उत्तर प्रदेश की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी है। यहां वर्ष में तीन ऋतु में घटित होती है-
ग्रीष्म ऋतु ( Summer Season )
वर्षा ऋतु ( Rainy Season )
शीत ऋतु ( Winter Season )
ग्रीष्म ऋतु ( Summer Season )
सूर्य के कर्क रेखा की ओर बढ़ने के साथ ही प्रदेश के तापमान में वृद्धि होना शुरू हो जाता है और जून में यह अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच जाता है ग्रीष्म ऋतु में प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड से 39 डिग्री सेंटीग्रेड तक तथा औसत न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेंटीग्रेड से 23 डिग्री सेंटीग्रेड तक तथा औसत तापांतर 14 डिग्री सेंटीग्रेड रहता है।
इस ऋतु में विशेषकर मई जून महीने में पश्चिम हवाई बहुत तीव्र हो जाती है जिन्हें लू कहा जाता है। जो अत्यंत गर्म एवं शुष्क होती है। कभी-कभी इन शुष्क हवाओ से समुद्री हवाएं मिल जाती है परिणाम स्वरुप 100 से 115 किलोमीटर प्रतिघंटा वेग से चलने वाले तूफान तथा धूल भरी आंधियां आते हैं।
इस ऋतु में वर्षा बहुत कम होती है परंतु फिर भी 10 से 25 सेंटीमीटर तक वर्षा हो जाती है। सबसे अधिक गर्मी आगरा एवं झांसी में तथा सबसे कम गर्मी बरेली में पड़ती है।
वर्षा ऋतु ( Rainy Season )
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले मानसून जून के तीसरे या चौथे सप्ताह में प्रदेश के पूर्वी तथा दक्षिण पूर्वी सिरे से प्रवेश करता है और आगे बढ़ता है। इस मानसून का कुछ भाग वर्षा करते हुए सीधे पश्चिम में निकल जाता है परंतु कुछ भाग उत्तर की ओर बढ़ता है और हिमालय से टकराकर पुनः वापस होता है। इस वापस होते मानसून से प्रदेश के तराई इलाकों में खूब वर्षा होती है।
दक्षिण-पश्चिमी मानसून से कुछ वर्षा प्रदेश के पहाड़ी तथा पठारी क्षेत्रों में होती है। गोरखपुर क्षेत्र में प्रदेश की सर्वाधिक वर्षा 184.7 सेंटीमीटर होती है तथा मथुरा में सबसे कम वर्षा 54.4 सेंटीमीटर वर्षा होती है। पूर्वी मैदानी क्षेत्र में औसत वर्षा 112 सेंटीमीटर मध्यवर्ती मैदानी क्षेत्र में 94 सेंटीमीटर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में 84 सेंटीमीटर और दक्षिण पहाड़ी पठारी क्षेत्र में औसत वर्षा 91 सेंटीमीटर तक होती है। प्रदेश में जैसे-जैसे हिमालय से दूर होते हैं और पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ते हैं वर्षा की मात्रा कम होती जाती है। गोरखपुर में 56 दिन वर्षा की संभावित अवधि होती है वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में मात्र 32 दिन।
प्रदेश की संपूर्ण वर्षा का लगभग 83% वर्षा इसी ऋतु में हो जाती है। इस ऋतु में प्रदेश का औसत उच्चतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेंटीग्रेड तथा औसत तापांतर 7 से 8 डिग्री सेंटीग्रेड होता है।
शीत ऋतु ( Winter Season )
प्रदेश में नवंबर से शीत ऋतु शुरू होती है और जनवरी प्रदेश का सर्वाधिक ठंडा महीना होता है। दक्षिणी पहाड़ी तथा पठारी क्षेत्र में औसत अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेंटीग्रेड और औसत न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेंटीग्रेड रहता है जबकि मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेंटीग्रेड तथा न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है।
प्रदेश में शीत ऋतु में तापमान दक्षिण से उत्तर की ओर कम होता जाता है। शीतकाल में भूमध्यसागरीय क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले चक्रवातों के पाकिस्तान के रास्ते भारत में प्रवेश करने से पश्चिम उत्तर प्रदेश में 10 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हो जाती है जो रबी की फसल के लिए लाभदायक है।
उत्तर प्रदेश में 2 प्रकार की जलवायु प्रदेश पाए जाते हैं -
आद्र एवं उष्ण क्षेत्र तथा
साधारण आद्र एवं उष्ण क्षेत्र।
आद्र एवम उष्ण क्षेत्र-
आद्र एवं उष्ण क्षेत्र में 2 उपविभाग तराई क्षेत्र तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश पाए जाते हैं। प्रथम उपविभाग अर्थार्थ तराई क्षेत्र में सहारनपुर बिजनौर मुरादाबाद रामपुर बरेली पीलीभीत लखीमपुर कुशीनगर आदि जिले आते हैं जहां औसत वार्षिक वर्षा 120 से 150 सेंटीमीटर तक होती है। क्षेत्र में जनवरी में औसत तापमान 18 डिग्री सेंटीग्रेड और जुलाई में 30 डिग्री सेंटीग्रेड रहता है।
दूसरे उपविभाग अर्थार्थ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में वार्षिक वर्षा का औसत 100 से 120 सेंटीमीटर तक रहता है। इस उपविभाग में पूर्व से पश्चिम की ओर चलने पर वर्षा की मात्रा कम होती जाती है।
साधारण आद्र एवम उष्ण क्षेत्र-
साधारण आद्र एवं उष्ण क्षेत्र में तीन उपविभाग है मध्यवर्ती मैदानी क्षेत्र, पश्चिमी मैदानी क्षेत्र तथा बुंदेलखंड का पहाड़ी पठारी क्षेत्र।
मध्यवर्ती मैदानी क्षेत्र में इलाहाबाद प्रतापगढ़ फतेहपुर रायबरेली सुल्तानपुर लखनऊ कानपुर आदि क्षेत्र सम्मिलित है। क्षेत्र की औसत वार्षिक वर्षा 80 से 100 सेंटीमीटर तक होती है। यहां ग्रीष्म ऋतु में तापमान उच्च एवं शीत ऋतु में लगभग 15 से 16 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है। इस क्षेत्र में वर्षा की मात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती जाती है।
पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में आगरा मैनपुरी मथुरा एटा अलीगढ़ बुलंदशहर गाजियाबाद मेरठ मुजफ्फरनगर सहारनपुर आदि जिले सम्मिलित है। क्षेत्र में औसत वार्षिक वर्षा 65 से 80 सेंटीमीटर तक होती है तथा शीत काल में तापमान 12 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है। क्षेत्र में पूर्व से पश्चिम की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है।
बुंदेलखंडी है पहाड़ी पठारी क्षेत्र के अंतर्गत ललितपुर झांसी बांदा हमीरपुर महोबा जालौन चित्रकूट आदि जिले आते हैं। क्षेत्र की औसत वार्षिक वर्षा 80 से 100 सेंटीमीटर तक होती है। क्षेत्र में शीतकालीन औसत तापमान 18 से 19 डिग्री सेंटीग्रेड तक तथा ग्रीष्मकालीन 40 से 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है। 1987 में बांदा में 49 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था। क्षेत्र में वर्षा की मात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती जाती है।
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )
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