उत्तर- भीलों में विवाह- विच्छेद की एक प्रक्रिया। पति अपनी पत्नी को दुपट्टे का कुछ हिस्सा फाड़ कर दे देता है तो उससे संबंध विच्छेद मान लिया जाता है, इस प्रक्रिया को छेड़ा फाड़ना कहा जाता है।
प्र 2. हेलरू क्या है ?
उत्तर- गरासिया जनजाति की सहकारी संस्था। गरासिया समाज के प्रत्येक परिवार का एक स्त्री या पुरुष इस संस्था का सदस्य होता है।
प्र 3. झगड़ा से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- मीणा जनजाति में गांव की पंचायत किसी महिला को भगा कर ले जाने वाले पुरुष से मुआवजे के रूप में जो राशि वसूल करती है, उसे झगड़ा कहा जाता है।
प्र 4. नाता प्रथा का क्या अर्थ है ?
उत्तर- जनजातियों में प्रचलित इस प्रथा के तहत महिला अपने पति को छोड़कर किसी अन्य पुरुष के पास चली जाती है।
प्र 5. दापा से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- भीलों में जब किसी लड़की की सगाई तय होती है तो वर पक्ष कन्या पक्ष को कुछ रुपए देता है, जिसे दापा कहते हैं।
लघूतरात्मक ( 50 से 60 शब्द )
प्र 6. गरासिया जनजाति के सामाजिक संगठन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर- गरासियों के गांव पहाड़ी क्षेत्रों में दूर-दूर तक छिटपुट रूप में देखने को मिलते हैं। गांव में सबसे छोटी इकाई फालिया है। एक ही गोत्र के लोगों की एक छोटी इकाई को फालिया कहा जाता है। संपूर्ण गरासिया 2 पट्टों में बंटे हैं।
गरासिया जनजाति में पितृ सत्तात्मक परिवार का प्रचलन है। इन की सामाजिक व्यवस्था का आधार गोत्र और अटक है। गरासिया समाज मुख्यतः दो भागों में विभक्त है - भील गरासिया और गमेती गरासिया। इनमें मोरबंधिया, पहरावना और ताणना तीन प्रकार के विवाह मुख्य रूप से होते हैं।
प्र 7. मीणा जनजाति के विभिन्न सामाजिक समूहों का वर्णन कीजिए ।(100 शब्द )
उत्तर- मीणाओं की मुख्यतः दो उप जातियां हैं-
जमीदार मीणा
चौकीदार मीणा
मीणा जनजाति को कई सामाजिक समूह में बांटा गया है-
आदि मीणा➖ ऊषाहार वंश के मीणा को अमिश्रित और असली मीणा माना जाता है।
चमरिया मीणा➖ चर्म कार्य करने वाले मीणा चमरिया मीणा कहलाते है।
चौथिया मीणा➖ मारवाड़ क्षेत्र में चौथिया मीणा पाए जाते हैं।
ठेढ़िया मीणा➖ गोड़वार और जालौर के मीणा गौ माँस से घृणा करने के कारण ठेढ़िया मीणा कहलाए।
प्रतिहार मीणा➖ टोंक भीलवाड़ा कोटा बूंदी क्षेत्र में निवास करते हैं।
भील मीणा➖ अजमेर मेवाड़ डूंगरपुर बांसवाड़ा क्षेत्रों में भील और मीणा रक्त मिश्रण से उत्पन्न भील मीणा निवास करते हैं।
रावत मीणा➖अजमेर क्षेत्र के सवर्ण हिंदू राजपूतों को रावत मीणा कहा जाता है।
सुरतेवाल मीणा➖ जब कोई पुरुष किसी अन्य जाति की स्त्री से संतान उत्पन्न करता है,तो उसे सुरतेवाल मीणा कहा जाता है।
प्र 8. भील जनजाति की सामाजिक- आर्थिक पृष्ठभूमि को समझाइए ।(100 शब्द)
उत्तर- सामाजिक पृष्ठभूमि - भीलों के गांव जंगलों, पहाड़ों की तलहटी और नदियों के किनारे बसे होते हैं। खपरैल, बांस तथा घास फूस से बने भीलों लोगों के घरों को कू कहा जाता हैअनेक घरों का समूह पाल कहलाता है। इन का मुखिया गमेती होता है। भीलों में पितृ सत्तात्मक परिवार की प्रथा का प्रचलन है। पिता ही परिवार का मुखिया होता है।
स्त्रियाँ विशेष रूप से घर की व्यवस्था और खेती के कार्यों पर ध्यान देती है। इनके प्रत्येक गांव में एक ही वंश से संबंधित लोग रहते हैं। एक ही अटक के सदस्य आपस में अंतर्विवाह नहीं करते हैं। भीलों में कई प्रकार के विवाह प्रचलित है। बहु पत्नी विवाह और विधवा विवाह को सामाजिक मान्यता प्राप्त है। वस्त्रों के आधार पर भीलों को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है- लंगोटिया भील और पोतीद्दा भील। ब्लू का मुख्य त्योहार होली होता है।
आर्थिक दशा- भील आर्थिक दृष्टि से गरीब है। कृषि, पशुपालन और शिकार इन के प्रमुख व्यवसाय हैं। जंगल से लकड़ी काटने का कार्य भी भील लोग करते हैं। तीर कमान इनका प्रमुख हथियार है और सदियों से यह लोग पशुओं के आखेट द्वारा जीवन निर्वाह करते आए हैं। वर्तमान में यह लोग श्रमिक और कृषि मजदूर का काम करने लगे हैं।
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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