प्रश्न=1. निम्न में से भूगोल की किस सिद्धांत में अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र की मात्रात्मक विधियों का प्रयोग किया गया है ? (अ) वेबर का औद्योगिक अवस्थिति का सिद्धांत (ब) वॉन थ्यूनेन का कृषि अवस्थिति का मॉडल (स) अ और ब दोनों (द) इनमें से कोई नहीं
(स)✔ व्याख्या:- मानव भूगोल में मात्रात्मक क्रांति की शुरुआत के समय भूगोलवेताओं ने अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र के विद्वानों से मात्रात्मक विधियां अपनाई जिसका सफल प्रयोग वॉन थ्यूनेन् 【1826】 तथा क्रिस्टोलर 【1893 - 1969】 अपने - अपने भौगोलिक सिद्धांतों के अंदर किया
प्रश्न=2. निम्न में से किस भूगोलवेत्ता ने दक्षिणी जर्मनी के नगरों के लिए "केंद्रीय स्थान सिद्धांत" का प्रतिपादन किया ? (अ) आकर मैन (ब) बर्टन (स) अल्फ्रेड वेबर (द) क्रिस्टोलर
(द)✔ व्याख्या:- 【क्रिस्टॉलर 1893 - 1969】 प्रथम भूगोलवेत्ता था जिसने दक्षिणी जर्मनी के नगरों के लिए केंद्रीय स्थान सिद्धांत का प्रतिपादन किया क्रिस्टोलर के इन प्रयोगों के बाद नगरीय भूगोलवेताओं ने नगरीय स्थानों के लिए मॉडल तैयार करने शुरू की है
प्रश्न=3. कृषि भूगोल में मात्रात्मक क्रांति लाने का श्रेय निम्न में से किस भूगोलवेत्ता को जाता है ? (अ) विवर (ब) आकर मैन (स) अल्फ्रेड वेबर (द) वॉन थ्यूनेन
(अ)✔ व्याख्या:- अमेरिकी भूगोलवेत्ता विवर ने मध्य पश्चिम में फसल संयोजन को निर्धारित करने के लिए प्रमाप विचलन पद्धति का प्रयोग किया जिससे कृषि भूगोल में मात्रात्मक क्रांति की शुरुआत हुई
प्रश्न=4. अवस्थिति सिद्धांत में निम्न में से किन क्रियाओं से संबंधित सिद्धांतों को सम्मिलित किया गया है ? (अ) सामाजिक (ब) आर्थिक (स) राजनैतिक (द) खगोलीय
(ब)✔ व्याख्या:- भूगोल में मात्रात्मक क्रांति के विकास के दौर में सिद्धांत एवं क्रियाविधि संबंधी मुख्य विकास के रूप में अवस्थिति का सिद्धांत महत्वपूर्ण माना जाता है
प्रश्न=5. अवस्थिति के सिद्धांत के समर्थक भूगोलवेत्ता है ? (अ) गैरिसन (ब) पीटर हेगेट (स) अल्फ्रेड वेबर (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- अवस्थिति के सिद्धांत के समर्थक भूगोलवेत्ता हैं- वॉन थ्यूनेन ओहलीन, हूबर, लॉश, इसोर्ड आदि
प्रश्न=6. मानव भूगोल में अवस्थिति सिद्धांत का प्रयोग निम्न में से किन भूगोल नेताओं ने किया ? (अ) वॉन थ्यूनेन व अल्फ्रेड वेबर (ब) गैरिसन व पीटर हेगेट (स) ओहलीन व हुबर (द) लॉस व ईशॉर्ड
(ब)✔ व्याख्या:- मानव भूगोल में अवस्थित सिद्धांत का प्रयोग गैरिसन 【1959】 तथा पीटर हैगेट ने 【1965】 में किया था इसमें आर्थिक क्रियाओं को शामिल किया गया है।
प्रश्न=7. केंद्रीय स्थान का प्रमुख कार्य है ? (अ) मुख्य केंद्र पर आश्रित रहना (ब) निस्क्रीय अवस्था में रहना (स) समीपवर्ती क्षेत्र को वस्तुएं एवं सेवाएं प्रदान करना (द) इनमें से कोई नहीं
(स)✔ व्याख्या:- केंद्रीय स्थान वह अवस्थिति होती हैं जो अपने चारों ओर स्थित समीपवर्ती इलाकों को वस्तुएं एवं सेवाएं प्रदान करता है
प्रश्न=8. केंद्रीय स्थान सिद्धांत के संबंध में निम्न में से सत्य कथन है ?
1. इसमें सामाजिक व आर्थिक कार्य की अवस्थित होती है 2. इसका प्रयोग नगरीय भूगोल में नगरों की स्थिति उनकी आर्थिक क्रियाओं तथा उनके द्वारा उपलब्ध करवाई गई सेवाओं को स्पष्ट करने के लिए किया आता है
(अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) 1 और 2 दोनों (द) इनमें से कोई नहीं
(स)✔ व्याख्या:- केंद्रीय स्थान सिद्धांत के अनुसार नगरीय केंद्र की उत्पादक भूमिका एक निश्चित क्षेत्रफल पोषित करता है किसी केंद्र की सत्ता इसलिए बनी रहती है क्योंकि वह अपने चारों और के क्षेत्र को अनिवार्य वस्तुओं की आपूर्ति करता है
प्रश्न=9. केंद्रीय स्थान सिद्धांत का प्रतिपादन सर्वप्रथम किस भूगोलवेत्ता ने किया ? (अ) अल्फ्रेड वेबर (ब) हूबर (स) बास्किन (द) वोल्टर क्रिस्टोलर
(द)✔ व्याख्या:- वॉल्टर क्रिस्टॉलर प्रथम भूगोलवेत्ता था जिसने 【1933】 में अपने शोध ग्रंथ में "केंद्रीय स्थान सिद्धांत" का प्रतिपादन जर्मनी के नगरों के लिए किया था
प्रश्न=10. दक्षिण जर्मनी के केंद्रीय स्थान के नाम से वॉल्टर क्रिस्टोलर के 'केंद्रीय स्थान सिद्धांत' का अनुवाद निम्न में से किस भूगोलवेत्ता ने किया? (अ) आकरमेंन (ब) गेरिसन (स) ऑगस्ट लॉश (द) बास्किन
(द)✔ व्याख्या:- बास्किन ने 【1966】 मैं वॉल्टर क्रिस्ट्रॉलर की केंद्रीय स्थान सिद्धांत का अनुवाद दक्षिण 'जर्मनी के केंद्रीय स्थान' के नाम से किया हे।
प्रश्न=11. केंद्रीय स्थान सिद्धांत के संबंध में सत्य कथन है ? (अ) यह नगरीय बस्तियों में एक पदानुक्रम होता है (ब) यह ग्रामीण क्षेत्र में एक षटकोण प्रतिरूप में बिखरे हुए होते हैं (स) इसमें सेवा केंद्रों का प्रत्येक वर्ग अपने से निम्न क्रम के सेवा केंद्रों द्वारा किए गए कार्य को संपन्न करता है (द) उपरोक्त सभी
(द)✔ व्याख्या:- केंद्रीय स्थान सिद्धांत की उपयोगिता उसके आंतरिक गुणों के कारण नहीं होती बल्कि उस स्थान पर कुछ सामाजिक - आर्थिक कार्य के अवस्थीत होने के कारण होती है
प्रश्न=12. किस भूगोलवेत्ता ने क्रिस्टॉलर की केंद्रीय स्थान सिद्धांत के अंतर्गत अवस्थिति की प्रणालियों के विषम रूप प्रस्तुत किए? (अ) ऑगस्ट लॉस (ब) ईशॉर्ड (स) पीटर हैगेट (द) स्टीवर्ट
(अ)✔ व्याख्या:- जर्मन भूगोलवेत्ता ऑगस्ट लॉस ने 【1954】 में क्रिस्टॉलर द्वारा प्रतिपादित केंद्रीय स्थान सिद्धांत के अंतर्गत बस्तियों के षटकोणीय प्रतिरूप से अपनी सहमति व्यक्त की परंतु ऑगस्ट लॉस ने इसमें संशोधन के रूप में अवस्थिति की प्रणालियों के वेषम्य रूप प्रस्तुत किए
प्रश्न=13. ऑगस्ट लॉस द्वारा प्रतिपादित केंद्रीय स्थान सिद्धांत के संबंध में सत्य कथन हैं? 1. उसमें में कृषि के गांवों की सघन बस्तियों के वितरण को त्रिभुजाकार प्रतिरूप में प्रकट किया 2. उसने मुख्य केंद्रों तथा बाजार क्षेत्रों का अनुकूलन त्रिभुजिय षटकोणिय प्रतिरूप सिद्ध किया।
(अ) केवल 1 सही है (ब) केवल 2 सही है (स) 1 और 2 सही है (द) इनमें से कोई नहीं
(स)✔ व्याख्या:- वॉल्टर क्रिस्टोलर तथा ऑगस्ट लॉश के केंद्रीय स्थान सिद्धांत में 【1950 तथा 1960】 के दशकों में नगरीय भूगोल में मात्रात्मक विधियों के प्रयोग का एक ठोस आधार प्रस्तुत किया।
प्रश्न=14. निम्न में से किस भूगोलवेत्ता ने "मेक्रो" भूगोल के विकास के लिए सामाजिक भौतिकी का विकास किया ? (अ) स्टीवर्ट तथा विलियम वार्नटज (ब) रेट जेल (स) हेगरस्ट्रैण्ड (द) पीटर हेगेट
(अ)✔ व्याख्या:- स्टीवर्ट 【1947】 तथा विलियम वार्नटज 【1959】 में मैक्रो भूगोल के विकास के लिए सामाजिक भौतिकी का का विकास किया
प्रश्न=15. निम्न में से किस भूगोलवेत्ता ने मात्रात्मक विधियों का विरोध करने वाले विद्वानों को 5 वर्गों में बांटा है ? (अ) सेक (ब) बर्टन (स) ब्रोएक (द) स्मिथ
(ब)✔ व्याख्या:- बर्टन 【1963】 मे मात्रात्मक विधियों का विरोध करने वाले विद्वानों को 5 वर्गों में बांटा है जो है- 1 भूगोल को गलत दिशा में ले जाने वाली विचारधारा मानने वाले विद्वान 2. भूगोल को मानचित्र तक सीमित रखने से संबंधित विद्वान 3. मात्रात्मक विधियां कुछ विशेष उद्देश्य की पूर्ति हेतु ही प्रयुक्त की जा सकती है 4. भूगोल में उपाय को उद्देश्य से अधिक प्राथमिकता देने संबंधी आलोचक 5. गुणात्मक पद्धतियों को अधिक महत्व देने वाले विद्वान
प्रश्न=16. द्वितीय विश्वयुद्ध से वर्तमान समय तक के काल को भूगोल के विकास का.......कहा जाता हैं? (अ) आचरण काल (ब) अभिनव काल (स) वर्णात्मक काल (द) कोई नहीं
(ब)✔ व्याख्या:-पहले भूगोल मुख्य रूप से एक वर्णात्मक विषय था परंतु 1950 के दशक से अब तक विज्ञान तथा प्रोधोगिकी में अभूतपूर्व प्रगति के कारण भूगोल का विषय क्षेत्र विस्तृत हो गया हैं।
प्रश्न=17. सर्वप्रथम भूगोल में मात्रात्मक विधि का प्रयोग किसने किया? (अ) बर्टन ने (ब) बैरी ने (स) किंग ने (द) जे. के. जिफ ने
(द)✔ व्याख्या:-द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भूगोल में अमूर्त सिद्धान्त व मॉडल निर्माण व सांख्यकी तकनीको का वृहत पैमाने पर उपयोग किया गया जिसे मात्रात्मक क्रांति के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न=18. मात्रात्मक क्रांति को गृह युद्ध की संज्ञा किसने दी ? (अ) स्टाम्प (ब) स्पेट (स) बैरी (द) हेगेट
(अ)✔ व्याख्या:- डडले स्टाम्प ने इसे गृहयुद्ध की संज्ञा दे डाली और कहा कि मात्रात्मक क्रांति के अनेक बिंदु राजनीतिक विचारधारा से मेल नही रखते।
प्रश्न=19. निम्लिखित में से किन विद्वानों ने माना की मात्रात्मक क्रांति के अनुयायी धर्मान्थि तथा कंप्यूटर इसका सुनहरा बछड़ा हैं ? (अ) डडले स्टाम्प व अन्य (ब) हेगेट व अन्य (स) बैरी व अन्य (द) सभी
(अ)✔ व्याख्या:-हेगेट व अन्य विद्धवान तृतीय अवस्था मे अपने विचार प्रस्तुत करते हैं।
प्रश्न=20. "मात्रात्मक क्रांति में भाव,आवेग, विश्वास भर्म तथा इच्छा जैसी मनोभवनाओ पर ध्यान दिया जाता है" उपयुक्त कथन किसने माना? (अ) स्पेट (ब) स्टाम्प (स) बर्टन (द) सभी
(अ)✔ व्याख्या:- उपयुक्त कथन को ब्राइनबैरी ने भी स्वीकार किया।
Specially thanks to Post and Quiz Creator ( With Regards )
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