01. आदिवासी बच्चों के लिए बनेगा मंदिर,प्रसाद में मिलेगा शिक्षाप्रद साहित्य 27 Dec 2017
राजस्थान के आदिवासी जिले बांसवाड़ा के घाटोल में बच्चों के लिए एक ऐसा अनौखा मंदिर बनने जा रहा है जहां वे अध्यात्म के साथ अपने अधिकारों को भी जान सकेंगे। इस मंदिर की विशेषता यह होगी कि यहां भगवान की मूर्तियां भी अपने बालपन की लगाई जाएगी,इनमें कृष्ण भगवान,लड्डू गोपाल,बाल गणेश,बाल कार्तिकेय और बाल हनुमान शामिल है ।इस मंदिर का निर्माण कराने के पीछे बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और बाल अपराधों के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है। इस मंदिर में आदिवासी बच्चों को प्रसाद के रूप में बाल पुस्तिकाएं मिलेगी,जिनमें बाल अधिकार और संरक्षण संबंधी कानूनों की जानकारी होगी ।
02. साहित्य उत्सव "जेएलएफ" आज से शुरू 25 Jan 2018
देश-दुनिया में साहित्य के महाकुंभ के नाम से प्रसिद्ध पांच दिवसीय जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ( जेएलएफ ) गुरूवार से शुरू हो गया । इस दौरान 35 देशों के 250 से अधिक साहित्यकार,लेखक,राजनेता और फिल्मी दुनिया से जुड़े लोग वक्ताओं के रूप में अपनी बात रखेंगे। इस पांच दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा और ब्रिटिश मूल के अमेरिकी कहानीकार और उपन्यासकार पिको अय्यर ने किया। इस दौरान फिक्शन से लेकर नॉन फिक्शन, पत्रकारिता और यात्रा वृत्तांत जैसे विषयों पर 200 से अधिक सत्र होंगे। महोत्सव के सहनिर्देशक विलियम डेलरिंपल ने अपनी 11 वर्ष की यात्रा को याद करते हुए कहा कि दुयिनाभर में सैकड़ों की संख्या में साहित्यिक कार्यक्रम होते हैं लेकिन सिर्फ चार या पांच ही ऐसे हैं, जहां पुरस्कार विजेता लेखकों की जमात इकट्ठा होती है।
03. रणथंभोर में बाघों की संख्या क्षमता से अधिक पहुंची Jan 25, 2018 रणथंभोर टाइगर रिजर्व बहुत जल्द राजस्थान में बाघों के लिए एक नर्सरी बनने वाला है। वहां 67 बाघ हैं। इन में से 21 नर, 20 मादा और 26 शावक हैं। दिलचस्प बात यह है कि रिजर्व की क्षमता इतने बाघों की नहीं है। इसलिए ये कई बार आसपास के इलाकों में पहुंच जाते हैं। कई बाघ करौली, रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभ्यारण्य, बूंदी और भीड पहुंच गए थे जो अब वापस लौट आए हैं। कई ऐसे भी बाघ हैं जो मध्य प्रदेश पहुंच गए हैं और उनके बारे में कोई सूचना नहीं है। तीन बाघ मुकुंदरा भेज दिए गए हैं और एक सरिस्का टाइगर रिजर्व भेजे जाने का इंतजार कर रहा है।
04. सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आतिशबाजी से हुआ मरु महोत्सव का समापन मशहूर जैसलमेर का परंपरागत तीन दिवसीय मरु महोत्सव सोमवार से शुरू हो गया है. यह डेजर्ट फेस्टिवल 31 जनवरी तक मनाया जाएगा. इसे लेकर पर्यटन विभाग और जैसलमेर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई है. सोमवार को गड़ीसर सरोवर पर योग प्राणायाम से इसका आग़ाज़ किया गया डेजर्ट फेस्टिवल की पहली बार योग से शुरुआत की गई.
जैसलमेर में माघ पूर्णिमा को भव्य लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं शानदार आतिशबाजी के साथ मरु महोत्सव का समापन हुआ. इण्डियाज गॉट टैलेंट फेम जैसलमेर की लोक कलाकार क्वीन हरीश ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों की वाहवाही लूटी. कलाकार सावणखां व उसकी पार्टी ने ‘‘ रंगीरंग ‘‘ पीरसा कलाम पेश कर दर्शकों को सूफी संगीत से मोहित कर दिया. समापन समारोह में जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना, जिला एवं सत्र न्यायाधीष मदनलाल भाटी सहित हजारों देसी- विदेशी सैलानी उपस्थिति थे.
05. भारत पर्व -2018: लाल किले पर बिखरे राजस्थानी चटक रंग JANUARY 31, 2018 दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित छह दिवसीय भारत पर्व में प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति के चटक रंग लोगों के दिलो दिमाग पर अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं. यहां मंगलवार को प्रदेश के लोक कलाकारों ने रंगीलो राजस्थान की धूम मचाई हुई है. पर्व में राजस्थान पेवेलियन के आगे अौर ऐतिहासिक लाल किला की पृष्ठभूमि में बालोतरा(बाड़मेर) के लोक कलाकार चटक रंगों के बड़े घेर वाले घाघरानुमा परिधानों में सजधज कर दिलकश अंदाज में लोक वाद्यों की थाप पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुतियां कर रहे हैं. साथ ही प्रदेश के मशहूर हस्तशिल्पिओं द्वारा लगाये स्टॉल में अलवर के बिशम्बर दयाल और जयपुर के इसारे मखुमीे द्वारा क्रमशः राजस्थानी जूतियों एवं राजस्थानी चूड़ियों का प्रदर्शन किया जा रहा है
06. जयपुर फॉरेस्ट फूड फेस्टिवल में उमड़ी लोगों की भीड़ JANUARY 29, 2018 राजघानी जयपुर वन विभाग की पहल पर पहली बार फॉरेस्ट फूड फेस्टिवल की सोमवार से शुरुआत हुई. विश्व वानिकी उद्यान झालाना में शुरू हुए इस अनोखे फेस्टिवल में वन औषधियों और उपज से काफी दिलचस्प उत्पाद तैयार किए गए हैं. जिससे फलस्वरूप काफी स्वादिष्ट पकवान सामने आ रहे हैं. जिनमें पपीते का हलवा, आंवले की चटनी, नीम का काढ़ा, पुनरवा के पकौड़े, सहजन की सब्जी के चटकारे लेने काफी लोग पहुंचे
राजस्थान के अलग- अलग जिलों से सोमवार को माहिर वैद्य, गुणीजन, आयुर्वेद के जानकार और वन औषधियों के माहिर जयपुर में जुटे. फॉरेस्ट फूड फेस्टिवल का जयपुर में पहली बार वन विभाग और नेचर क्लब राजस्थान के सहयोग से शुरू किया है.
07. बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ जयपुर के लिए वॉकाथोन का आयोजन
जयपुर में बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं और जयपुर को स्वच्छ रखने के लिए वॉकाथोन का आयोजन किया गया. इस वॉकाथोन में बड़ी संख्या में लड़कियों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम का आयोजन जयपुर से अल्बर्ट हॉल में किया गया था. जयपुर में यह सीजन का दूसरा वॉकाथोन था.
08. 69वां गणतंत्र दिवस: भरतपुर में राज्यपाल कल्याण सिंह ने फहराया तिरंगा JANUARY 26, 2018 राजस्थान में 69वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. प्रदेश का राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह भरतपुर में आयोजित किया गया है. यहां राज्यपाल कल्याण सिंह ने ध्वाजारोहण करते हुए समारोह का आगाज किया. लोहागढ़ स्टेडियम में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और मुख्यसचिव एनसी गोयल भी मौजूद हैं.
09. सेठ गिरधारी लाल बिहाणी की स्मृति में विशेष डाक लिफाफा जारी JANUARY 25, 2018 भारत सरकार के डाक विभाग ने गुरुवार श्रीगंगानगर के शिक्षा जगत के महारथी सेठ गिरधारी लाल बिहाणी की स्मृति में एक विशेष डाक लिफाफा जारी किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेसोथो के प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉक्टर दीपक वोहरा ने इन लिफाफों का लोकार्पण किया. बिहानी शिक्षा न्यास के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के बड़ी तादाद में गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया.
10. क्रिकेट: BCCI ने 4 साल बाद खत्म किया RCA का निलंबन JANUARY 25, 2018 बीसीसीआई ने चार साल बाद राजस्थान क्रिक्रेट एसोसिएशन (आरसीए) का निलंबन खत्म कर दिया है. राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान आरसीए की ओर से बीसीसीआई की सभी शर्ताें को मानते हुए अंडरटेकिंग सौंपने के साथ ही आरसीए पर लगा प्रतिबंध समाप्त हो गया. जस्टिस मनीष भंडारी की अदालत में सुनवाई के पहले दिन वोटों की गणना की गई थी. बीसीसीआई द्वारा लगाई गई शर्तों के पक्ष में ही सभी वोट पड़े. 33 मतदाताओ में से 31 ने मतदान किया था. अब आरसीए को बीसीसीआई को अंडरटेकिंग देने के साथ ही आरसीए का निलंबन स्वतः समाप्त हो गया है.
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