SOCIAL SCIENCE QUESTION : 19

SOCIAL SCIENCE QUESTION : 19


सामाजिक विज्ञान


प्रश्न=01. प्रबंधकीय एवं एकीकृत दृष्टिकोण संबंधित है?
(अ) लोक प्रशासन के अर्थ से
(ब) लोक प्रशासन के क्षेत्र से
(स) लोक प्रशासन की प्रकृति से
(द) इन में से कोई नहीं

(स) 

प्रश्न=02. पोस्टकार्ड को एक अधूरी अवधारणा कहकर किसने पुकारा?
(अ) वुडरो विल्सन का
(ब) पिफ़नर का
(स) साइमन का
(द) लेविस मेरियम का

(द)

प्रश्न=03. द स्टडी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के लेखक है ?
(अ) एलडी व्हाइट
(ब) गुडनाओ
(स) वुडरो विल्सन
(द) विलोबी

(स)

प्रश्न=04. लोक प्रशासन के प्रबंध किए दृष्टिकोण की मुख्य समर्थक हैं?
(अ) साइमन
(ब) थॉम्पसन सन
(स) लूथर गुलिक
(द) उपयुक्त सभी

(द)

प्रश्न=05. लोक प्रशासन का विषय वस्तु दृष्टिकोण प्रतिपादित किया?
(अ) लेविस मेरियम ने
(ब) गुलिक ने
(स) गुडनाओ ने
(द) उव्रिक ने

(अ)

प्रश्न-6= लोक प्रशासन समिति में से पूर्व निम्न में से किस को समझना आवषयक हैं
《A》लोक के अर्थ को
《B》प्रशासन को ✔ 
《C》निजी प्रशासन को
《D》अतःप्रशासन

प्रश्न:7.= निम्न में से नौकरशाही चरित्र का माना जाता है
《A》 लोक प्रशासन को ✔ 
《B》 निजी प्रशासन को
《C》a & b दोनो
《D》 अतः प्रशासन को

लोक प्रशासन नौकरशाही चरित्र का माना जाता है  जबकि निजी प्रशासन व्यापार के अनुरूप संचालित किया जाता है

प्रश्न:8.= लोक प्रशासन शब्द का अर्थ है
《A》 लोगों के हित के लिए किया गया प्रशासन
《B》 सार्वजनिक कार्यों का प्रशासन ✔ 
《C》 ऐसा प्रशासन के लोगों द्वारा चलाया जाता है
《D》 निजी क्षेत्रों में किया गया प्रशासन

*प्रश्न-9.= लोक प्रशासन के विस्तृत अर्थ में सम्मिलित है
《A》 कार्यपालिका
《B》 न्यायपालिका
《C》 व्यवसथापिका
《D》 उपयुक्त सभी ✔ 

*प्रश्न-10= प्रकृति दृष्टिकोण से लोक प्रशासन को कितने भागों में विभक्त किया
《A》 पांच
《B》 दो ✔ 
《C》 तीन
《D》 चार

प्रबंधकिय दृष्टिकोण तथा एकीकृत दृष्टिकोण

प्रश्न:11. प्रशासन के अनिवार्य तत्व हैं?

(अ) दो या दो से अधिक व्यक्ति
(ब) सामान्य उद्देश्य
(स) सामूहिक प्रयास
(द) सभी ✅ 

प्रश्न:12. राजस्थान विश्वविद्यालय मे लोक प्रशासन का स्वंतत्रता विभाग स्थापित किया गया?

(अ) 1965 ✅ 
(ब) 1988
(स) 1956
(द) 1967

प्रश्न:13. लौक एवं निजी प्रशासन मे भेद करने वाले प्रशासनिक चिंतक हैं?

(अ) साइमन
(ब) ऐपलबी
(स) सर जौसिया स्टैम्प
(द) सभी ✅ 

 

Specially thanks to Quiz Creator 

रजनी तनेजा श्रीगंगानगर, कोमल शर्मा, प्रभुदयाल मूंड चूरु


0 Comments

Leave a Reply Cancel

Add Comment *

Name*

Email*

Website