Nuclear Disarmament ( परमाणु निरशस्त्रीकरण )

Nuclear Disarmament


परमाणु निरशस्त्रीकरण 


 

परमाणु निरस्त्रीकरण की आवश्यकता क्यों पड़ी तथा परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अब तक क्या-क्या उपाय किए गए

कुछ साल पहले 2 विश्व युद्ध के कारण दुनिया में अराजकता व अशांति फैल गई तथा 1945 के अमेरिका द्वारा जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु आक्रमण के बाद पूरी दुनिया में परमाणु हथियार बनाने की होड़ शुरू हो गई

फिर विश्व में शांति व सुरक्षा के लिए 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन हुआ  संयुक्त राष्ट्र महासभा का पहला प्रस्ताव हथियारों से संबंधित था

  1. परमाणु ऊर्जा पर नियंत्रण

  2. हथियारों का शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल

  3. परमाणु हथियारों से मुक्त हो दुनिया


यह प्रस्ताव 24 जनवरी 1946 को पारित हुआ सर्वप्रथम अमेरिका ने 16 जुलाई 1945 को अपना पहला परमाणु परीक्षण करा जो दुनिया का भी पहला परमाणु परीक्षण था

किसने कब कब किया परीक्षण



  • अमेरिका के बाद 29 अगस्त 1949 को सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया

  • 3 अक्टूबर 1952 ब्रिटेन ने परमाणु परीक्षण करें

  • 1 नवंबर 1952 को यूएसए ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया

  • 13 फरवरी 1960 को फ्रांस का परमाणु परीक्षण हुआ

  • 30 अक्टूबर 1961 को सोवियत संघ का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण हुआ

  • 5 अगस्त 1963 को पारशियल टेस्ट बेन ट्रीटी जिसके तहत हवा स्पेस पानी के भीतर परीक्षण पर रोक लगी

  • 16 अक्टूबर 1964 को चीन का परमाणु परीक्षण

  • 18 मई 1974 को भारत का परमाणु परीक्षण


परमाणु हथियार उन्मूलन की कोशिश ( Nuclear Weapon Eradication )



  • 1968 में परमाणु हथियार अप्रसार संधि जिसे एनपीटी के नाम से जाना जाता है

  • 5 मार्च 1970 एनपीटी लागू

  • 1 जनवरी 1967 के बाद से परमाणु हथियार बनाने पर पाबंदी

  • 3 देशों में भारत पाकिस्तान और इजराइल ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए

  • दक्षिणी सूडान जो 2011 में अस्तित्व में आया उसने भी हस्ताक्षर नहीं करें

  • जनवरी 1998 में संयुक्त राष्ट्र ने यूनोडा का गठन करा

  • इस संस्था का लक्ष्य विध्वंस कारी हत्यारों पर नकेल कसना

  • 2 दिसंबर 2009 को संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित हुआ जिसके अनुसार 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने का फैसला


26 सितंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र में अहम प्रस्ताव पारित हुआ जिसके अनुसार 26 सितंबर 2014 से परमाणु हत्यारों के उन्मूलन हेतु प्रत्येक वर्ष 26 सितंबर को परमाणु हथियारों का पुण उन्मूलन अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा

इसमें सदस्य देशों के अलावा सिविल सोसायटी ,एनजीओ, अकादमी जगत ,वह मीडिया भी शामिल जब इस पर वोटिंग हुई तब 137 देशों का समर्थन 28 का विरोध मैं वोट तथा 20 देशों ने हिस्सा नहीं लिया

अब तक 2000 से अधिक परमाणु परीक्षण हो चुके हैं 

उपलब्धियां ( Achievements )


1. एनपीटी के बाद 1993 में दक्षिण अफ्रीका पहला राष्ट्र जिसने हथियार नष्ट करें
2. 1995 में बेलारूस, कजाकिस्तान, अल्जीरिया व यूक्रेन ने हस्ताक्षर करें

 94% से अधिक हथियार केवल रूस यूएसए के पास है

24 सितंबर 1996 को सीटीबीटी पर यूएसए, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन ने हस्ताक्षर करें लेकिन भारत ने नहीं करें तथा मई 1998 में भारत का एक और परीक्षण हुआ

वर्तमान में 14500 के करीब परमाणु हथियार मौजूद है वर्तमान में इन देशों के पास हत्यार मौजूद है 

  1. रूस के पास 6850

  2. यूएसए के पास 6550

  3. फ्रांस के पास 300

  4. चीन के पास 280

  5. ब्रिटेन के पास 215

  6. पाकिस्तान के पास 145

  7. भारत के पास 135

  8. इजराइल के पास 80

  9. उत्तरी कोरिया के पास 15


अभी तक संयुक्त राष्ट्र संघ व कुछ अन्य देशों के द्वारा परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए कई कार्यक्रम व संध्या हो चुकी है लेकिन जब तक सभी राष्ट्र मिलकर अपने परमाणु हथियार नष्ट करके दुनिया में शांति के लिए पहल नहीं करेंगे तब तक परमाणु हथियार बनाने की होड़ ऐसे ही रहेगी तथा अशांति बनी रहेगी

 

Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )

Annu Gehlot


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