प्रश्न=01. नीचे दिये गए कथनों को ध्यानपूर्वक पढ़िये 1. पृथ्वी की ऊपरी परत को पर्पटी कहते हैं तथा यह सबसे पतली परत है। 2. महासागरीय पर्पटी की मोटाई, महाद्वीपीय पर्पटी से अधिक होती है। उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं? (अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) 1 और 2 दोनों (द) न तो 1 और न ही 2
(अ)✔ व्याख्याः केवल कथन 2 गलत है। पृथ्वी की ऊपरी परत को पर्पटी कहते हैं। यह सबसे पतली परत होती है। पर्पटी की मोटाई महाद्वीपों एवं महासागरों के नीचे भिन्न-भिन्न होती है। महाद्वीपीय भाग में इसकी मोटाई 35 किमी. एवं समुद्री सतह के नीचे इसकी मोटाई 5 किलोमीटर तक पाई जाती है। अर्थात् महाद्वीपीय पर्पटी की मोटाई, महासागरीय पर्पटी से अधिक होती है।
प्रश्न=02. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन असत्य है?
(अ) महाद्वीपीय पर्पटी सिलिका एवं एलुमिना जैसे खनिजों से बनी है। (ब) महासागरीय पर्पटी सिलिका एवं आयरन से बनी हुई है। (स) पृथ्वी की सतह पर्पटी के नीचे मैंटल होता है। (द) पृथ्वी की सबसे आंतरिक परत को क्रोड कहते हैं जो कि मुख्यतः निकिल एवं लोहे से बनी हुई है।
(ब)✔ व्याख्याः कथन (ब) गलत है। महासागर की पर्पटी मुख्यतः सिलिका एवं मैग्नीशियम से बनी है। इसलिये इसे सिमै (सि- सिलिका, मै- मैग्नीशियम) कहा जाता है।
प्रश्न=03.जब द्रवित मैग्मा ठंडा होकर ठोस हो जाता है, तब इस प्रकार बने शैल को क्या कहते हैं?
(स)✔ व्याख्याः जब द्रवित मैग्मा ठंडा होकर ठोस हो जाता है, तब इस प्रकार बने शैल को आग्नेय शैल कहते हैं। इन्हें प्राथमिक शैल भी कहते हैं। आग्नेय शैल दो प्रकार की होती हैं- अंतर्भेदी आग्नेय शैल तथा बहिर्भेदी आग्नेय शैल।
प्रश्न=04. पृथ्वी के कुल आयतन में सबसे अधिक हिस्सा किस परत का है?
(अ) क्रोड (ब) पर्पटी (क्रस्ट) (स) मैंटल (द) तीनों परतों का आयतन बराबर है।
(ब)✔ व्याख्याः पृथ्वी के आयतन का केवल 0.5 प्रतिशत हिस्सा ही पर्पटी (क्रस्ट) है। 83 प्रतिशत मैंटल एवं 16 प्रतिशत हिस्सा क्रोड है। पृथ्वी की त्रिज्या 6371 किलोमीटर है।
प्रश्न=05. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः- 1. जब द्रवित लावा पृथ्वी की सतह पर आकर तेज़ी से ठंडा हो जाता है, तब इस प्रकार बहिर्भेदी आग्नेय शैल का निर्माण होता है। 2. जब द्रवित मैग्मा भू-पर्पटी के अंदर गहराई में ठंडा हो जाता है तब अंतर्भेदी आग्नेय शैल का निर्माण होता है। 3. बहिर्भेदी आग्नेय शैल की संरचना बड़े दानों वाली होती है। 4. अंतर्भेदी आग्नेय शैल की संरचना महीन दानों वाली होती है। उपरोक्त में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(अ) 1, 3 और 4 (ब) 2, 3 और 4 (स) 1 और 2 (द) उपरोक्त सभी
(स)✔ व्याख्याः कथन 3 एवं 4 गलत हैं। बहिर्भेदी आग्नेय शैल के अंतर्गत द्रवित लावा तेज़ी से ठंडा होकर ठोस बन जाता है। इसलिये इनकी संरचना महीन दानों वाली होती है। जबकि अंतर्भेदी आग्नेय शैल में द्रवित लावा धीरे-धीरे ठंडा होता है। इसके कारण ये बड़े दानों का रूप ले लेते हैं।
प्रश्न=06. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिये
सूची-I सूची-II A. अंतर्भेदी आग्नेय शैल 1. स्लेट B. बहिर्भेदी आग्नेय शैल 2. बेसाल्ट C. अवसादी शैल 3. ग्रेनाइट D. कायांतरित शैल 4. चूना पत्थर कूटः A B C D
(अ) 1 4 3 2 (ब) 2 3 4 1 (स) 3 4 2 1 (द) 3 2 4 1
(द)✔ व्याख्याः अंतर्भेदी आग्नेय शैल ग्रेनाइट बहिर्भेदी आग्नेय शैल बेसाल्ट अवसादी शैल चूना पत्थर कायांतरित शैल स्लेट
प्रश्न=07. निम्नलिखित में से कौन-सी अवसादी चट्टानों (शैलों) की विशेषता है? 1. अवसादी शैलों का निर्माण विभिन्न प्रकार के शैल अवसादों के निक्षेपण के द्वारा होता है। 2. इन शैलों में जीवाश्म होने की कोई संभावना नहीं होती है। 3. ये शैलें अपेक्षाकृत कम कठोर होती हैं।
(अ) केवल 1 और 2 (ब) केवल 2 और 3 (स) केवल 1 और 3 (द) 1, 2 और 3
(स)✔ व्याख्याः विभिन्न प्रकार की शैलें लुढ़ककर, चटककर तथा एक-दूसरे से टकराकर छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती हैं। इन छोटे कणों को अवसाद कहते हैं। ये अवसाद हवा, जल आदि के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाकर निक्षेपित कर दिए जाते हैं। ये अदृढ़ अवसाद दबकर कठोर होकर शैल की परत बनाते हैं। इस कारण ये अपेक्षाकृत कम कठोर होते हैं तथा इन शैलों को अवसादी शैल कहते हैं। उदाहरण के लिये बलुआ पत्थर रेत के दानों से बनता है। इन शैलों में पौधों, जानवरों एवं अन्य सूक्ष्म जीव, जो कभी इन शैलों पर रहे हैं, के जीवाश्म भी पाए जाते हैं।
प्रश्न=08. उच्च ताप एवं दाब के कारण कौन-सी शैल कायांतरित शैल में परिवर्तित हो सकती है?
(अ) आग्नेय शैल (ब) अवसादी शैल (स) दोनों शैलें (द) इनमें से कोई नहीं।
(स)✔ व्याख्याः जब ताप एवं दाब के कारण आग्नेय और अवसादी चट्टानों के भौतिक और रासायनिक संगठन में परिवर्तन होता है तब कायांतरित चट्टानों का निर्माण होता है, उदाहरण के लिये चिकनी मिट्टी स्लेट में एवं चूना पत्थर संगमरमर में परिवर्तित हो जाता है।
प्रश्न=9. निम्नलिखित में से कौन-सी चीजें पर्यावरण के अंतर्गत शामिल हैं? 1. मनुष्य 2. धरातलीय स्थलाकृति 3. मानव निर्मित वस्तुएँ 4. प्राकृतिक वस्तुएँ कूटः
(अ) 1, 2 और 3 (ब) 1, 3 और 4 (स) 2 और 4 (द) उपरोक्त सभी।
(द)✔ व्याख्याः किसी जीवित प्राणी के चारों ओर पाए जाने वाले लोग, स्थान, वस्तुएँ एवं प्रकृति को पर्यावरण कहते हैं। प्राकृतिक पर्यावरण में पृथ्वी पर पाई जाने वाली सजीव एवं निर्जीव दोनों परिस्थितियाँ सम्मिलित हैं, जबकि मानवीय पर्यावरण में मानव की परस्पर क्रियाएँ, उनकी गतिविधियाँ एवं उनके द्वारा बनाई गई रचनाएँ सम्मिलित हैं।
प्रश्न=10. निम्नलिखित कथनों में से कौन-से कथन सत्य हैं? 1. पृथ्वी के वायुमंडल का अस्तित्व, उसके गुरुत्वाकर्षण बल के कारण है। 2. वायुमंडल में परिवर्तन होने से मौसम एवं जलवायु में परिवर्तन होता है। 3. पादप एवं जीव-जंतु मिलकर जैव मंडल का निर्माण करते हैं। (अ) 1 और 2 (ब) 2 और 3 (स) 1 और 3 (द) उपरोक्त सभी।
(द)✔ व्याख्याः पृथ्वी के चारों ओर फैली हुई वायु की पतली परत को वायुमंडल कहते हैं। पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल अपने चारों ओर के वायुमंडल को थामे रखता है। यह हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है। इसमें कई प्रकार की गैसें, धूल-कण एवं जलवाष्प उपस्थित रहते हैं। वायुमंडल में परिवर्तन होने पर मौसम एवं जलवायु में परिवर्तन होता है। पादप एवं जीव-जंतु मिलकर जैव मंडल का निर्माण करते हैं। यह पृथ्वी का वह संकीर्ण क्षेत्र है जहाँ स्थल, जल एवं वायु मिलकर जीवन को संभव बनाते हैं।
प्रश्न=11. पर्यावरण शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है? (अ) फ्रेंच (ब) जर्मन (स) संस्कृत (द) अंग्रेज़ी
(अ)✔ व्याख्याः पर्यावरण यानी एनवायरनमेंट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच शब्द एनवायरोनेर या एनवायरोन्नेर से हुई है, जिसका अर्थ है ‘पड़ोस’।
प्रश्न=12. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘पारितंत्र’ को सही तरीके से परिभाषित करता है? (अ) एक-दूसरे से अन्योन्यक्रिया करने वाले जीवों का समुदाय। (ब) पृथ्वी का वह स्थान जहाँ सजीव रहते हैं। (स) जीवों का समुदाय और साथ ही वह पर्यावरण जिसमें वे रहते हैं। (द) किसी भी भौगोलिक क्षेत्र की वनस्पति एवं प्राणी।
(स)✔ व्याख्याः सभी पेड़-पौधे एवं जीव-जंतु अपने आसपास के पर्यावरण पर आश्रित होते हैं। जीवधारियों का आपसी एवं अपने आसपास के पर्यावरण के बीच का संबंध ही पारितंत्र का निर्माण करता है।
प्रश्न=13. निम्न में से प्राथमिक चट्टाने कहते हैं ? (अ) आग्नेय शैल को (ब) अवसादी शैल को (स) रूपांतरित शैल को (द) अन्तर्भादी शैलो को
(अ)✔
व्याख्या:- द्रवित मैग्मा ठंडा होकर ठोस हो जाता है इस प्रकार बने सेल को आग्नेय सेल करते हैं। इन्हे प्राथमिक शैल भी कहते हैं। आग्नेय शैल दो प्रकार की होती हैं ।अंतर्वेदी शैल एवं बहिरवादी सैल
प्रश्न=14. शैल लुढ़क कर तथा चटक्कर एक दूसरे से टकराकर छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है इन छोटे कणों को कहते हैं ? (अ) अवसाद (ब) जीवाश्म (स) मृदा (द) उपरोक्त सभी।
(अ)✔
व्याख्या:- शैल लुढ़क कर चटक कर तथा एक दूसरे से टकराकर छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है। इन छोटे कणों को अवसाद कहते हैं। यह अवसाद हवा जल आदि के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा कर जमा कर लिए जाते हैं।
प्रश्न=15. आग्नेय शैल छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होकर किस प्रकार की शैलो का निर्माण करते हैं ? (अ) रूपांतरित शैलो (ब) अवसादी शैलो (स) आग्नेय शैलो (द) अंतर्वेदी शैलो
(ब)✔
व्याख्या:- आग्नेय शैल छोटे छोटे टुकड़ों में टूट कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होकर अवसादी शैल का निर्माण करते हैं ।ताप एवं दाब के कारण यह आग्नेय एवं अवसादी शैल कायांतरित शैल में बदल जाते हैं। अधिक ताप एवं दाब के कारण कायांतरित शैल पुनः गर्म होकर द्रवित मैग्मा बन जाती हैं ।यह द्रवित मेघमा ठंडा होकर ठोस आग्नेय शैल में परिवर्तित हो जाता है।
Specially thanks to Post and Quiz Creator ( With Regards )
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