह भी किया जाता है नेल रिमूवर तथा रंग उतारने में भी कभी-कभी इसका प्रयोग किया जाता है ऐसा ही एक खतरनाक जहरीला शराब होता है जिसे मिथाइल अल्कोहल कहते हैं इसकी एक भूत मात्रा भी अंधापन और बहरापन का कारण हो सकती है तथा 5ml या उससे अधिक की मात्रा जीवन समाप्त कर देती है
32. चीनी (Sugar) : सुक्रोज –Sucrose (C12H22O11) इससे बहुत ही प्यारी मिठाईयां बनती है
33. अम्लराज : अम्लराज (3HCl :1 HNO3) = इसमें धातुओं को बोलने की अद्भुत क्षमता होती है विशेषकर सोना चांदी इसलिए पुराने जमाने के सोना चोर एक विलियन में हमारे गृहणी के सोने चांदी के आभूषण डुबा देते थे और वह आभूषण रियल में साफ हो जाता था( मतलब उसकी कुछ मात्रा उस विलियन में घुल जाती थी)
34. भारी जल (Heavy Water) : ड्यूटेरियम ऑक्साइड – Deuterium Oxide (D2O) = यह एक अत्यंत जहरीला पदार्थ होता है यदि इसकी 5ml मात्र एक टंकी में मिला दिया जाए तो उसके पीने वाले सभी लोग मृत हो सकते हैं इसका प्रयोग जैविक क्रियाओं का पद ज्ञात करने में तथा थर्मल पावर प्लांट और न्यूक्लियर पावर प्लांट में विद्युत उत्पादन में किया जाता है
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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