489 सीटों के लिए मतदान जिनमें कांग्रेस को 364 सीटें प्राप्त हुई
2. दूसरे आम चुनाव 1957
4 राष्ट्रीय दल
45 राजनीतिक दल
494 निर्वाचन क्षेत्र
नोट - संपूर्ण विश्व में भारत का केरल राज्य ऐसा राज्य है जिसकी विधानसभा चुनाव मतपत्र या बैलेट पेपर के आधार पर 1960 में हुए
1957 के आम चुनाव में एक भी महिला प्रत्याशी नहीं थी भारतीय आम चुनाव 1962 इसमें सभी निर्वाचन क्षेत्र 1 सदस्य बना दिए गए थे इन चुनाव में राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय दलों का भेद समाप्त कर दिया गया था संपूर्ण भारत में मतपत्रों बैलेट पेपर की शुरुआत की गई
4. चौथे आम चुनाव 1967
आम चुनाव को प्रथम वास्तविक आम चुनाव /द्वितीय क्रांती/ भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में विभाजन रेखा कहा जाता है
नोट - केरल प्रथम राज्य था जहां मिली जुली सरकार या गैर कांग्रेसी सरकार का गठन हुआ चौथी लोकसभा को समय से पूर्व 27 दिसंबर 1970 को भंग कर दिया गया था प्रथम लोकसभा जो समय से पूर्व भंग की गई प्रथम मध्यावधि चुनाव 1971 में
5. पांचवा आम चुनाव 1971
कांग्रेस के विभाजन (1969) के बाद प्रथम आम चुनाव में इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया 5 वी लोकसभा का कार्यकाल 2 बार बढ़ाया गया एक-एक वर्ष के लिए
6. छठे आम चुनाव 1977
पहली गैर कांग्रेसी सरकार
जनता पार्टी सत्ता में आई
एक दलीय प्रभुत्व राजनीति का अंत
इन चुनावों को मतपत्रों की क्रांति कहा जाता है
इन चुनावों को स्वयं प्रेरित क्रांति/ तुलना रहित चुनाव /सांप्रदायिक मार्च क्रांति /रक्तहीन क्रांति की संज्ञा दी गई
7. सातवां आम चुनाव 1980
कांग्रेस का नारा इंदिरा लाओ देश बचाओ
इंदिरा गांधी दोबारा सत्ता में आई
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या
8. आठवां चुनाव 1984
इन चुनावों में कांग्रेस को अब तक की सर्वाधिक 401 सीटें प्राप्त हुई
इन चुनावों को भारतीय राष्ट्रवाद का उदय एवं प्रति हिंसात्मक लहर कहा जाता है
9. नवम आम चुनाव
मताधिकार की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष
राजीव गांधी सरकार के समय की गई उसी के आधार पर चुनाव हुए
चौधरी चरण सिंह ने अजगर एवं मजगर का नारा दिया
10. दसवां आम चुनाव 1991
राजीव गांधी की हत्या के कारण इन चुनावों को दो चुनाव की संज्ञा दी जाती है
क्योंकि इसमें मतदान 2 चरणों में हुआ एक राजीव गांधी की हत्या से पूर्व और एक हत्या के बाद
11. ग्यारहवां आम चुनाव 1996
रजनी कोठारी ने इन चुनावों को हताश चुनाव की संज्ञा दी
खंडित जनादेश प्राप्त हुआ
इन चुनावों के बाद क्रम से वाजपेई ,देव गौड़ा, और इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने
12. बारहवां आम चुनाव 1998
इन चुनावों को मुद्दाविहीन चुनाव की संज्ञा दी गई
अन्नाद्रमुक के समर्थन वापसी से वाजपेई सरकार 1 वोट से गिरी विश्वास प्रस्ताव पारित न हो सका
13. तेरवा आम चुनाव 1999
सोनिया बनाम वाजपेई का चुनाव
पहली बार ईवीएम का प्रयोग
इन चुनावों में मिजोरम राज्य के सभी उम्मीदवार निर्दलीय थे
एनसीसी कैडेट्स की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई
14. चौदहवीं लोकसभा चुनाव 2004
नोट संपूर्ण देश में ईवीएम का प्रयोग
21वीं सदी का प्रथम चुनाव
भाजपा ने फीलगुड व भारत उदय का नारा दिया
यह प्रथम आम चुनाव थे जिनमें सभी प्रत्याशियों को नामांकन भरते समय अपनी संपत्ति शिक्षा तथा देनदारी का विवरण देना था
15वीं लोकसभा चुनाव 2009
मनमोहन सिंह नेहरू के बाद ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री हैं जो 5 वर्ष पूरे करने के बाद फिर 5 वर्ष के लिए चुने गए
फोटोयुक्त मतदाता सूची का प्रयोग
नए परिसीमन के आधार पर चुनाव
16वी लोकसभा चुनाव 2014
7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में चुनाव (सर्वाधिक चरणों में चुनाव)
मतगणना 16 मई 2014
नोट इसमें 6 राष्ट्रीय दलों ने भाग लिया
भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सबसे लंबी अवधि के चुनाव
इन लोकसभा चुनाव के साथ पांच राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम विधानसभाओं के लिए चुनाव हुए
मतदाताओं की संख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा आम चुनाव
यह पहला लोकसभा चुनाव है जिसमें नोटा का प्रयोग किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो निर्वाचन क्षेत्रों वडोदरा वाराणसी से चुनाव लड़े
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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