प्र 1. विपणन ( Marketing )की कोई तीन विशेषताएं बताइए।
उत्तर- विपणन सार्वभौमिक, मानवीय - सामाजिक - आर्थिक प्रबंधकीय क्रिया है जिससे उपयोगिता का सृजन होता है।
प्र 2. 'प्रचार का मूल मंत्र जनता में प्रसिद्धि प्राप्त करना है' समझाइए।
उत्तर- प्रचार का उद्देश्य किसी वस्तु या सेवा की आमजन के मन में उपस्थिति दर्ज करवाकर उसके क्रय करवाने के लिए आग्रह उत्पन्न करना है। इसका आधार जनता में प्रसिद्धि प्राप्त करना ही है।
प्र 3. वितरण ( Marketing ) माध्यम से क्या तात्पर्य है।
उत्तर- जिस मार्ग से वस्तुएं या सेवाएं उत्पादक से उपभोक्ता तक पहुंचती है, उसे वितरण माध्यम कहा जाता है
प्र 4. उत्पाद को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- उपभोक्ताओं की इच्छाओं, रुचि, आवश्यकताओं को संतुष्ट करने वाली वस्तुएं या सेवाएं जो दृश्य या अदृश्य है और जो किसी भी आकार, गुण, मात्रा की हो सकती है, उत्पाद कहलाती है।
प्र 5. विक्रय कला क्या है ?
उत्तर- विक्रय कला, विक्रय की प्रक्रिया से हैं, जिसके अंतर्गत क्रेता और विक्रेता के मध्य कोई दूरी नहीं होती है तथा प्रत्यक्ष रूप से क्रय- विक्रय के बारे में अनुबंध होते हैं।
लघूतरात्मक ( 50 से 60 शब्द )
प्र 6. विपणन और विक्रय में अंतर बताइए ।
उत्तर- 1. विपणन ग्राहक की संतुष्टि के साथ-साथ बाजार का विकास करते हुए लाभ कमाना है जबकि विक्रय अधिक संख्या में उत्पाद विक्रय कर के लाभ कमाना है।
2. विपणन उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं से लेकर विक्रय के पश्चात तक जारी रहता है जबकि विक्रय वस्तु बेचते ही समाप्त हो जाता है।
3. विपणन ग्राहकों की भावी आवश्यकताओं की भी पूर्ति करता है जबकि विक्रय केवल तात्कालिक पूर्ति करता है।
4. विपणन के साथ सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जुड़ी हुई है जबकि विक्रय में ऐसा नहीं है।
प्र 7. विपणन मिश्रण के घटक बताते हुए मूल्य को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- विपणन मिश्रण में चार घटक है, जो 4Ps भी कहलाते हैं। यह निम्न है- उत्पाद, मूल्य, स्थान और संवर्द्धन।
मूल्य- किसी वस्तु या सेवा के विनिमय का माध्यम जो मुद्रा या मुद्रा के अलावा समय, ऊर्जा या मनोवैज्ञानिक भी हो सकता है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित तत्व समाविष्ट किए जा सकते हैं-
मूल्य रखने का उद्देश्य।
उपभोक्ता को कुल मूल्य पर दिए जाने वाले छुटें।
नकद एवं उधार भुगतान की शर्तों का निर्धारण।
मूल्य नीतियों तथा मूल्य निर्धारण की वर्तमान एवं वैकल्पिक विधियां।
मूल्य के संबंध में प्रतिस्पर्धा का स्तर।
मूल्य की प्राप्ति में मध्यस्थों की भूमिका।
प्राप्त मूल्य पर संस्था को प्राप्त होने वाला लाभ।
प्र 8. विपणन का व्यवसाय के लिए क्या महत्व है ? बताइए। (100 शब्द)
उत्तर- विपणन की भूमिका / महत्व -
विपणन व्यवसाय के अस्तित्व एवं सफलता का आधार होता है।
विपणन नियोजन, निर्णयन एवं संचार में सहायक होता है।
विपणन में ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पादन एवं वितरण किया जाता है।
विपणन मध्यस्थों की प्राप्ति में सहायक होता है।
विपणन से सामाजिक उत्तरदायित्वों की पूर्ति होती है।
विपणन से बाजार सूचनाओं की जानकारी प्राप्त होती है।
विपणन से जीवन स्तर एवं रोजगार में वृद्धि होती है।
विपणन से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी सफलता प्राप्त होती है।
अच्छे विपणन से लाभों में निरंतर वृद्धि होती रहती है।
संस्था का विकास और विस्तार उत्तरोत्तर होता जाता है।
विपणन से संगठन की ख्याति में वृद्धि होती जाती है।
ग्राहकों की आवश्यकताओं की पूर्ति का साधन और साध्य दोनों एक साथ उन्हें प्राप्त होने लगते हैं।
विपणन से उपभोक्ताओं को आराम और सुविधा की वस्तुएं प्राप्त होती रहती है।
उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ती जाती है।
राष्ट्रीय आय और राष्ट्रीय उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ साथ आर्थिक मंदी से सुरक्षा भी प्राप्त होती है।
विपणन से कृषि एवं सहायक उद्योगों का विकास भी होता जाता है।
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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